सरकार ने बताया- अगले साल जून तक हो सकता है चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण
पिछले साल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) का प्रक्षेपण किया था. हालांकि इस मिशन के तहत विक्रम लैंडर (Vikram Lander) का चांद की सतह पर उतरने से पहले सम्पर्क टूट गया था.
नई दिल्ली. चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के प्रक्षेपण का संभावित कार्यक्रम 2021 की पहली छमाही में कार्यान्वित करने की योजना है. प्रधानमंत्री कार्यालय (Prime Minister Office) में राज्य मंत्री डा. जितेन्द्र सिंह (Dr Jitendra Singh) ने लोकसभा (Loksabha) में यह जानकारी दी. रवि कुमार डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में डा. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि चंद्रयान-3 की तैयारी इससे पहले प्रक्षेपित चंद्रयान-2 (Chandryaan-2) से सबक लेते हुए की गई है. इसमें खासतौर पर डिजाइन, क्षमता उन्नयन सहित अन्य बातों का ध्यान रखा गया है.
पिछले मिशन में लैंडर से टूट गया था संपर्क
गौरतलब है कि पिछले वर्ष भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण किया था. हालांकि इस मिशन के तहत विक्रम लैंडर का चांद की सतह पर उतरने से पहले सम्पर्क टूट गया था.
एक अन्य सवाल के जवाब में सिंह ने बताया कि इसरो ने युवा वैज्ञानिकों के लिये एक कार्यक्रम आरंभ किया है.मंत्री ने बताया, “इसरो वर्ष 2019 से सरकारी स्कूलों के छात्रों के लिये युवा विज्ञानी कार्यक्रम- युविका नामक एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है.” प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री ने कहा कि प्रत्येक राज्य /केंद्रशासित प्रदेश से 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले 3 छात्रों का ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से इस कार्यक्रम के लिये चयन किया जाता है. यह दो सप्ताह का कार्यक्रम है.