कोरोनावायरस / भारत का आरोप- भारतीयों को लाने गए विमान को क्लीयरेंस नहीं दे रहे चीनी अफसर
भारतीय अफसरों ने कहा- कई देश चीन से नागरिकों को लाने के लिए फ्लाइट्स और राहत सामग्री भेज रहे, पर हमारी रिलीफ फ्लाइट्स को परमिशन नहीं कोरोनावायरस से चीन में अब तक 2345 जान जा चुकीं, 76 हजार 288 लोगों में वायरस की पुष्टि; डब्ल्यूएचओ की 12 सदस्यीय टीम भी पहुंची
-
संकट काल में भी जारी है चीन की पॉलिटिक्स
-
भारतीय विमान को परमिशन देने में देरी
-
वुहान से होनी है 100 भारतीयों की वापसी
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा चीन इस मुश्किल घड़ी में भी भारत के सामने मुश्किलें खड़ी कर रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक चीन वायुसेना के विमान को वुहान जाने की इजाजत देने में जानबूझकर देरी कर रही है. इससे वुहान में फंसे भारतीय बेहद परेशान हैं.कोरोनावायरस से चीन में अब तक हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। भारत ने वुहान से भारतीयों को लाने के लिए वायुसेना का विमान भेजा है, लेकिन अब तक चीनी अफसरों की तरफ से विमान को क्लीयरेंस नहीं मिल पाया है। भारतीय अफसरों का कहना है कि दुनिया के कई देश चीन को मदद और अपने नागरिकों को लाने के लिए फ्लाइट्स भेज रहे हैं। सभी को चीन अनुमति दे रहा है, लेकिन भारतीय रिलीफ फ्लाइट्स को परमिशन नहीं दी जा रही? क्या वे भारत से मदद नहीं लेना चाहते।
भारतीय अफसरों का यह भी कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को बाकायदा पत्र लिखकर इस आपदा में चीनी सरकार और लोगों के साथ रहने और हरसंभव मदद करने की बात कही थी।
20 फरवरी को ही उड़ान भरने वाला था C-17 ग्लोबमास्टर
रिपोर्ट के मुताबिक C-17 ग्लोबमास्टर 20 फरवरी को ही वुहान के लिए उड़ान भरने वाला था, लेकिन चीन की ओर से इजाजत न देने की वजह से ऐसा नहीं हो सका. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक उच्च पदस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, “चीन जानबूझकर भारत के विमान को मंजूरी देने में देरी कर रहा है.”विदेश मंत्रालय के मुताबिक इस विमान से लगभग 100 भारतीय को वापस लाया जाएगा. भारत सरकार ने वुहान में फंसे भारतीयों को कहा है कि जो भी वापस आना चाहते हों वे भारतीय दूतावास से संपर्क करें. बता दें कि एअर इंडिया चीन से 640 भारतीयों को वुहान से वापस ला चुका है.
संकट काल में चीन कर रहा राजनीति
चीन में कोरोना वायरस से अब तक 2300 से ज्यादा लोग काल के गाल में समा चुके हैं. वुहान में सबसे ज्यादा लोग इस बीमारी की चपेट में हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक वुहान में 45,346 लोग इस बीमारी से जूझ रहे हैं. वुहान में कुछ भारतीय अब भी फंसे हुए हैं. इन भारतीयों को लाने के लिए वायुसेना का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर चीन जाने वाला है. लेकिन चीन जानबूझकर इस विमान को उड़ान भरने की इजाजत नहीं दे रहा है.
दरअसल ये विमान यहां से कोरोना वायरस से जुड़े इलाज के लिए दवाएं भी लेकर जाएगा और वापसी के दौरान वुहान में फंसे भारतीयों को लेकर वापस आएगा. लेकिन चीन के अडंगे की वजह से इस ऑपरेशन में बाधा आ रही है और भारतीयों की तत्काल वापसी पर प्रश्नचिह्न लग गया है.
चीन ने किया इनकार
इस बीच चीन ने उन आरोपों से इनकार किया है जिसमें कहा गया है कि वह भारत के विमान को वुहान आने की इजाजत देने में देरी कर रहा है. चीन ने कहा कि दोनों देशों के अधिकारी इस पर अंतिम बातचीत कर रहे हैं.
अब तक 2300 की मौत
नोवेल कोरोनावायरस (कोविड-19) से अब तक चीन में 2345 मौत हो चुकी हैं। शुक्रवार को 109 लोगों की मौत हुई और 397 नए मामले सामने आए। अब तक 76 हजार 288 लोगों में कोरोनावायरस की पुष्टि हो चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की 12 सदस्यीय टीम चीन पहुंच चुकी है, जो कोरोनावायरस के मामलों की जांच करेगी। टीम यह भी पता करेगी कि वायरस आखिर कैसे फैला। बताया जा रहा है कि टीम वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित वुहान का दौरा भी करेगी।
शुरुआत में टीम का केवल बीजिंग, गुआंगडॉन्ग और सिचुआन में ही जाने का कार्यक्रम था। हुबेई और उसकी राजधानी वुहान सूची में नहीं थे। अब तक चीन में कोरोनावायरस से संक्रमित 20 हजार 659 लोगों को अस्पताल से घर जाने की अनुमति दे दी गई है।
इटली में पहली मौत
इटली में 78 साल के एक बुजुर्ग में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी। उनकी मौत हो गई है। वायरस के चलते यह इटली में पहली मौत है। इसके बाद उत्तरी क्षेत्र लोम्बार्डी के 10 शहरों के सार्वजनिक स्थलों को बंद कर दिया गया है। उधर, ईरान में भी वायरस से 2 लोगों की जान गई है। यहां वायरस से अब तक 4 मौत हो चुकी हैं। ईरान में 18 लोग संक्रमित हैं।