क्या 12 साल पहले हो गई थी कोरोना वायरस की भविष्यवाणी? इस किताब में मिला जिक्र
एक नई किताब सामने आई है, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि इसमें कोरोना वायरस को लेकर 12 साल पहले ही दावा किया जा चुका है.
- कोरोना वायरस के कारण दुनिया के कई देश प्रभावित
- किताब में कोरोना वायरस की भविष्यवाणी का दावा
हाल ही में एक किताब सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी. दावा किया गया कि 40 साल पहले ही इस किताब में कोरोना वायरस का जिक्र हो चुका था. लोगों का कहना है कि 40 साल पहले लेखक ने अपनी किताब में कोरोना वायरस की भविष्यवाणी की थी. लेकिन अब एक और किताब में कोरोना वायरस की भविष्यवाणी का दावा करने की बात सामने आई है.
पहले जो किताब वायरल हुई थी, उसका नाम ‘द आइज ऑफ डार्कनेस’ है. ये किताब साल 1981 में डीन कोन्टोज नाम के लेखक ने लिखी थी. एक थ्रिलर नॉवेल के रूप में ये काफी लोकप्रिय भी हुई थी. लेखक ने इस किताब में ‘वुहान-400’ नामक एक वायरस का उल्लेख किया था, जिसे वुहान शहर के बाहर एक आरडीएनए प्रयोगशाला में बनाने की बात कही गई थी. ‘वुहान-400’ नाम का ये जैविक हथियार 400 लोगों के माइक्रोगैनिज्म को मिलाकर बनाया गया था. इस किताब में लिखी गई बातों को कोरोना वायरस से जोड़कर देखा जा रहा है.
हालांकि ये सिर्फ इकलौती किताब ही नहीं है, जिसमें कोरोना वायरस को लेकर ऐसा दावा किया गया हो. अब एक नई किताब सामने आई है, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि इसमें कोरोना वायरस को लेकर 12 साल पहले ही दावा किया जा चुका है. इस किताब का नाम ‘एंड ऑफ डेज: प्रीडिक्शन एंड प्रोफेसीज अबाउट द एंड ऑफ द वर्ल्ड’ है. इसके लेखक सिल्विया ब्राउन है. वहीं दावा किया जा रहा है कि इस किताब में कोरोना वायरस की उत्पत्ति के बारे में कहा गया था. यह किताब 2008 में पब्लिश हुई थी.
एंड ऑफ डेज: प्रीडिक्शन एंड प्रोफेसीज अबाउट द एंड ऑफ द वर्ल्ड
इस किताब का एक हिस्सा सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. किताब के वायरल हिस्से में लिखा गया है कि साल 2020 के आसपास एक गंभीर निमोनिया जैसी बीमारी दुनिया भर में फैल जाएगी, जो कि फेफड़ों और ब्रोन्कियल नलियों पर सीधा हमला करेगी. हालांकि इस किताब के वायरल हिस्से में ये बात भी लिखी गई है कि जितनी जल्दी से ये बीमारी आएगी, उतनी तेजी से ही अचानक यह बीमारी गायब भी हो जाएगी.
वहीं इस बीमारी की बात काफी हद तक कोरोना वायरस से मिलती जुलती है. कोरोना वायरस ने भी साल 2020 में ही लोगों को काफी जल्दी अपनी चपेट में लिया है. वहीं किताब में ये दावा भी किया गया है कि बीमारी जितनी तेजी से आएगी, उतनी तेजी से गायब भी हो जाएगी. ऐसे में दावों को देखते हुए इस बात की उम्मीद जताई जा सकती है कि कोरोना वायरस का खात्मा भी जल्द ही हो जाएगा.
कितने लोग वायरस की चपेट में?
बता दें कि चीन के वुहान से फैलना शुरू हुए इस वायरस ने दुनिया के कई देशों में कोहराम मचा दिया है. दुनिया भर में कोरोना वायरस के करीब 90 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं. वहीं इस घातक वायरस के कारण 3 हजार से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है.