शेयर बाजार / मुकेश अंबानी की रिलायंस को 12 साल का सबसे बड़ा नुकसान, शेयर 12.35% गिरे, निवेशकों के शेयरों की वैल्यू 1.08 लाख करोड़ घटी
रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप एक लाख करोड़ कम हुआ और ओएनजीसी का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए से नीचे आया रिलायंस का मार्केट कैप अब 7.05 लाख करोड़ और टीसीएस का 7.40 लाख करोड़ है, ओएनजीसी का मार्केट कैप 93000 करोड़ हुआ
बिजनेस डेस्क. बाजार की ऐतिहासिक गिरावट का सबसे ज्यादा असर देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी को हुआ है। उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को शेयर बाजार में 12 साल का सबसे बड़ा नुकसान हुआ है। रिलायंस इंडस्ट्री के शेयर 12.35% की गिरावट के साथ 1105 रुपए पर आ गए। यह अक्टूबर 2008 के बाद कंपनी की सबसे बड़ी गिरावट है। इससे रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मार्केट कैप 7.05 लाख करोड़ रुपए रह गया। कंपनी के निवेशकों के शेयरों की वैल्यू सोमवार को 1.08 लाख करोड़ रुपए कम हो गई। सेंसेक्स 1941 अंक गिरा, उसमें से करीब 500 अंक अकेले रिलायंस इंडस्ट्री के रहे हैं। मार्केट कैप के मामले में रिलायंस अब टीसीएस से पीछे हो गई है। टीसीएस का मार्केट कैप 7.40 लाख करोड़ रुपए है। वहीं, सरकारी कंपनी ओएनजीसी के शेयर भी करीब 16.26 पर्सेंट तक लुढ़क गए। इसका मार्केट कैप भी 1 लाख करोड़ रुपए से नीचे आ गया। ओएनजीसी का मार्केट कैप 93000 करोड़ रुपए पर आ गया।
यस बढ़ा: बैंक का शेयर 32 फीसदी चढ़कर 21.30 रुपए के भाव पर पहुंच गया
कोरोना वायरस और यस बैंक के कारण शेयर मार्केट सोमवार को भी तेजी से गिरा। निवेशकों के बीच घबराहट के कारण सेंसेक्स 2,000 अंकों से ज्यादा नीचे है, इसके बावजूद यस बैंक के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। बीएसई पर यस बैंक का शेयर 32 फीसदी चढ़कर 21.30 रुपए के भाव पर पहुंच गया। शुक्रवार को बीएसई पर यस बैंक का शेयर 16.20 रुपए भाव पर बंद हुआ था। बैंक में ग्राहकों के पैसे सुरक्षित होने के सरकार के आश्वासन से निवेशकों का विश्वास थोड़ा लौटा है। लेकिन इसे बचाने के लिए आगे आने वाले देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के शेयरों में गिरावट आई है। एसबीआई का शेयर सोमवार को 5.60% नीचे गिरकर 254 रुपए पर पहुंच गया। शुक्रवार को बीएसई पर यस बैंक का शेयर 260 रुपए भाव पर बंद हुआ था।
रिलायंस को धक्का: दो महीने पहले रिलायंस का मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रुपए से ऊपर था
मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस का मार्केट कैप सोमवार को ही 1 लाख करोड़ से ज्यादा कम हो गया। दो महीने पहले रिलायंस का मार्केट कैप 10 लाख करोड़ रुपए से ऊपर था। गिरावट के बाद अब कंपनी का मार्केट कैप 7 लाख करोड़ से नीचे आ गया है। कंपनी के शेयर 13 फीसदी गिरकर 1,105 रुपए पर पहुंच गए हैं। यह अक्टूबर 2008 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। क्रूड ऑयल के संकट के कारण सेंसेक्स में ऑयल सेक्टर की कंपनियों के शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है।
बाजार फिसल रहा: 2020 में सेंसेक्स 2 महीने में 12.53% लुढ़का
2020 में 1 जनवरी से लेकर अब तक सेंसेक्स करीब 12.53% गिर चुका है। 1 जनवरी को सेंसेक्स 41,306 अंकों पर था। 9 मार्च को सेंसेक्स 36,128 अंकों पर आ चुका है। अंकों की बात करें तो सेंसेक्स 5,178 अंक नीचे जा चुका है। इसी तरह निफ्टी 1,602 अंक नीचे जा चुका है। 1 जनवरी को निफ्टी निफ्टी 12,182 अंकों पर था। 9 मार्च को निफ्टी 10,580 अंकों पर पहुंच चुका है।