भोपाल पुलिस ने एक क्लिनिक पर छापा मारा. शुरुआती जांच में पता चला कि यहां सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था. जिस क्लिनिक पर कार्रवाई की गई उसका नाम डॉ. आर प्रतापसिंह मेमोरियल हॉस्पिटल है. भोपाल के बरखेड़ी में चल रहे इस क्लिनिक के बारे में पुलिस को शिकायत मिली थी. शिकायत में कहा गया था कि इस क्लिनिक में डॉक्टरी के अलावा सब कुछ होता है. पुलिस ने क्लिनिक पर छापा मार के छह लोगों को गिरफ़्तार किया है. गिरफ़्तार लोगों में तृणमूल कांग्रेस का मध्य प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल है. आरोप है कि वो भी सेक्स रैकट चलाने में टीएमसी का ये नेता भी शामिल था. पुलिस ने चार महिलाओं को भी मौक़े से गिरफ़्तार किया है. आरोप है कि गिरफ़्तार महिलाएं सेक्स वर्कर हैं. 3 मार्च को पुलिस ने कार्रवाई की.
कैसे पकड़े गए
भोपाल एएसपी निश्चल झारिया ने स्थानीय मीडिया को बताया कि सेक्स रैकेट के बारे में किसी ने डीजीपी वीके सिंह को सीधे शिकायत की थी. इसकी जांच डीएसपी क्राइम अदिति भावसार को सौंपी गई. जांच में पता चला कि जमजम शादी हॉल के पास बरखेड़ी में डॉक्टर आर प्रतापसिंह मेमोरियल हॉस्पिटल में सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था. इसी जानकारी को आधार बनाकर एक महिला कॉन्स्टेबल को इस अस्पताल में भेजा गया. महिला कॉन्स्टेबल ने डॉक्टर से मुलाक़ात की. डॉक्टर से जैसे ही सिविल ड्रेस में गई महिला कॉन्स्टेबल ने जॉब मांगी तो डॉक्टर सेक्स रैकेट में काम करने का ऑफर देने लगी. बाहर निकलकर पहले से खड़ी पुलिस टीम को इशारा किया. भीतर पुलिस ने आकर छापा मारा और छह लोगों को गिरफ़्तार कर लिया.
मौक़े से लोग गिरफ़्तार
पुलिस ने मौक़े से छह लोगों को गिरफ़्तार किया. गिरफ़्तार हुए लोगों में हर उम्र और पेशे वाले लोग शामिल हैं. तृणमूल कांग्रेस मध्य प्रदेश अध्यक्ष सचिन चौहान, एक पूर्व सरपंच, एक बिल्डर, एक स्टूडेंट और एक सेल्समैन गिरफ़्तार हुए हैं. अब भोपाल शहर के जहांगीराबाद थाने पर आरोप लग रहे हैं. कहा जा रहा है कि थाने के बिल्कुल क़रीब ये धंधा कैसे चलता रहा था और पुलिस को भनक तक नहीं लगी. जबकि पुलिस के पास हर रिहायशी और व्यापारिक महत्व के भवनों की जानकारी रखने के निर्देश हैं.
क्या इलाज होता था अस्पताल में?
भोपाल डीएसपी अदिति भावसार ने स्थानीय मीडिया को बताया कि महिला डॉक्टर ही सेक्स रैकेट चलाने की मुख्य आरोपी है. इस महिला डॉक्टर ने बीयूएमएस की डिग्री ली है. पति का देहांत हो चुका है. इस अस्पताल में महिला सेक्स से जुड़े रोगों का इलाज करने का दावा करती थी. लेकिन इलाज की आड़ में सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था.
क्लिनिक भी बिना लाइसेंस था
यहां फर्जी तरीके से बिना लाइसेंस के क्लिनिक चलाया जा रहा था. इसी क्लिनिक के नाम पर सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था. फिलहाल पुलिस इस मामले में आरोपियों से पूछताछ कर रही है. और भी कई बड़े नाम सामने आने की उम्मीद है.