कोरोना: देश में संक्रमित लोगों की संख्या 73 हुई, हरियाणा में महामारी घोषित

गुरुवार को कोरोना वायरस के नए मामलों में भारी इजाफा देखा गया है. कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 73 पर पहुंची, इनमें 16 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं.

नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के प्रकोप का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है. गुरुवार को कोरोना वायरस के नए मामलों में भारी इजाफा देखा गया है. अब तक भारत में कोरोना के मामलों की संख्या बढ़कर 73 पर पहुंच गई है. इन 73 में 17 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं. कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए हरियाणा की सरकार ने इसे महामारी घोषित किया है. भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश के 56 लोग कोरोना से पॉडजिटिव पाए गए हैं.

No casualty happen due to Coronavirus in India, Confirmed By health commissioner
कल 10, आज 13 नए मामले सामने आए

भारत सरकार के मुताबिक 10 मार्च की शाम तक देश में कोरोना के पुष्ट मामलों की संख्या 50 थी, लेकिन बुधवार को 10 नए मामले के साथ ही ये संख्या बढ़कर 60 हो गई. आज 13 नए मामलों के साथ ही इसकी संख्या अब 73 पर पहुंच गई है.

आपको बता दें कि कोरोना वायरस का प्रकोप देश के कई राज्यों में फैल चुका है. देश ही नहीं दुनिया भी कोरोना वायरस की चपेट में है. दुनिया भर में अब तक कोरोना वायरस के 118,000 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है, जबकि मरने वालों की संख्या 4300 के करीब पहुंच गई है.

किस राज्य में कितने मरीज

केरल- 17
महाराष्ट्र- 11
कर्नाटक- 4
तमिलनाडु- 1
राजस्थान -3 (दो विदेशी)
तेलंगाना-1
जम्मू-कश्मीर-1
लद्दाख- 3
दिल्ली- 6
हरियाणा-14 (सभी विदेशी)
उत्तर प्रदेश- 11 (एक विदेशी)
पंजाब- 1

हेल्थ कमिश्नर ने किया साफ, देश में कोरोना वायरस से नहीं हुई है किसी की मौत

आज कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात की जानकारी दी गई कि कर्नाटक के कलबुर्गी में कोरोना वायरस के चलते देश में पहली मौत का मामला सामने आया है. हालांकि स्वास्थ्य कमिश्नर ने आज इस बात का खंडन किया है और स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने संदेश जारी करते हुए कहा कि मीडिया में खबरें चल रही हैं कि कलबुर्गी में एक 76 वर्षीय शख्स की मौत कोरोना वायरस के कारण हुई है पर ये साफ किया जाता है कि ये खबरें झूठी हैं. उसका सैंपल कोविड-19 के लिए लिया गया है और जांच के लिए भेजा गया है. मीडिया से अनुरोध किया जाता है कि वो सरकार के सहयोग करे और पैनिक की स्थिति न पैदा करे.

दरअसल आज कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये बताया गया कि कोरोना वायरस के चलते देश में पहली मौत का मामला सामने आ गया है. मरने वाले शख्स का नाम मुहम्मद हुसैन सिद्दीक था और उसकी आयु 76 वर्ष थी. वो अभी हाल ही में सऊदी अरब से लौटा था और उसका इलाज हैदराबाद में चल रहा था.

उधर महाराष्ट्र के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट ने आज जानकारी दी है कि मुंबई में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है. मुंबई हॉस्पिटल में भर्ती कराए गए दो लोगों के कोरोना वायरस पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है. इसे मिलाकर राज्य में अब कोरोना वायरस के 7 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं. कोरोना वायरस को लेकर देश भर में एहतियात बरती जा रही है और आज दोपहर में 10 और नए मामले सामने आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 60 हो गई है.

 

ईरान का हाल
ईरान में बुधवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से 63 मरीजों की मौत हो गयी जो इस देश में एक दिन में सर्वाधिक मौतें हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता कियानौश जहांपोर ने कहा कि प्रयोगशाला के नये नतीजे के अनुसार हमने देश में कोविड-19 के 958 नये पॉजिटिव मामलों की पहचान की है. उसी के साथ इस बीमारी के कुल मामले 9000 हो गये हैं. पिछले 24 घंटे में 63 लोगों की जान चली जाने की खबर आयी है. देश में इस बीमारी से अबतक 354 लोगों की मौत हो चुकी है

दुनिया में कोरोना वायरस की दहशत के बीच उससे बचाव के पहलुओं पर जोर दिया जाने लगा है. संक्रमण के खतरे को देखते हुए सैनेटाइजर या साबुन के फायदे गिनाए जाने लगे हैं. उससे आगे बढ़कर अब इस बात की सलाह दी जा रही है कि सैनेटाइजर या साबुन में ज्यादा कारगर कौन है ?

 

कोरोना से बचाव में साबुन है ज्यादा उपयोगी

कोरोना वायरस से बचने के लिए साबुन ज्यादा बेहतर विकल्प है. ये दावा किया है यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ वेल्स के प्रोफेसर पॉल थॉर्डर्सन ने. उन्होंने कोरोना वायरस से बचने के लिए साबुन को ज्यादा कारगर बताया है. उनका कहना है कि साबुन वायरस में मौजूद लिपिड को आसानी से खत्म कर देता है. साबुन में फैटी एसिड और सॉल्ट जैसे तत्व भी होते हैं. वायरस को एक साथ जोड़कर रखनेवाला चिपचिपा पदार्थ 20 सेकंड तक हाथ धोने से नष्ट हो जाता है. साबुन चमड़े के काफी गहराई में जाकर कीटाणुओं को मारता है.

वायरस का संक्रमण आदमी से आदमी में होता है

बोस्टन मेडिकल सेंटर के डॉक्टर नाहिद भडेला चेताते हैं, “साबुन या सेनेटाइजर अगर सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किए जाते हैं तो उसका कोई फायदा नहीं है. इसलिए कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए हाथ साफ करनेवाले प्रोडक्टस प्रभावकारी, उचित और सही होने चाहिए.” जहां तक सैनिटाइजर पर जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के एक शोध की बात है तो इसके मुताबिक जेल, लिक्विड या क्रीम के रूप में मौजूद सैनेटाइजर कोरोना वायरस से लड़ने में साबुन जितना उपयोगी नहीं है. हालांकि अभी कोविड-19 के इलाज की कोई वैक्सीन सामने नहीं आई है. मगर विशेषज्ञ सबसे बेहतर तरीका वायरस के संपर्क से बचने को सावधानी बता रहे हैं. इसलिए कि वायरस का संक्रमण आदमी से आदमी में होता है.