बागी विधायकों के खेमे से / बेंगलुरु के रिजॉर्ट से होटल में शिफ्ट किए गए 22 विधायक, वीडियो जारी कर कहा- हमें सरकार से जान का खतरा

विधायकों ने कहा- जब तक सीआरपीएफ सुरक्षा नहीं दी जाती, तब तक भोपाल नहीं लौटेंगे उन्होंने कहा- जब ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला हो सकता है तो हम कैसे सुरक्षित रहेंगे?

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बेंगलुरु. ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 22 विधायकों ने रविवार को एक वीडियो जारी कर सरकार से जान को खतरा बताया। इस्तीफा दे चुके इन विधायकों ने वीडियो में कहा कि हम सभी भोपाल आना चाहते हैं। इसके लिए सीआरपीएफ की सुरक्षा दी जाए। विधायकों का तर्क है कि जब सिंधियाजी पर भोपाल में हमला किया जा सकता है तो हम कैसे सुरक्षित हो सकते हैं?

विधायकों के मुताबिक, ‘‘हम अपनी मर्जी से बेंगलुरु आए हैं। किसी ने बंधक नहीं बनाया। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए संभावना है कि हमें विधानसभा स्पीकर से मिलने नहीं दिया जाए। अगर परिजन द्वारा कोई शिकायत की जाए तो उसे अमान्य कर दें।’’

रिजॉर्ट से होटल में शिफ्ट किए गए बागी विधायक
सिंधिया सर्मथक विधायकों को प्रेस्टिज गोल्फशायर क्लब एंड रिजॉर्ट से बेंगलुरु के रमादा होटल में शिफ्ट किया गया है। इधर, दिल्ली में मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निवास पर एक बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद हैं। बैठक के बाद सिंधिया और शिवराज बेंगलुरु जा सकते हैं। फिर ये फैसला लिया जाएगा कि विधायकों को भोपाल कब शिफ्ट करना है।

10 मार्च को 6 मंत्रियों समेत सिंधिया गुट के 19 विधायक बेंगलुरु में अपने इस्तीफे के साथ।

 

कांग्रेस ने कहा- विधायकों से जबरदस्ती वीडियो बनवाए जा रहे

कांग्रेस के प्रवक्ता जाफर ने वीडियो की विश्वसनीयता पर सवाल किए हैं। उन्होंने इमरती देवी का एक वीडियो जारी किया है। इसमें फुसफुसाने की आवाज आ रही है। कांग्रेस का कहना है कि ये वीडियो विधायकों से जबरदस्ती बनवाए जा रहे हैं।

 

 

बेंगलुरु में ठहरे 22 विधायकों ने विधानसभा स्पीकर को अपने इस्तीफे भेजे थे। इनमें से 6 विधायकों की सदस्यता शनिवार शाम विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने खत्म कर दी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री की सिफारिश पर राज्यपाल पहले ही तुलसीराम सिलावट, महेंद्र सिंह चौहान, डॉ. प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत और प्रद्युम्न सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर चुके हैं।

मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के फ्लोर टेस्ट से पहले भाजपा और कांग्रेस तैयारियों में जुटी हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ को 16 मार्च यानी सोमवार को विधानसभा में बहुमत साबित करना है। इससे पहले रविवार को जयपुर में ठहरे कांग्रेस के 85 विधायकों के भोपाल पहुंचने पर सियासी हलचल और तेज हो गई। दिल्ली में भाजपा नेताओं के बीच बैठकों का दौर जारी है। सुबह केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के आवास पर ज्योतिरादित्य सिंधिया, शिवराज सिंह और धर्मेंद्र प्रधान ने फ्लोर टेस्ट की रणनीति पर चर्चा की। इसके बाद चारों नेता सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता से मिलने पहुंचे।

उधर, शिवराज सिंह 105 भाजपा विधायकों से मिलने गुड़गांव के आईटीसी ग्रैंड होटल भी गए। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा इन विधायकों को रविवार रात तक भोपाल ला सकती है। वहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया के भोपाल लौटने पर रविवार रात या सोमवार सुबह बेंगलुरु के रिसॉर्ट में ठहरे उनके खेमे के 22 विधायक भोपाल पहुंच सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि विधायकों को फ्लोर टेस्ट के लिए बेंगलुरु से सीधे विधानसभा लाया जा सकता है। सिंधिया समर्थक विधायकों ने भोपाल आने से पहले जान को खतरा बताते हुए सीआरपीएफ से सुरक्षा मांगी है। दूसरी ओर, भाजपा ने फ्लोर टेस्ट से पहले अपने विधायकों के लिए व्हिप जारी किया है।

हमारे विधायक एक घंटे में ही भोपाल आ जाएंगे: नरोत्तम

पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ”कुहासे और धुंध के बादल छटते जा रहे हैं। शाम तक बहुत सारे बादल जा चुके होंगे और वह सभी बातों पर तैयार हो जाएंगे। राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष दोनों संवैधानिक पद पर बैठे हुए हैं। दोनों सही निर्णय लेंगे। हमारे विधायक पास में ही हैं, एक घंटे में आ जाएंगे, प्रतीक्षा करिए। सिंधिया भाजपा नेता हैं और उनके समर्थक भी उनके साथ हैं।” अन्य विधायकों के इस्तीफे और विधानसभा अध्यक्ष की कार्रवाई पर मिश्रा ने कहा कि 24 घंटे में सब कुछ सामने आ जाएगा। कांग्रेस चाहे तो सुप्रीम कोर्ट चली जाए। उनके मंत्रियों के प्रति मेरी संवेदना है, अब तो चला चली की बेला है।

10 मार्च को भाजपा विधायकों को हरियाणा भेजा गया था

भाजपा के पास 107 विधायक हैं। इनमें से 105 विधायकों को भाजपा ने 10 मार्च की रात ही भोपाल में पार्टी मुख्यालय से बसों में बैठाकर दिल्ली रवाना कर दिया था। इन्हें गुड़गांव के होटल में ठहराया गया है। बाकी 2 विधायकों में शिवराज सिंह अभी दिल्ली और नारायण त्रिपाठी मां के निधन के चलते मध्य प्रदेश में हैं।

फ्लोर टेस्ट से पहले कोरोना टेस्ट: जयपुर से लौटे सभी 85 विधायकों के सैम्पल लेने डॉक्टरों की टीम पहुंची, स्पीकर ने भी कहा- सेहत ज्यादा जरूरी

पांच दिन जयपुर में रहने के बाद कांग्रेस के 86 में से 85 विधायक रविवार को भोपाल लौट आए। एक विधायक दो दिन पहले ही भोपाल पहुंच गए थे। सभी विधायकों को अब होटल मैरियट में ठहराया गया है। सोमवार को फ्लोर टेस्ट होगा या नहीं, इस पर सस्पेंस है। लेकिन रविवार शाम को डॉक्टरों की एक टीम कोराना टेस्ट के लिए इन विधायकों के सैम्पल लेने होटल मैरियट पहुंची।

इससे पहले मौजूदा सियासी घटनाक्रम पर स्पीकर एनपी प्रजापति ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की। फ्लोर टेस्ट के सवाल पर उन्होंने कहा कि ये काल्पनिक बात है। जब उनसे इस बारे में मीडिया ने लगातार सवाल किए तो उन्होंने कहा- ‘आपको कल ही इस बारे में पता चलेगा। फैसला लेने से पहले मैं आप लोगों को नहीं बताऊंगा।’ हालांकि, कोरोनावायरस के बारे में उन्होंने कहा कि किसी भी चीज से ज्यादा जरूरी है सेहत। सभी को इसकी चिंता है। कल विधानसभा में भी हम इसके इंतजाम दिखेंगे। सेहत से ज्यादा जरूरी कोई दूसरी चीज नहीं है।

स्पीकर ने कहा- विधायक मुझसे सीधे संपर्क नहीं कर रहे

प्रजापति ने कहा- मैं लोकतंत्र का संरक्षक हूं। ये आप तय कीजिए कि क्या चल रहा है। और जो लोग लोकतंत्र के संरक्षक हैं, उन्हें भी चिंता करनी चाहिए। कहा- ”मैं विधायकों को लेकर चिंतित हूं। विभिन्न माध्यमों से उनके बारे में जानकारी मिल रही है। लेकिन वे मुझसे सीधे संपर्क नहीं कर रहे।” शनिवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रजापति ने सिंधिया समर्थक 6 विधायकों के इस्तीफे मंजूर कर लिए थे। 16 पर फैसला बाकी है। अगर इनके इस्तीफे भी मंजूर होते हैं तो कांग्रेस के पास कुल 99 विधायक रह जाएंगे। विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 206 हो जाएगी। बहुमत के लिए 104 का आंकड़ा जरूरी होगा।

मंत्री जायसवाल ने कहा- अभी तो कोरोना चल रहा है
इस बीच, कमलनाथ सरकार में मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा,“ हमारे पास बहुमत है। कल फ्लोर टेस्ट हो ये जरूरी नहीं। अभी तो कोरोना चल रहा है।” वहीं, एक अन्य मंत्री उमंग सिंघार ने कहा- बजट सत्र नहीं टाला जाएगा।

नेता प्रतिपक्ष भार्गव राज्यपाल से मिले
दूसरी तरफ, नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा ने रविवार दोपहर राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की। बाद में भार्गव ने मीडिया से कहा- विधानसभा में मतदान के लिए इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम खराब है। इसलिए पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाए। हम चाहते हैं कि हाथ उठाकर बहुमत परीक्षण कराया जाए। भाजपा अपने विधायकों को फ्लोर टेस्ट के लिए व्हिप जारी कर  चुकी है।

गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा ने रविवार दोपहर राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की।

मिश्रा बोले- फ्लोर टेस्ट स्पीकर नहीं तो फिर कोर्ट कराएगा
भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा ने कहा, “बेंगलुरु में मौजूद विधायकों को सुरक्षा मिलनी चाहिए। सरकार को फ्लोर टेस्ट तो कराना ही होगा। अगर ये स्पीकर नहीं कराएंगे तो फिर कोर्ट कराएगा।

फ्लोर टेस्ट नहीं टालना चाहती कांग्रेस

मंत्री उमंग सिंघार ने रविवार दोपहर मीडिया से कहा, “हम बजट सत्र नहीं टालेंगे। कोरोनावायरस तो भाजपा में है।” विधायकों के साथ जयपुर से भोपाल आए उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा- हम फ्लोर टेस्ट नहीं टालना चाहते।

भोपाल आएंगे सिंधिया
जानकारी के मुताबिक, भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया रविवार रात या सोमवार सुबह भोपाल पहुंच सकते हैं। दिल्ली में उन्होंने शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से बातचीत की। इसके बाद इन नेताओं ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से भी मुलाकात की।

सभी विधायकों का कोरोना टेस्ट होगा
मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री पीसी. शर्मा ने कहा, “जयपुर से भोपाल लौटे हमारे सभी विधायकों का मेडिकल टेस्ट होगा। कैबिनेट मीटिंग में हमने इस पर विचार किया। हरियाणा और बेंगलुरु में मौजूद विधायकों का भी टेस्ट होना चाहिए।”

भाजपा विधायक दल की बैठक भी आज हो सकती है

रविवार को ही भाजपा विधायक दल की बैठक भी हो सकती है। शिवराज सिंह चौहान फिलहाल दिल्ली में हैं। हरियाणा के मानेसर में एक रिजॉर्ट में ठहरे भाजपा विधायक भी रविवार शाम तक भोपाल पहुंच सकते हैं। वहीं, बेंगलुरु में मौजूद ज्योतिरादित्य समर्थक 22 विधायकों के बारे में खबर हैं कि ये फ्लोर टेस्ट होने पर कुछ देर पहले विधानसभा पहुंचेंगे।

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