गौरव पांडेय, Bhaskar.com . गुरुवार को सेंसेक्स 1919 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ था। शुक्रवार सुबह करीब 2500 अंकों की गिरावट के साथ खुला। 9 बजकर 23 मिनट तक पहुंचते ही बाजार में लोअर सर्किट लग गया। इसके बाद 45 मिनट तक बाजार में ट्रेडिंग बंद रही। बाजार दोबारा खुलने पर 10 मिनट के अंदर ही सेंसेक्स 3600 अंक तक गिर गया। लेकिन इस बीच ऐसी खबरें आईं, जिससे निवेशकों का भरोसा बाजार पर फिर से लौट आया। दोपहर 3 बजकर 30 मिनट पर बाजार 1325 अंकों की बढ़त के साथ बंद हुआ। 5 बातों से जानते हैं कि बाजार कैसे सुधरा? और एक इंट्रा-डे में सबसे तेज रिकवरी का रिकॉर्ड भी बना डाला।
1- रिस्क मैनेजमेंट पर सेबी की तरफ से आश्वासन और स्टॉक एक्सचेंज अधिकारियों के साथ बैठक
मार्केट खुलने से पहले शुक्रवार सुबह ही सेबी ने कहा था कि वह स्टॉक एक्सचेंज को स्थिरता देने के लिए कुछ भी करेगा। जिसका असर भी देखने को मिला, मार्केट खुलने के कुछ देर बाद ही लोअर सर्किट लग गया, जो 45 मिनट तक चला। इसके बाद सेबी ने स्टॉक एक्सचेंज के अधिकारियों के साथ बैठक की। यह बात निवेशकों को पता चली तो उनका सेंटिमेंट बदल गया और बाजार संभलना शुरू हो गया।
2- सरकार ने निवेशकों को भरोसा दिलाया, कहा- फीयर सेंटिमेंट को दूर करने के लिए कुछ भी करेंगे
भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकर कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को कहा कि सरकार और आरबीआई कोरोनावायरस के चलते निवेशकों में पैदा हुए फीयर सेंटिमेंट (भय की भावना) को दूर करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी। भारतीय बाजारों की गिरावट ग्लोबल मार्केट की तुलना में कम है। देश में स्थिति अगले कुछ हफ्तों में स्थिर हो जाएगी, क्योंकि सरकार का अब पूरा ध्यान अर्थव्यवस्था के बुनियादी बातों पर होगा, इनमें महंगाई घटाने, औद्योगिक उत्पादन बढ़ाने, विदेशी मुद्रा भंडार जैसे विषय शामिल हैं। सरकार स्टॉक मार्केट के डेटा को बहुत अच्छी तरह से देख रही है।
3- क्रूड ऑयल के भाव में 2008 के बाद एक सप्ताह की सबसे बड़ी गिरावट
क्रूड ऑयल की कीमतों में शुक्रवार को 5% का उछाल आया, लेकिन 2008 के बाद यह सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट के साथ बंद हुआ। ब्रेंट क्रूड की कीमत इस सप्ताह 23% तक गिरी। यह 2008 के बाद एक सप्ताह में सबसे बड़ी गिरावट है। क्रूड ऑयल की कम होती कीमत देश की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि एक बैरल क्रूड की कीमत 5 डॉलर कम होने से भारत को 50 से 60 हजार करोड़ रुपए की बचत होती है।
4- यूएस स्टॉक में रिकवरी, डाऊ फ्यूचर ने नुकसान को कवर कर 500 अंक ऊपर पहुंचा
अमेरिकी बाजार डाऊ फ्यूचर में शुक्रवार सुबह तक 700 अंकों की गिरावट आ रही थी, लेकिन सुबह 10 बजे यह पूरे नुकसान को कवर करते हुए 500 अंक ऊपर पहुंच गया। इससे भी भारतीय निवेशकों का सेंटिमेंट बदल गया। यह ऐसे वक्त में हुआ, जब गुरुवार रात को डाऊ जोंस में लोअर सर्किट लगा था और वह अब तक के सबसे ज्यादा 2,352 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
वहीं, यूएस फेडरल बैंक ने 31 मार्च तक ट्रिलियन डॉलर मूल्य के रेपो ऑक्शन की घोषणा की। इससे अमेरिकी बैंकों की लिक्विडिटी समस्या हल हो जाएगी।
5- विश्लेषकों का अनुमान सही होने से निवेशकों में उत्साह लौट आया
बाजार में शुक्रवार को रिकॉर्ड गिरावट के बाद निवेशकों ने जमकर शेयरों की खरीददारी शुरू की, इससे भी मार्केट को बूस्टअप मिला। मार्केट एक्सपर्ट्स का अनुमान था कि गुरुवार को बीयर मार्केट होने से शुक्रवार को निफ्टी 8100 से 8800 रेंज में नीचे जा सकता है और ऐसा ही हुआ। शुक्रवार सुबह निफ्टी ने 8555 तक पहुंच गया। इससे शेयरों में जमकर खरीद हुई और बाजार में तेजी आ गई।