बिजली पर घमासान: भगवंत मान बोले- मोती महल की बत्ती करेंगे गुल, ब्रह्मपुरा का सुखबीर पर आरोप

अकाली दल टकसाली के अध्यक्ष रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा, पंजाब को लूटने में सुखबीर सिंह बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी वजह से राज्य में अकाली दल का बुरा हाल है। कुर्बानियां देकर शिरोमणि अकाली दल को बनाया था, जिसे अब चोर और डाकुओं की पार्टी समझा जा रहा है।

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चंडीगढ़ । पंजाब में बिजली और निजी बिजली कंपनियों से शिअद-भाजपा के शासन के समय हुए समझौतों पर राजनीति गरमा गई है। महंगी बिजली व बिजली समझौते के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने आक्रामक रुख अपनाना शुरू कर दिया है। आप के पंजाब प्रधान भगवंत मान ने कहा कि यदि निजी बिजली कंपनियों से हुए समझौते रद नहीं किए गए तो सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के मोती महल की बिजली गुल करेंगे।  दूसरी ओर, अकाली दल टकसाली के अध्‍यक्ष रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर बिजली कंपनियों से रिश्‍वत लेने का आरोप लगाया है।

आप की कोर कमेटी की बैठक के बाद सांसद भगवंत मान ने कहा कि बजट सत्र में अगर निजी थर्मल प्लांटों के साथ हुए समझौते को सरकार ने रद नहीं किया तो 16 मार्च को पटियाला में मोती महल की बिजली काट दी जाएगी। बता दें कि मोती महल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का निवास स्थान है।

महंगी बिजली के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी का आक्रामक रुख

बता दें कि शिरोमणि अकाली दल के विधायकों ने बिजली के मुद्दे पर वीरवार को विधानसभा में हंगामा किया था। इसके बाद अब आप ने भी इस मुद्दे पर अपना रुख आक्रामक करने का फैसला किया है। मान और प्रिंसिपल बुद्ध राम ने कहा कि कैप्टन सरकार ने निजी बिजली कंपनियों के साथ बादलों की तरह दलाली निर्धारित कर ली है। इसीलिए तीन साल बाद भी न तो बिजली कंपनियों का आडिट करवाया, न ही बादलों की तरफ से किए गए महंगे और एकतरफा बिजली खरीद समझौते की समीक्षा की और न ही रद किए।

भगवंत मान ने कहा कि यदि कैप्टन अमरिंदर सिंह की सोच लोक हितैषी होती तो वह सरकार बनते ही बिजली माफिया पर नकेल कस देते। कैप्टन के पास अब भी मौका है कि वह इस बजट सत्र के दौरान समझौते रद कर लोगों को राहत दिलाएं। यदि ऐसा नहीं करते तो आम आदमी पार्टी 16 मार्च को पहले पावरकॉम के पटियाला स्थित मुख्यालय में बिजली समझौतों की कापियां जलाएगी और फिर मोती महल की तरफ कूच कर महल का बिजली कनेक्शन काटेगी।

बैठक में ये थे मौजूद

कोर कमेटी की बैठक में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा, कुलतार सिंह संधवां, प्रो. बलजिंदर कौर, अमन अरोड़ा, सरबजीत कौर माणूंके, मीत हेयर, रुपिंदर कौर रूबी, जय कृष्ण सिंह रोड़ी, मनजीत सिंह बिलासपुर, कुलवंत सिंह पंडोरी, मास्टर बलदेव सिंह, पूर्व सांसद प्रो. साधु सिंह आदि मौजूद थे।

बिजली कंपनियों से सुखबीर ने करोड़ों की रिश्वत ले किए थे समझौते : ब्रह्मपुरा

अकाली दल टकसाली के अध्यक्ष रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा, पंजाब को लूटने में सुखबीर सिंह बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी वजह से राज्य में अकाली दल का बुरा हाल है। कुर्बानियां देकर शिरोमणि अकाली दल को बनाया था, जिसे अब चोर और डाकुओं की पार्टी समझा जा रहा है।

उन्‍होंने आरोप लगाया कि गठबंधन सरकार में सुखबीर बादल ने बतौर उप मुख्यमंत्री बिजली कंपनियों से करोड़ों की रिश्वत ली थी, जिसके चलते प्रदेश में तीन वर्ष के बाद गरीबों पर 4300 करोड़ का आर्थिक बोझ पड़ा है।

ब्रह्मपुरा ने कहा कि डेरा मुखी राम रहीम को माफी दिलाने, माफीनामा रद करवाने और बरगाड़ी मामले में बादल परिवार कभी भी सिख कौम का सामना नहीं कर सकता। एसजीपीसी और श्री अकाल तख्त साहिब की मान-मर्यादा को ठेस पहुंचाने के मामले में आने वाली पीढिय़ां इन्हें कभी माफ नहीं करेंगी।

ब्रह्मपुरा ने कहा कि एसजीपीसी को सुखबीर बादल निजी जायदाद बना रहे हैं। श्री गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के समागम के मौके सुल्तानपुर लोधी में 12 करोड़ का टेंट लगाकर 11 करोड़ का घपला किया गया। आने वाले एसजीपीसी के चुनाव में बादल परिवार को हराना जरूरी है। इस कार्य के लिए उनके साथ पूर्व जत्थेदार भाई रंजीत सिंह, बाबा सरबजोत सिंह बेदी, एचएस फूलका, बैंस ब्रदर्स, रविंदर सिंह हैं।

बादल पुत्रमोह में बेबस : ढींडसा

राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि वह प्रकाश सिंह बादल के साथ जेल काटने में पीछे नहीं रहे। उस समय सुखबीर बादल कहां थे, लेकिन दुख की बात यह है कि प्रकाश सिंह बादल पुत्रमोह में आज बेबस होकर सिख पंथ का तमाशा बनाने को मजबूर हैं। सुखबीर बादल मुझे कांग्रेस का एजेंट करार देकर घटिया सियासत कर रहे हैं।

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