इजराइल सरकार का दावा- कोरोनावायरस की दवा कुछ हफ्ते में बनकर तैयार हो जाएगी, 90 दिन बाद बाजार में उतार देंगे

दुनिया के 92 से ज्यादा देशों में फैल चुका है कोरोनावायरस, संक्रमण से 3500 लोगों की मौत इजराइल के मंत्री ने कहा- 'द गैलिली रिसर्च इंस्टीट्यूट' के वैज्ञानिकों को दवा तैयार करने में कामयाबी मिली

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येरूशलम. दुनियाभर में तेजी से फैल रहे कोरोनावायरस के खौफ के बीच एक राहत भरी खबर है। इजराइल सरकार ने दावा किया है कि अगले कुछ हफ्ते में उनके वैज्ञानिक कोरोनावायरस की दवा तैयार कर लेंगे। इसके 90 दिनों के अंदर ही दवा बाजार में भी उतार देंगे। इजराइली मीडिया ‘द येरूशलम पोस्ट’ ने विज्ञान एवं तकनीक मंत्री ओफिर अकुनिस के हवाले से यह जानकारी दी है। इसमें कामयाबी मिलती है तो यह पूरी दुनिया के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। अभी तक इसके इलाज के लिए कोई दवा बाजार में उपलब्ध नहीं है। दुनिया के 92 से ज्यादा देशों में वायरस फैल चुका है। इसके चलते 3500 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सवा लाख से भी अधिक संक्रमित हैं।

ब्रोन्कियल बीमारी के लिए तैयार कर रहे थे दवा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल के द गैलिली रिसर्च इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक पिछले चार साल से इंफेक्शस ब्रोंकाइटिस वायरस (आईबीवी) की दवा तैयार करने के लिए शोध कर रहे थे। यह एक ब्रोन्कियल बीमारी होती है जो मुर्गियों में होती है। इसके इलाज के लिए वैज्ञानिकों ने सफलतापूर्वक दवा तैयार कर ली है। वेटनरी इंस्टीट्यूट में प्री-क्लीनिकल ट्रायल के बाद इसे सरकार ने पास भी कर दिया है। इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिक डॉ. चेन कट्ज ने बताया कि यह दवा विशेष प्रकार के वायरस के इलाज में कारगर है। इसमें ऐसे प्रोटीन हैं जो मांसपेशी के ऊतकों में एंटीजेन का निर्माण करते हैं। इससे शरीर में वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी तैयार होता है।

कोरोनावायरस को मॉडल केस की तौर पर लिया
डॉ. चेन ने कहा, ‘आईबीवी की दवा तैयार करने में सफलता मिलने के बाद हमारी टीम ने कोरोनावायरस को एक मॉडल केस के तौर पर लिया। हम केवल आईबीवी के लिए तैयार दवा की तकनीक को परखना चाहते थे। इसके लिए हमने जब कोरोनावायरस का डीएनए लेकर जांच की तो मालूम पड़ा की मुर्गियों में मिलने वाले वायरस से यह काफी हद तक समान है। इसलिए इंसानों के लिए इसी तकनीक के आधार पर दवा तैयार करने के लिए काम शुरू कर दिया। इसमें काफी हद तक सफलता मिल चुकी है।’ डॉ. चेन आगे बताते हैं कि अब आईबीवी के लिए तैयार दवा को ही नए क्रम में रखकर दवा तैयार ही जा रही है। बस कुछ सप्ताह और फिर कोरोनावायरस की दवा भी हमारे हाथ में होगी।

वैज्ञानिक ही तैयार करेंगे बड़े पैमाने पर दवा
डॉ. चेन का कहना है कि कोरोनावायरस की दवा तैयार करने की जिम्मेदारी इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों को ही मिली है। हालांकि, इसके बाद हम नियामक प्रक्रियाओं को अपनाते हुए ही आगे बढ़ेंगे। इसमें क्लीनिकल ट्रायल और बड़े पैमाने पर दवाओं का उत्पादन भी शामिल है। उधर विज्ञान एवं तकनीक मंत्री अकुनिस ने मंत्रालय के महानिदेशक को इसकी प्रक्रिया तेजी से पूरी करने का निर्देश दिया है। इसमें मंत्रालय या विभाग की तरफ से देरी नहीं होनी चाहिए।

ह्यूमन ट्रायल की प्रक्रिया पर भी काम कर रहे
रिसर्च इंस्टीट्यूट के सीईओ डेविड जिगडॉन के मुताबिक ‘दवा तैयार होने के 90 दिनों के अंदर इसे लांच किया जाएगा। यह खाने की दवा होगी। हमने इसके लिए ह्यूमन ट्रायल की प्रक्रिया भी करेंगे। इस क्षेत्र में काम करने वाली कुछ कंपनियों से लगातार संपर्क में हैं।’

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