कोरोना वायरस: केरल में नियम नहीं मानने पर सरकार का एक्शन, मंदिर-मस्जिद पर केस
केरल सरकार ने सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने वाले धार्मिक संस्थानों के खिलाफ बड़ी संख्या में केस दर्ज किए हैं. क्योंकि किसी भी तरह के सार्वजिनक कार्यक्रम करने से कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ने का खतरा है.
- कोरोना से बचने के लिए सार्वजनिक कार्यक्रम पर रोक
- धार्मिक संस्थानों ने नहीं माना तो हुई कार्रवाई
तिरुवनंतपुरम। कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए एक तरफ पूरे देश में ‘जनता कर्फ्यू’ का पालन किया जा रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ कई धार्मिक संस्थान अब भी सार्वजनिक कार्यक्रम रखने से परहेज नहीं कर रहे हैं. केरल सरकार ने इस तरह के सभी धार्मिक संस्थानों के खिलाफ सख्ती से निपटने का फैसला किया है.
केरल सरकार ने सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने वाले धार्मिक संस्थानों के खिलाफ बड़ी संख्या में केस दर्ज किए हैं. क्योंकि किसी भी तरह के सार्वजिनक कार्यक्रम करने से कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ने का खतरा है.
मालिनकीझू में धार्मिक त्योहार का जुलूस निकालने को लेकर श्री कृष्ण स्वामी मंदिर उत्सव के आयोजकों पर केस दर्ज किया गया है. इस जुलूस में करीब 300 लोग इकट्ठा हुए थे.
पेरुवंथानम वेलियाकावु मंदिर प्रशासन के खिलाफ भी उत्सव के आयोजन पर केस दर्ज किया गया है. इसी तरह त्रिचाम्बरम श्रीकृष्ण स्वामी मंदिर उत्सव के आयोजकों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की गई है.
सिर्फ हिन्दू ही नहीं दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने वाले मुस्लिम धर्मस्थलों पर भी कार्रवाई की जा रही है. दाकीमूला जुमा मस्जिद पर भी ऐसी कार्रवाई की गई है. यहां 100 लोग जमा हुए थे. इसी तरह के दिशानिर्देश उल्लंघनों की वजह से मट्टानुर, कन्नूर, पुनालुर, अलनचेरी और अन्य हिस्सों में भी केस दर्ज किए गए हैं.
इसके अलावा कोझिकोड शहर में निगरानी में रखे गए अहामेद बाबा, शमनाद और शानू के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है. इन पर डॉक्टरों को धमकाने का आरोप है.