COVID-19: CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने खाली किया धरना स्थल

निजामुद्दीन वेस्ट (Nizamuddin west) में शिव मंदिर के पास चल रहे विरोध को प्रदर्शनकारियों ने अस्थायी रूप से वापस ले लिया है. अब प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया के माध्यम से अपना विरोध दर्ज करवाएंगे.

नई दिल्ली: निजामुद्दीन (Nizamuddin) इलाके में पिछले कई दिनों से सीएए, एनआरसी और एनपीआर (NRC and NPR) के खिलाफ चल रहे विरोध- प्रदर्शन को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, निजामुद्दीन वेस्ट में शिव मंदिर (Shiva Temple) के पास चल रहे विरोध को प्रदर्शनकारियों ने अस्थाई रूप से वापस ले लिया है. आयोजकों का कहना है कि वे सोशल मीडिया के माध्यम से अपने घरों से ही विरोध- प्रदर्शन जारी रखेंगे.

बता दें कि शाहीन बाग में CAA और NRC के विरोध में तीन महीने से भी ज्‍यादा वक्‍त से महिलाएं धरना-प्रदर्शन कर रही हैं. लेकिन, कोरोना वायरस और उसके बढ़ते संक्रमण के कारण पीएम नरेंद्र मोदी की जनता कर्फ्यू की अपील से इस विरोध का स्‍वरूप बदल गया है. रविवार को जनता कर्फ्यू के कारण मौके पर चार से पांच महिलाएं ही पहुंचीं. बाकियों ने धरनास्‍थल पर अपने-अपने जूते और चप्‍पलें रखकर विरोध जताया. प्रदर्शन स्‍थल पर पहुंची महिलाओं ने बताया कि वह भी शाम पांच बजे ताली बजाएंगी लेकिन ये  सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ होगी.

रात 9 बजे के बाद होगा प्रवेश, धरना जारी है
शाहीन बाग में स्थित धरनास्‍थल पर 22 मार्च को बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा दी गई है. इसके लिए जगह-जगह पर बैरिकेडिंग भी की गई है. इस पर लिखा है, ‘रात 9 बजे के बाद प्रवेश होगा, धरना जारी है.’ बता दें कि शाहीन बाग में महिलाएं दिसंबर 2019 से सीएए और एनआरसी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन दे रही हैं. बीच सड़क पर टेंट लगाकर धरना देने के कारण आवाजाही महीनों से ठप है. ऐसे में यह मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया है. कोर्ट ने इस मसले को निपटाने के लिए वार्ताकार भी नियुक्‍त किए हैं, लेकिन अभी तक वार्ताकार धरना-प्रदर्शन को खत्‍म कराने में नाकाम रहे हैं.

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