देश में कोरोनावायरस के 29 मामले / अब विदेश से आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग होगी, पेटीएम ने अपने एक कर्मचारी में कोरोना की पुष्टि के बाद वर्क फ्रॉम होम शुरू किया

संक्रमण के बढ़ते खतरे के मद्देनजर सरकार 19 नई लैबोरेटरी शुरू करने जा रही है। ईरान में फंसे जो भारतीय देश लौटना चाहते हैं, उनकी जांच के बाद सरकार वहीं लैब बनाएगी। इसके लिए चार वैज्ञानिक तेहरान भेजे जा रहे हैं।

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  • चीन से 723 और जापान से 119 भारतीयों को वापस लाया जा चुका है, विदेशों में 17 भारतीय संक्रमित
  • देश में अभी 15 लैबोरेटरी में कोरोनावायरस की जांच की सुविधा, 19 नई लैबोरेटरी शुरू करने की तैयारी

नई दिल्ली. देश में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है। इनमें से 26 मामले पिछले दो दिन में सामने आए हैं। सोमवार को 2 और मंगलवार को 8 मरीज पाॅजिटिव पाए गए थे। बुधवार को इटली से लौटे 15 और लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो गई। इससे पहले 3 मरीज फरवरी में सामने आए थे। वहीं, बुधवार को पेटीएम के गुड़गांव ऑफिस में काम करने वाले एक कर्मचारी में संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह कर्मचारी हाल ही में इटली से लौटा था। गुड़गांव में पेटीएम के पीड़ित का इलाज कराया जा रहा है और उसके साथियों को हैल्थ चेकअप कराने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, कंपनी ने गुड़गांव यूनिट में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को अगले कुछ दिनों तक घर से काम करने को कहा है। इस दौरान पूरे दफ्तर को सैनिटाइज किया जाएगा।

संक्रमण के बढ़ते खतरे के मद्देनजर सरकार 19 नई लैबोरेटरी शुरू करने जा रही है। ईरान में फंसे जो भारतीय देश लौटना चाहते हैं, उनकी जांच के बाद सरकार वहीं लैब बनाएगी। इसके लिए चार वैज्ञानिक तेहरान भेजे जा रहे हैं। सरकार ने अब सभी देशों से आने वाली उड़ानों और उनमें सवार यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही स्क्रीनिंग करने का फैसला किया है। इधर, कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया है कि वे इस बार होली के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।

देश में अब तक कोरोनावायरस के 29 मामले

  • केरल के 3 मरीज : ये विदेश यात्रा कर भारत लौटे थे। तीनों केरल के थे। इनमें फरवरी में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अब ये पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
  • दिल्ली का 1 मरीज : ये मरीज इटली से भारत लौटा था। इसका इलाज किया जा रहा है।
  • आगरा के 6 मरीज : इटली से दिल्ली लौटा संक्रमित व्यक्ति आगरा में अपने इन रिश्तेदारों से मिला। इसलिए ये संक्रमित हुए।
  • तेलंगाना का 1 मरीज : ये भी इटली से लौटा था। इसके संपर्क में आए 88 मरीजों को निगरानी में रखा गया है।
  • जयपुर के 17 मरीज : इनमें से 16 मरीज इटली से आए थे और राजस्थान के 6 जिलों में 8 दिन तक घूमे थे। एक भारतीय ड्राइवर इनके साथ था, जो इन्हें अलग-अलग जगहों पर लेकर गया था। इस तरह कुल 17 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है। इनका दिल्ली में आईटीबीपी कैम्प में इलाज चल रहा है। इनमें से एक मरीज जयपुर के जिस अस्पताल के आईसीयू में भर्ती था, वहां 60 अन्य मरीज भी थे। इन मरीजों को भी संक्रमण हो सकने के खतरे की वजह से अलग रखा गया है और निगरानी की जा रही है।

अब सभी देशों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग होगी
विदेश में भारतीय: विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बुधवार को संसद में एक सवाल के जवाब में बताया कि विदेशों में कोरोनावायरस से पीड़ित 17 भारतीय मौजूद हैं। इनमें से 16 लोग जापान की क्रूज शिप पर हैं। वहीं, एक अन्य संक्रमित भारतीय दुबई में है। सरकार अभी तक 723 भारतीयों को चीन से ला चुकी है। इस पर एयर इंडिया के 6 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इसी तरह जापान के क्रूज जहाजों से 119 भारतीयों को लाया जा चुका है।


ईरान में मौजूद भारतीय: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि ईरान में फंसे जो भारतीय देश लौटना चाहते हैं, उनका परीक्षण करने के लिए वहीं पर एक लैब बनाई जाएगी। इसके लिए चार वैज्ञानिक वहां भेजे जा रहे हैं।
विदेशी यात्रियों की स्क्रीनिंग: भारत अभी तक सिर्फ 12 देशों से आने वाले यात्रियों और उड़ानों की जांच कर रहा था। अब सभी देशों से आने वाली उड़ानों और उनमें सवार यात्री यूनिवर्सल स्क्रीनिंग का हिस्सा होंगे।

देश में 15 लैब में कोरोनावायरस का टेस्ट हो रहा

सरकार के मुताबिक, अभी देश में 15 लैब ऐसी हैं, जहां कोरोनावायरस का टेस्ट हो रहा है। 19 नई लैब शुरू होने जा रही हैं। देश में अभी संक्रमण की जो स्थिति है, उसके मुकाबले पर्याप्त संख्या में लैब हैं। अगर संक्रमण का खतरा बढ़ता है तो लैब बनाई जाएंगी। अब तक एयरपोर्ट्स पर 5.89 लाख यात्रियों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। 15 हजार लोगों की बंदरगाहों पर स्क्रीनिंग हुई है। भारत-नेपाल सीमा पर 10 लाख लोगों की जांच की गई है। 27 हजार लोगों को कम्युनिटी स्क्रीनिंग पर रखा गया है। यानी ये लोग अस्पताल में नहीं हैं, लेकिन इनकी सेहत पर नजर रखी जा रही है।

सरकार का जोर बचाव पर
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार की नागरिकों को यह सलाह है कि बड़े जमावड़े में जाने से बचें। किसी से हाथ मिलाने से बचें। हैंडशेक करें या पब्लिक प्लेस पर जाएं तो बाद में कम से कम 30 सेकंड तक हाथ जरूर धोएं। जिन लोगों को खांसी या जुकाम है, उनसे दूर रहने की कोशिश करें। घरों-दफ्तरों में डिसइन्फेक्टेंट का इस्तेमाल करें।

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