नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण इस समय दुनिया में कहर बरपा रहा है. इससे विश्व में अब तक 1.10 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं. ईरान भी इससे अछूता नहीं है. वहां कोरोना वायरस के कारण 237 लोगों की मौत हो चुकी है. वहां कुछ भारतीय भी फंसे हुए हैं. सोमवार सुबह विदेश मंत्री एस जयशंकर के ईरान में फंसे भारतीयों के परिजनों से मुलाकात के बाद बड़ा फैसला लिया गया है. भारत ने सोमवार रात को ही ईरान में फंसे भारतीयों को लाने के लिए वहां विशेष विमान भेज दिया है.
Wing Commander Karan Kapoor, Captain of C-17 Globemaster: We plan to depart Hindon Air Force Station at 8:30pm&land in Tehran at about 2 am.We will depart Tehran at about 4:30 am&land back here at about 09:30 am. Facilities to quarantine the passengers have been set up at Hindon. https://t.co/pWDCz0uXSF pic.twitter.com/8OUjii04OI
— ANI (@ANI) March 9, 2020
भारतीय वायुसेना का सी-17 ग्लोबमास्टर ट्रांसपोर्ट विमान सोमवार को ईरान भेजा दिया गया है. इसी में भारतीयों को वहां से देश वापस लाया जाएगा.
#WATCH Mumbai: An effigy based on the theme of #CoronaVirus that was put up in Worli was burned as a part of Holika Dahan, a ritual that takes on the eve of #Holi festival. (09.03.2020) pic.twitter.com/1qUKvl1erd
— ANI (@ANI) March 9, 2020
इस विमान ने गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन से सोमवार रात को उड़ान भरी. जानकारी के मुताबिक यह विमान सोमवार देर रात 2 बजे तेहरान पहुंचेगा. इसके बाद यह भारतीयों को लेकर मंगलवार सुबह करीब 9:30 बजे भारत आएगा.
Ghaziabad: Earlier visuals of Indian Air Force's C-17 Globemaster transport aircraft, going to Iran, being loaded with facilities to quarantine the passengers. The aircraft will land in Tehran at about 2 am and return to India at about 09:30 am tomorrow. https://t.co/BmPP2QAwOl pic.twitter.com/q273AVuPAf
— ANI (@ANI) March 9, 2020
जयशंकर ने की ईरान में फंसे लोगों के परिजनों से मुलाकात
विदेश मंत्री एस़ जयशंकर सोमवार को औचक दौरे पर कश्मीर पहुंचे और ईरान में फंसे लोगों व छात्रों के परिजन से भी बातचीत की. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विदेश मंत्री सोमवार सुबह को औचक दौरे पर घाटी पहुंचे. जयशंकर ने यहां डल झील के किनारे स्थित कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन परिसर में लोगों से मुलाकात की.
परिजनों ने की थी मांग
अधिकारियों ने बताया कि ईरान में फंसे कश्मीरी छात्रों और कोम शहर में फंसे जायरीनों के परिजनों ने केंद्र से जल्द से जल्द उन्हें हवाई जहाज द्वारा वापस लाने की मांग की. विदेश मंत्री ने रविवार को कहा था कि ईरान से भारतीयों को वापस लाने के लिए प्रयास जारी हैं. जयशंकर ने ट्विटर पर लिखा था कि ईरान के कोम में फंसे जायरीन को भारत वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं. स्क्रीनिंग की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है और अन्य तैयारियों को लेकर ईरानी अधिकारियों से चर्चा की जा रही है. उन्होंने लिखा कि ईरान में भारतीय उच्चायोग इस बारे में गंभीरता से काम कर रहा है.
कोशिश जारी होने की दी थी जानकारी
जयंशकर ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘भारतीय उच्चायोग ईरान में भारतीय मछुआरों से लगातार करीबी संपर्क में है और अब तक उनके बीच कोरोना संक्रमण का कोई भी मामला सामने नहीं आया है. हम उनके लिए आपूर्ति को सुनिश्चित कर रहे हैं और उनके कल्याण की निगरानी जारी रखेंगे.’ विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को कहा कि ईरान के कौम शहर से भारतीय जायरीनों को वापस लाने का प्रयास जारी है और ईरान के अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा चल रही है.
(भाषा इनपुट के साथ)