जालंधर. केंद्र सरकार की तरफ से नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के विरोध में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की कॉल पर बुलाए गए भारत बंद का असर पंजाब के कई हिस्सों में देखने को मिला है। प्रदर्शनकारियों ने जहां अमृतसर में रेलवे ट्रेक को जाम कर दिया है, वहीं जालंधर में रेल और सड़क यातायात ठप किया गया है। इस दौरान गांव डल्ला के सरपंच अपनी बीमार मां को लेकर अस्पताल जा रहे थे। गाड़ी के काफी देर तक जाम में फंसे रहने के चलते उनकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। इसके अलावा भी आम लोगों को भारी परेशानी का सामाना करना पड़ा। सूबे के कई रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भारी भीड़ देखने को मिली।
फिलहाल असम में एनआरसी लागू किया गया है। देश के गृहमंत्री इसे अन्य राज्यों में भी लागू करना चाहते हैं, जिसका अलग-अलग संगठनों की तरफ से विरोध किया जा रहा है। रविवार को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जालंधर के किशनगढ़ चौक पर धरना दिया। धरने में किशनगढ़, अलावलपुर और कई गांव के नौजवानों ने भाग लिया। इसके कारण जालंधर से पठानकोट, पठानकोट से जालंधर किशनगढ़ से आदमपुर और किशनगढ़ से करतारपुर जाने वाली सड़कों में गाड़ियों की लंबी लाइनें लग गई। जाम के कारण लोगों को को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सीएए को वापस ले अन्यथा जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार देश में विभाजनकारी फैसले ले रही है, जिसका हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों की मानें तो देश एनआरसी और एनपीआर को लागू करने से सदभाव को खतरा पैदा हो सकता है।