नई दिल्ली। इशरत जहां. कांग्रेस की पूर्व पार्षद हैं. दिल्ली में हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया. उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने 14 दिन के लिए जेल भेज दिया. इशरत जहां जगतपुरी इलाके की पूर्व निगम पार्षद रही हैं. पुलिस के मुताबिक उन पर खुरेजी में हिंसा फैलाने का आरोप है.
सुस्मिता देव. कांग्रेस की नेता हैं. महिला कांग्रेस की अध्यक्ष हैं. 27 फरवरी को उन्होंने एक वीडियो ट्वीट किया. वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस की वैन खड़ी है और एक महिला को पुलिस गाड़ी में अंदर डाल रही है. वीडियो में एक व्यक्ति कह रहा है कि पुलिस बदतमीजी कर रही है.
Ishrat Jahan who heads legal cell of @DelhiPMC and has been a voice for women of Khurji has been manhandled and illegally detained by @DelhiPolice. Under whose orders are these detentions being made?
Delhi has become a rogue state. I demand her immediate release. pic.twitter.com/18bPVlSrvg— Sushmita Dev (@sushmitadevinc) February 27, 2020
सुस्मिता ने इस वीडियो के साथ लिखा, इशरत जहां, जो दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की कानूनी सेल की हेड हैं और खुरेजी की महिलाओं की आवाज हैं, पुलिस ने उन्हें अवैध तरीके से हिरासत में ले लिया. किसके आदेश पर उन्हें हिरासत में लिया गया. मैं उनकी तत्काल रिहाई की मांग करती हूं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली के खुरेजी खास इलाके से 26 फरवरी यानी बुधवार को पुलिस ने CAA के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन स्थल से गिरफ्तार किया था. इशरत जहां और खालिद सैफी 13 जनवरी से CAA के विरोध में खुरेजी खास में धरने पर बैठी थीं.
दिल्ली हिंसा में अबतक 42 लोगों की मौत हो चुकी है. 300 से ज्यादा घायल हैं. पुलिस ने 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.
दिल्ली पुलिस ने हिंसा के मामलों की जांच के लिए दो एसआईटी बनाई हैं. 24 फरवरी के बाद से उत्तर पूर्व दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में बड़े पैमाने पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. पुलिस ने शुक्रवार को नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा में 35 लोगों के मारे जाने के कारणों का खुलासा किया और उनकी मौत की वजह भी बताई. 35 में से 22 की मौत पथराव या उन पर हुए शारीरिक हमले से हुई, जबकि 13 की मौत बंदूक की गोली लगने से हुई.