पटियाला/राजपुरा. हल्की खांसी व जुकाम होने पर 5 साल के बच्चे को एक प्राइवेट डॉक्टर ने प्रतिबंधित दवा दे दी। दवा पीने के बाद से ही बच्चे को उल्टियां होने लगीं। तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां टेस्ट करने पर पता चला बच्चे के लिवर और किडनी में इन्फेक्शन हो गया है और टायफाइड होने के साथ उसके सैल भी कम हो गए हैं।
बच्चे की हालत नाजुक होती देख उसे पीजीआई, चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां भीड़ होने के कारण परिजन बच्चे को सेक्टर-32 स्थित इमरजेंसी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान बच्चे को 2 बार हार्टअटैक आ गया। अब बच्चा कोमा में है। 6 फरवरी से बच्चा अस्पताल में जिंदगी के लिए जूझ रहा है।
थाना शंभू पुलिस ने बच्चे के पिता गांव नौशहरा निवासी अवतार सिंह के बयान के बाद आरोपी डॉक्टर गर्जा सिंह व उसके बेटे कुलविंदर सिंह निवासी गांव घग्गर सराएं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दोनों फरार हैं। पीड़ित बच्चे सर्बजीत सिंह के पिता अवतार सिंह ने बताया परिवार में पत्नी व 9 साल की बेटी और 5 साल का सर्बजीत इकलौता बेटा है।
उन्होंने बताया कि 6 फरवरी को सर्बजीत स्कूल से लौटा तो उसे हल्की खांसी और जुकाम था। वह उसे गांव घग्गर सराएं स्थित डॉक्टर गर्जा सिंह के क्लीनिक ले गए। डॉक्टर द्वारा एक कफ सिरप और कुछ गोलियां बच्चे को पिलाने को दी गई। उसके बाद से ही बच्चे की तबीयत बिगड़ती चली गई।
ध्यान से देखें- ये दवा जानलेवा है, हिमाचल-जम्मू में भी हो चुकी है मौतें
सरकारी अस्पताल राजपुरा के चाइल्ड एक्सपर्ट डॉ. संदीप ने बताया कि कोल्ड बेस्ट -पीसी, नामक यह कफ सिरप छोटे बच्चों के लिए घातक है। इसमें डी एैथलीन ग्लाईको नामक जो सॉल्ट पाया जाता है, वह बच्चों के लिवर और किडनियों पर सीधा असर करता है। इससे खून में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे इन्फेक्शन हो जाता है। यह दवा बैन की जा चुकी है।
2011 में अमेरिका ने चेताया था
चाइल्ड एक्सपर्ट डाॅक्टर हर्शिंदर काैर- 2011 में फूड एंड ड्रग एडमिस्ट्रेशन अमेरिका द्वारा चेतावनी जताई गई थी। इस दवा को 4 साल से छोटे बच्चे को देने से मना किया गया था। बीपी, डायबिटीज और महिला गर्भवती काे भी यह दवा देना मना था। केंद्र सरकार की टीम ने बीते दिनों अंबाला व हिमाचल में रेड की थी। इस दवा से हिमाचल व जम्मू में भी बच्चों की जान जा चुकी है।
डॉक्टर व उसके बेटे पर केस दर्ज
थाना शंभू के एएसआई मोहर सिंह ने बताया कि पीजीआई के डॉक्टरों के निर्देशों और बच्चे के पिता के बयानों के आधार पर डॉक्टर व उसके बेटे पर केस दर्ज कर लिया गया है। दोनों फरार हैं।