नई दिल्ली. निर्भया गैंगरेप (Nirbhaya Gangrape) के चारों गुनहगारों को तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में फांसी दी जा चुकी है. अस्पताल में उनका पोस्टमॉर्टम (Postmortem) भी शुरु हो गया है. लेकिन आखिरी वक्त में उनके अंतिम संस्कार (Funeral) का मुद्दा उलझ गया है. चारों गुनहगारों का अंतिम संस्कार जेल के अंदर होगा या बाहर इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. हालांकि जेल के अंदर अंतिम संस्कार करने के अपने कायदे-कानून हैं. यह मामला उस वक्त पेचिदा बन गया है जब गुनहगारों के घर वालों ने शवों को लेकर अभी तक कोई दावा नहीं किया है.
ऐसे हालात में जेल के अंदर होता है अंतिम संस्कार
अगर जेल में नहीं तो फिर ऐसे होगा अंतिम संस्कार
एक संस्था के माध्यम से लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करने वाले विजय कुमार बताते हैं कि वैसे तो हमारी संस्था यूपी में लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करती है. लेकिन कभी-कभी जेल के अंदर से भी सूचना मिलत है कि सजायाफ्ता कैदी की मौत हो गई है. घर वालों ने शव को लेने से इंकार कर दिया है तो ऐसे में हमारी संस्था शव का अंतिम संस्कार करती है. तिहाड़ जेल सूत्रों की मानें तो अभी तक उनके घर वालों ने शवों को लेने का कोई दावा पेश नहीं किया है.