बजट सत्र / दिल्ली हिंसा पर चर्चा की मांग को लेकर कांग्रेस का हंगामा, सरकार होली बाद बातचीत को तैयार; सदन कल तक के लिए स्थगित
स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा- होली का त्योहार सौहार्द के माहौल में मनाया जाना चाहिए बिड़ला ने सांसदों से कहा- अगर आप संसद में बैनर लाने के लिए तैयार हैं, तो मैं अनुमति दे सकता हूं
नई दिल्ली. बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्ष ने दिल्ली हिंसा पर चर्चा कराने की मांग को लेकर सदन में हंगामा किया। इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी। कांग्रेस दिल्ली हिंसा पर मंगलवार को ही चर्चा कराना चाहती थी, लेकिन ओम बिड़ला ने कहा कि सरकार होली के बाद 11 मार्च को इस पर चर्चा करने के लिए तैयार है। होली का त्योहार सौहार्द के माहौल में मनाया जाना चाहिए।
लोकसभा में बैनर-पोस्टर लेकर आने पर स्पीकर ओम बिड़ला ने नाराजगी जताई। उन्होंने सांसदों से कहा, ‘‘अगर आप लोग बैनर-पोस्टर लाना चाहते हैं तो मैं इसकी अनुमति देने के लिए तैयार हूं।’’ इसके बाद लोकसभा पहले 2 बजे तक और इसके बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। कांग्रेस, बसपा और भाकपा की तरफ से मंगलवार को राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया गया था। हंगामे के बाद राज्यसभा की कार्रवाई भी स्थगित कर दी गई।
सीतारमण ने ‘द बैंकिंग रेगुलेशन संशोधन बिल, 2020’ पेश किया
लोकसभा में हंगामे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘द बैंकिंग रेगुलेशन संशोधन बिल, 2020’ पेश किया। इसका विरोध जताते हुए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी वेल में ट्रेजरी बेंच तक पहुंच गए थे। इससे पहले बिड़ला ने कहा था कि सभी दलों ने बैठक में यह फैसला किया है कि सदन की कार्यवाही के दौरान जो भी सदस्य अपनी सीट छोड़ेंगे, उन्हें पूरे सदन के लिए निलंबित कर दिया जाएगा। नारेबाजी के बीच तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने सदन में पेपर फाड़ा और स्पीकर की कुर्सी के तरफ बार-बार उछाला। सत्र का दूसरा चरण सोमवार से शुरू हुआ, जो 3 अप्रैल तक चलेगा।
पहले दिन लोकसभा में नारेबाजी
सोमवार को लोकसभा में विपक्ष ने पिछले हफ्ते की दिल्ली हिंसा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसी मामले पर जवाब मांगा। स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि फिलहाल इस मुद्दे पर चर्चा के लिए हालात उपयुक्त नहीं हैं। उन्होंने कहा, “हमें हालात सुधरने का इंतजार करना चाहिए। इसके बाद इस मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है।” दरअसल, कांग्रेस चाहती है कि दिल्ली में हुई हिंसा पर संसद में अभी चर्चा होनी चाहिए लेकिन, सरकार का कहना है कि होली के बाद वो चर्चा करने को तैयार है।
हालांकि, विपक्ष ने उनकी बात नहीं सुनी और सदन में फिर हंगामा शुरू हो गया। लोकसभा में कांग्रेस सदस्यों के हंगामे से नाराज संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा, “यहां वे लोग हंगामा कर रहे हैं, जिन्होंने 1984 के सिख दंगों में तीन हजार लोगों के मारे जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की थी।” संसदीय कार्य राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर संसद में बहस के लिए तैयार है।
संसद में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन
दिल्ली हिंसा के विरोध में सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने अलग-अलग प्रदर्शन किया। कांग्रेस के सांसदों ने नारे लिखी तख्तियां लेकर नारेबाजी की। इस दौरान कुछ देर राहुल गांधी भी मौजूद रहे। आप के सांसदों ने भी प्लेकार्ड्स लेकर नारेबाजी की। टीमएसी के सदस्यों ने आंखों पर काली पट्टी बांधकर नारेबाजी की।