सीरिया में रूस और तुर्की युद्धविराम पर सहमत, आधी रात से लागू हुआ समझौता
तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने गुरुवार को कहा कि सीरिया (Syria) के उत्तर पश्चिमी प्रांत इदलिब में तुर्की और रूस (Russia) संघर्षविराम पर सहमत हुए हैं.
मॉस्को. तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने गुरुवार को कहा कि सीरिया (Syria) के उत्तर पश्चिमी प्रांत इदलिब में तुर्की और रूस (Russia) संघर्षविराम पर सहमत हुए हैं जो आधी रात से लागू हो गया. व्लादिमीर पुतिन से हुई बातचीत के बाद एर्दोआन ने कहा, ‘गुरुवार मध्यरात्रि 12 बजकर एक मिनट पर युद्धविराम लागू हो जाएगा.’
तुर्की ने रविवार को पुष्टि की थी कि विद्रोहियों के अंतिम गढ़ इदलिब में बढ़ती झड़पों के बाद उसने रूस समर्थित सीरियाई बलों के खिलाफ पूर्ण सैन्य अभियान शुरू किया है. लेकिन वह रूस के साथ संघर्ष नहीं चाहता है. प्रांत में इस्लामी लड़ाकों का समर्थन करने वाले अंकारा ने रविवार को ड्रोन हमलों में 19 सीरियाई सैनिकों की हत्या कर दी थी और शासन के दो विमान मार गिराए थे.
सीरिया में किए थे हमले
तुर्की ने अपने दर्जनों सैनिक के मारे जाने के बाद से सीरिया में कई हमले किए थे. अपने अभियान की उसने पहली बार पुष्टि की है. तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकार ने टेलीविजन के जरिए अपने संबोधन में कहा था, ‘इदलिब में 27 फरवरी को हुए घातक हमले के बाद अभियान ‘स्प्रिंग शील्ड’ सफलतापूर्वक जारी है.’
जताई थी ये उम्मीद
मंत्री ने कहा था, ‘रूस के साथ संघर्ष करने में हमारी कोई रूचि नहीं है, ना ही हमारा ऐसा कोई इरादा है. सीरिया में बृहस्पतिवार से तुर्की के तीस सैनिक मारे गए हैं.’ उन्होंने कहा था कि हमारा इरादा शासन के नरसंहार को रोकना और पलायन को रोकना है. उन्होंने कहा था कि हम उम्मीद करते हैं कि रूस, सीरियाई शासन को हमले से रोकेगा और सोची समझौते के तहत सीमा से सीरियाई सैनिकों की वापसी के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करेगा.
15 नागरिकों की मौत
वहीं सीरिया के उत्तरपश्चिमी क्षेत्र में इदलिब के अंतिम प्रमुख विपक्षी गढ़ में गुरुवार को रूसी हवाई हमलों में एक बच्चे समेत कम से कम 15 नागरिकों की मौत हो गई. ब्रिटेन स्थित निगरानी संस्था ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने बताया कि आधी रात के बाद किये गये इन हमलों में एक ऐसे क्षेत्र को निशाना बनाया गया जहां विस्थापित सीरियाई लोग इदलिब प्रांत में मारेत मिसरीन नगर के बाहर एकत्र हो गए थे.
एएफपी के एक संवाददाता ने कुछ पीड़ितों के शव देखे. ये शव एक स्थानीय अस्पताल में मोटे कंबलों में लिपटे हुए थे. ऑब्जर्वेटरी का कहना है कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है.