लुधियाना. अज्ञात हमलावरों की ओर से शनिवार शाम को शिवसेना हिंदुस्तान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के कार्यालय के बाहर खड़ी कार पर फायरिंग कर दी। जिस समय यह हमला हुआ उस समय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमित अरोड़ा अपने कार्यालय के अंदर बैठे हुए थे।
जिस समय फायरिंग हुई उस समय अरोड़ा कार्यालय में थे
अमित अरोड़ा के अनुसार वह कार्यालय में ही बैठे हुए थे और उन्हें टारगेट कर गोली चलाई गई, मगर वह बाल-बाल बच गए। इस हमले के बाद शिवसैनिकों ने चंडीगढ़ रोड पर जाम लगा दिया। अरोड़ा ने बताया कि वह अपने सिक्योरिटी गार्ड के साथ शाम करीब साढ़े सात बजे वर्धमान चौक चंडीगढ़ रोड कार बाजार के अपने कार्यालय में बैठे हुए थे। तभी बाहर से गोली चलने की आवाज सुनी। इसके बाद उनका सिक्योरिटी गार्ड जसवीर सिंह बाहर की ओर भागा और देखा कि बाहर कोई नहीं था। फायरिंग के बारे में जब जांच की तो पता चला कि हमला उन पर किया गया था। गोली कार्यालय के बाहर खड़ी इंडेवर कार की छत में लगी है।
इससे पहले 2016 में हुआ था हमला
इससे पहले 3 फरवरी 2016 को भी शिवसेना नेता अमित अरोड़ा पर हमला हो चुका है। तब वह बस्ती जोधेवाल में दुकान पर खड़े होकर सूप पी रहे थे। दो नकाबपोश हमलावरों ने उन पर फायर कर दिया था। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने उन्हें खुद पर फायरिंग करवाने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। मगर बाद में प्रदेश में हिंदू नेताओं पर हुए सिलसिलेवार हमलों की जांच कर रही नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने उन्हें क्लीन चिट दी थी और इस मामले की जांच उनकी ओर से की जा रही है।
आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही पुलिस
डीसीपी अश्वनी कपूर के अनुसार सीसीटीवी कैमरे चेक कर आरोपित का सुराग खंगाला जा रहा है। यह जांच का विषय है कि गोली किसने और क्यों चलाई है। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल के अनुसार शिवसेना नेता अमित अरोड़ा पर हुई फायरिंग के मामले में स्टेट फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है। टीम सुबह 10 बजे तक यहा पहुंच जाएगी और मामले की जांच शुरू करेगी। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि जिस जगह पर फायरिंग हुई है वहां पर पास में ही एक मैरिज पैलेस है और वहां पर शादी थी। इसलिए हो सकता है कि फायरिंग वहां से हुई हो।