मध्य प्रदेश: सियासी संकट के बीच राज्यपाल से मिले सीएम कमलनाथ, बंधक हैं हमारे विधायक, गवर्नर से की छुड़ाने की अपील

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को राज्य में मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बारे में जानकारी दी.मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन को एक चिट्ठी सौंपी है, जिसमें बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया गया है. इसके साथ ही बीजेपी पर विधायकों को बंधक बनाने का भी आरोप लगाया गया है.

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  • गवर्नर लालजी टंडन से मिले सीएम कमलनाथ
  • बंधक बनाए गए विधायकों को छुड़ाने की मांग

भोपाल: मध्य प्रदेश में जारी राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ आज राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने राजभवन पहुंचे. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को राज्य में मौजूदा राजनीतिक स्थिति के बारे में जानकारी दी. राज्यपाल से मिलने के बाद कमलनाथ ने कहा कि वो फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं. राज्यपाल अपने गृहनगर लखनऊ में होली का त्योहार मनाने के बाद गुरुवार को भोपाल लौटे हैं. मध्य प्रदेश में चल रही भारी उटापटक के बीच सीएम कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन को चिट्ठी भी सौंपी. सीएम ने कहा कि बहुमत परीक्षण के लिए तैयार हैं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की तरफ से चल रही विधायकों की खरीद-फरोख्त रोकें.

22 विधायकों के इस्तीफे के बाद अल्पमत में है सरकार

 

मध्य प्रदेश कांग्रेस के 22 विधायक जिनमें 6 मंत्री भी शामिल हैं अप्रत्यक्ष रूप से अपना इस्तीफा राज्यपाल लालजी टंडन और विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को भेज चुके हैं. इनके इस्तीफे मंजूर होने की स्थिति में कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ जाएगी. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कहा है कि जब सभी विधायक मेरे सामने प्रस्तुत होंगे और इस्तीफे की वजह बताएंगे उसी के बाद में उनकी सदस्यता पर विचार करूंगा. लेकिन मौजूदा हालातों को देखकर इन मंत्रियों और विधायकों का अपना इस्तीफा वापस लेना मुश्किल लग रहा है.

विधायकों ने कहा- जहां महाराज वहां हम

कांग्रेस से बगावत करने वाले सिंधिया समर्थक 6 मंत्रियों समेत 22 विधायक इस समय बेंगलुरु के एक रिसॉर्ट में मौजूद हैं. पिछले हफ्ते खबर आई थी कि इन 22 विधायकों में से 13 वापस कांग्रेस में आना चाहते हैं, लेकिन इसके बाद सभी विधायकों के एक-एक कर वीडियो सामने आए. इस वीडियो में कहते हुए दिख रहे हैं कि हम ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ हैं, जहां महाराज रहेंगे वहीं हम सब उनके साथ खड़े रहेंगे. इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस सरकार पर सियासी संकट और भी गहरा गया है.

मध्य प्रदेश की राजनीति में उथलपुथल जारी है. सरकार पर मंडराते संकट के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की. कमलनाथ ने राज्यपाल को एक चिट्ठी भी सौंपी है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर विधायकों की खरीद-फरोख्त और बंधक बनाने का आरोप लगाया है.

राज्यपाल लालजी टंडन से मिलने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण और बजट सत्र के दौरान फ्लोर टेस्ट होगा, लेकिन यह तभी संभव है जब 22 विधायकों को कैद से मुक्त किया जाए. सरकार को अस्थिर करने के लिए बीजेपी ने कई बार कोशिश की. इस बार विधायकों को बंद बनाया गया है. हमने विधायकों को रिहा कराने की मांग की है.

3 मार्च से शुरू हुआ सरकार गिराने का दांव

अपनी चिट्ठी में सीएम कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ने 3 और 4 मार्च को सरकार गिराने का दांव चला था और कुछ विधायकों को बेंगलुरु भेजने की कोशिश की गई, लेकिन हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी की साजिश को नाकाम कर दिया. इसके बाद 8 मार्च को बीजेपी ने चार्टर्ड प्लेन से 19 विधायकों को बेंगलुरु भेज दिया. इसमें 6 मंत्री शामिल हैं.

कमलनाथ का दावा- बंधक बनाए गए हैं विधायक

सीएम कमलनाथ का आरोप है कि इन 19 विधायकों को बीजेपी ने एक रिजॉर्ट में रखा है. विधायकों को किसी से भी संपर्क करने की इजाजत नहीं दी जा रही है. विधायकों को बंधक बना लिया गया है. 10 मार्च को बीजेपी के नेता विधानसभा अध्यक्ष के पास पहुंचे थे और उन्होंने 19 विधायकों का इस्तीफा सौंपा था. इन विधायकों का इस्तीफा बीजेपी नेताओं ने सौंपा, जो कि गलत है.

‘बीजेपी गुंडों ने की हमारे मंत्री के साथ मारपीट’

सीएम कमलनाथ ने कहा कि 12 मार्च को हमारे दो मंत्री जीतू पटवारी और लखन सिंह यादव बेंगलुरु पहुंचे. उनके साथ बंधक बनाए गए विधायक मनोज चौधरी के पिता नारायण सिंह चौधरी भी थे. तीनों के साथ बीजेपी के गुंडों और कर्नाटक पुलिस ने धक्का मुक्की की और गैर-कानूनी रूप से हिरासत में ले लिया. उन्हें विधायकों से मिलने नहीं दिया गया.

‘विधायक आएंगे फिर होगा फ्लोर टेस्ट’

सीएम कमलनाथ ने कहा कि 16 मार्च से विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है, लेकिन सत्र शुरू होने से पहले सभी विधायकों का आना जरूरी है. हम फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं, लेकिन उससे पहले बंधक बनाए गए विधायकों को छुड़ाना होगा. हम चाहते हैं कि लोकतंत्र की हत्या न हो. मध्य प्रदेश की जनता ने लोकतांत्रिक सरकार चुनी थी, जिसे बीजेपी गिराने की कोशिश कर रही है.