Corona Virus के लिए सभी राज्यों ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, यहां देखें पूरी लिस्ट

Corona Virus: 29 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में भी हेल्पलाइन नंबर (Help Line Number for Corona Virus) शुरू किए गए हैं.

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नई दिल्ली. सरकार ने देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण का प्रसार होने के मद्देनजर केंद्रीय हेल्पलाइन नंबर 011-23978046 शुरू किया है. इसके अलावा 29 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में भी हेल्पलाइन नंबर (Help Line Number for Corona Virus) शुरू किए गए हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
इसमें कहा गया है कि बिहार, गोवा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, उत्तराखंड, दादर एवं नगर हवेली, दमन-दीव, लक्षद्वीप और पुडुचेरी कोरोना वायरस संबंधी जानकारी देने के लिए हेल्पनाइन नंबर 104 का इस्तेमाल कर रहे है.

उन्होंने बताया कि मेघालय 108 और मिजोरम 102 नंबर को हेल्पलाइन के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. कोरोना वायरस संबंधी जानकारी देने के लिए केंद्रीय हेल्पलाइन नंबर 011-23978046 शुरू किया गया है. दिल्ली सरकार का हेल्पलाइन नंबर 011-22307145 है.

corona help line के लिए इमेज नतीजे


सामने आई कोरोनावायरस संक्रमित फेफड़ों की पहली 3D इमेज, सफेद धब्बों में नजर आई डरावनी तस्वीर

 

न्यूयॉर्क/ बीजिंग. दुनिया भर के मेडिकल प्रोफेशनल्स और वैज्ञानिक यह खोजने में लगे हैं कि कोरोनावायरस कैसे फैलता है और कैसे शरीर को प्रभावित करता है।  इस दिशा में वैश्विक स्तर पर बड़ा काम संक्रमित मरीजों के फेफड़ों की की 3D इमेज बनाने और उससे अंदरुनी स्थिति को समझने का हुआ है। वैज्ञानिकों ने चीन में कोरोनावारयस COVID-19 संक्रमण से मारे गए 1000 से ज्यादा लोगों के पोस्टमॉर्टम से उनके फेफड़ों की स्थिति की 3D इमेज बनाई है।

पता चला कैसे दम घुटता है

ये तस्वीरें रेडियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका (RSNA) ने जारी की है। फेफड़ों के एक्स-रे और सीटी स्कैन से सामने आया है कि पीड़ितों के फेफड़ें चिकने और गाढ़ी बलगम (म्यूकस) से भर जाता है। इसके कारण पीड़ित व्यक्ति की सांस घुटने लगती है क्योंकि उसके फेफड़ों में हवा जाने के लिए कोई जगह ही नहीं बचती।

corona help line के लिए इमेज नतीजे

सफेद धब्बों से मिला क्लू

COVID-19 रोगियों के सीटी स्कैन से उनके फेफड़ों में सफेद धब्बों का स्पष्ट रूप से पता चला है – जिसे रेडियोलॉजिस्टों ने अपनी भाषा में ग्राउंड-ग्लास ओपेसिटी कहा है – क्योंकि वे स्कैन पर खिड़कियों के शीशों पर लगे धब्बों जैसे दिखाई देते हैं। पीड़ितों के फेफड़ों के सीटी स्कैन से ऐसे पैचेज़ नजर आए जो निमोनिया के होते हैं। लेकिन, कोरोना के मामले में ये ज्यादा ही गाढ़े हैं और फेफड़ों में हवा के जगह कुछ और ही भरा हुआ नजर आया।

वुहान पहुंची 65 वर्षीय महिला का 7 दिन बाद का सीटी स्कैन। उसे 5 दिन बाद खांसी-बुखार हुआ था। तीर के लाल निशान में बढ़ते हुए सफेद धब्बे।

क्या फायदा होगा

इस 3D इमेज के बनने के बाद डॉक्टर एक्स-रे और सीटी स्कैन से ऐसे मरीजों की बहुत जल्दी पहचान कर पाएंगे जो गंभीर रूप से संक्रमित हैं और जिन्हें तुरंत सबसे आइसोलेट करने की जरूरत है। चीन के वुहान शहर से फैला कोरोनावायरस (कोविड-19) अब तक 111 से ज्यादा देशों में फैल चुका है। दुनियाभर में 4,640 लोग मारे गए हैं। एक लाख 26 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।

वुहान से हांगकांग पहुंचे मरीज के चेस्ट रेडियोग्राफ। पहले, चौथे और 7वें दिन के बाद बढ़े हुए सफेद धब्बे नजर आ रहे हैं।

सार्स के लक्षण भी ऐसे ही थे

2002 में दुनियाभर में फैले ऐसे ही संक्रामक रोग ‘सार्स’ में कोरोना की तरह एक्स-रे और सीटी स्कैन से ऐसे ही निष्कर्ष सामने आए थे। इस रोग में भी फेफड़ों में सफेद और गाढ़े धब्बे थे और जिस जगह पर हवा होनी थी वहां पर बलगम भरी थी।