एमपी में भाजपा की मांग- 16 मार्च को हो फ्लोर टेस्ट, कांग्रेस बोली- इस्तीफे पर फैसले तक संभव नहीं; स्पीकर ने 19 विधायकों को हाजिर होने को कहा

बजट सत्र 16 मार्च से शुरू होगा, पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण होना है और इससे पहले फ्लोर टेस्ट की मांग स्पीकर एनपी प्रजापति ने 13 मार्च को 6, 14 मार्च को 7 और बाकी बचे 9 विधायकों को 15 मार्च को बुलाया है

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भोपाल. ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शािमल होने के 24 घंटे बाद मध्य प्रदेश की सियासत में नया चैप्टर जुड़ गया है। फ्लोर टेस्ट को लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हैं। भाजपा की मांग है कि 16 मार्च से शुरू हो रहे बजट सत्र के पहले ही दिन फ्लोर टेस्ट हो। कांग्रेस का कहना है कि जब तक विधायकों के इस्तीफे पर फैसला नहीं हो जाता, फ्लोर टेस्ट संभव नहीं है। इस बीच, स्पीकर एनपी प्रजापति ने बेंगलुरु से इस्तीफा भेजने वाले 19 विधायकों को व्यक्तिगत रूप से हाजिर होने को कहा है।

स्पीकर एनपी प्रजापति ने छह विधायकों को शुक्रवार, 7 विधायकों को शनिवार और बाकी बचे 9 विधायकों रविवार को उपस्थित होने को कहा है। स्पीकर ने कहा है कि हम फिजिकल वेरिफिकेशन करना चाहते हैं कि विधायकों ने स्वयं इस्तीफा दिया है न कि किसी के दबाव में आकर।

सरकार अल्पमत में, स्पीकर भाषण किसका पढ़ेंगे: भाजपा
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ये कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। हमारा कोई लेना-देना नहीं है। वास्तविकता यह है कि जो सरकार अल्पमत में है, वह कैसे राज्यपाल का अभिभाषण करा सकती है। भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश में संवैधानिक संकट की स्थति पैदा हो गई है। राज्यपाल सदन में सरकार का अभिभाषण पढ़ते हैं। सरकार अल्पमत में है तो किसका भाषण पढ़ेंगे। राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष के पास 22 विधायकों के इस्तीफे पहुंच चुके हैं। हम राज्यपाल और अध्यक्ष से निवेदन करेंगे की पहले फ्लोर टेस्ट हो फिर राज्यपाल का अभिभाषण।

दिग्विजय ने कहा- विधायकों के इस्तीफे पर  फैसला होने तक फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार ‘फ्लोर टेस्ट’ के लिए तैयार है, लेकिन जब तक विधायकों के इस्तीफों पर फैसला नहीं होगा, फ्लोर टेस्ट कैसे होगा। जब तक विधायक स्वयं अध्यक्ष के सामने उपस्थित नहीं होंगे, इस्तीफे पर निर्णय कैसे लिया जा सकता है।

Madhya Pradesh Congress released an Old video of Shivraj Singh

Viral Video: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पंजा छुड़ाकर कमल का दामन थाम लिया है. बुधवार को बीजेपी ने उन्हें मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजने की भी पुष्टि कर दी. सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने पर कई कांग्रेसी नेताओं की तल्ख टिप्पणी के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने एक पुराना वीडियो शेयर किया है. जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिंधिया को गद्दार कहते हुए सुनाई दे रहे हैं.

मध्य प्रदेश के ट्वीटर हैंडिल से जारी वीडियो में शिवराज सिंह भीड़ को संबोधित कर रहे हैं. इस मौके पर इतिहास के हवाले से शिवराज सिंधिया को गद्दार साबित करने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस ने इस वीडियो को शेयर करते सिंधिया से पूछा कि कहां पहुंच गए. ट्ववीट के कैप्शन में कटाक्ष करते हुए लिखा गया है, “सिंधिया जी का स्वागत करते शिवराज: सुनिये! बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी सिंधिया परिवार के बारे में जिन शब्दों का उपयोग कर रहे हैं, उन्हें हम लिखना तक उचित नहीं समझते. उसूल और सम्मान की रक्षा के लिये कहां पहुंच गये..?” 53 सेकंड के वीडियो में शिवराज चौहान 1857 की जंग पर बात कर रहे होते हैं. मगर बीच-बीच में सिंधिया परिवार को निशाने पर लेना नहीं भूलते.

शिवराज सिंह के भाषण से पहले मंच पर मौजूद एक वक्ता भी यही बात कहते हुए सुनी जा रही है. जब शिवराज सिंह के बोलने की बारी आती है तो शिवराज सिंधिया परिवार पर हमला बोलते हुए अपनों की गद्दारी के कारण स्वतंत्रता संग्राम के असफल होने का कारण बताते हैं. वीडियो सामने आने के बाद सिंधिया के खिलाफ लोगों की प्रतिक्रिया अलग-अलग तरह से आने लगी.

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