नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र (North East Delhi) में दो दिन की हिंसा (Delhi Violence) में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 तक पहुंच गई है. हिंसा में 56 पुलिसकर्मियों समेत करीब 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं. शीर्ष पुलिस सूत्रों ने बताया कि कंट्रोल रूम के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है. हालात फिलहाल शांतिपूर्ण और नियंत्रण में बने हुए हैं. पुलिस का फ्लैगमार्च फिलहाल जारी रहेगा. वहीं पुलिस का कहना है कि वह इस हिंसा में बाहरी लोगों के शामिल होने के आरोपों की भी जांच कर रही है.
पुलिस के मुताबिक, हिंसाग्रस्त इलाके में अब माहौल शांत होने लगा है. दिल्ली में भड़की हिंसा पर काबू पाने के लिए पुलिस ने देर रात तक फ्लैग मार्च किया. किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है. बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की थी.
हिंसा प्रभावित इलाके में बुधवार को आईबी के एक कर्मचारी का शव नाले से बरामद किया गया. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल (NSA Ajit Doval) ने बुधवार को हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, हिंसा मामले में अब तक 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 18 एफआईआर दर्ज की गई है.
राष्ट्रीय राजधानी में स्थिति नियंत्रित करने का काम राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को दिया गया है. डोभाल ने मिली-जुली आबादी वाले क्षेत्र में जाकर स्थानीय लोगों से मुलाकात की. उन्होंने कहा, जो कुछ हुआ सो हुआ. इंशाअल्ला, जल्दी ही शांति होगी. दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक तथा नव नियुक्त विशेष आयुक्त एस एन श्रीवास्तव के साथ उन्होंने कई बार बैठक भी की.
106 लोगों को अब तक किया जा चुका है गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस के मुताबिक हिंसा में शामिल 106 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है और 18 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मणदीप सिंह रंधावा ने संवाददाताओं से कहा, ‘बुधवार को कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई और उत्तर पूर्व दिल्ली से पीसीआर कॉल घट गई है. हिंसा के तीसरे दिन मृतक संख्या बढ़कर 27 हो गई है.
रतन लाल के परिवार को 1 करोड़, एक सदस्य को नौकरी
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में ऐलान करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार शहीद रतन लाल के परिवार को 1 करोड़ रुपये और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देगी. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के लोग हिंसा नहीं चाहते हैं. यह कुछ असामाजिक, राजनीतिक और बाहरी तत्वों द्वारा किया गया है. दिल्ली में हिंदू और मुसलमान कभी नहीं लड़ना चाहते हैं.
दिल्ली हिंसा पर हाईकोर्ट सख्त
वहीं, दिल्ली हिंसा मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि दिल्ली में दूसरा 1984 दंगा नहीं होने देंगे. दिल्ली हाईकोर्ट ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा मामले की सुनवाई करते हुए दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर बेहत सख्त टिप्पणी की. कोर्ट ने कहा कि बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के लिए एफआईआर दर्ज करना चाहिए. कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पुलिस अधिकारियों से भी पूछा कि उन्होंने क्यों नहीं एफआईआर दर्ज किया.