FATF की ग्रे लिस्ट में बना रह सकता है पाकिस्तान, तुर्की और मलेशिया ने किया समर्थन

सूत्रों के प्राप्त जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान (Pakistan) को तुर्की ((Turkey) और मलेशिया (Malaysia) का समर्थन मिल गया था जिसके चलते उसे ब्लैक लिस्ट में शामिल नहीं किया गया.

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नई दिल्ली. पाकिस्तान (Pakistan) फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (Financial Action Task Force) की ग्रे लिस्ट में बना रहेगा. सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान को तुर्की (Turkey) और मलेशिया (Malaysia) का समर्थन मिल गया था जिसके चलते उसे ब्लैक लिस्ट में शामिल नहीं किया गया.

एफएटीएफ (FATF) के इस कदम से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) ने सोमवार को कहा कि उनके देश में ‘अब’ आतंकवादी संगठनों के लिए कोई ‘सुरक्षित पनाहगाह’ नहीं है. हालांकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से माना कि शायद पिछली सरकारों में ऐसा नहीं था.

देश में अफगान शरणार्थियों की मेजबानी के 40 साल पूरे होने पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में शांति चाहता है और युद्ध प्रभावित इस देश में स्थायित्व उसके हित में है.

कई देश पाकिस्तान पर लगाते हैं ये आरोप
अमेरिका (America), भारत (India) और अफगानिस्तान (Afghanistan) लंबे समय से पाकिस्तान पर तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों को सुरक्षित पनाहगाह देने का आरोप लगाते रहे हैं. खान ने सम्मेलन में कहा, “मैं आपको बता सकता हूं कि यहां कोई सुरक्षित पनाहगाह नहीं हैं. अतीत में संभवत: जो भी स्थिति रही हो, लेकिन, फिलहाल मैं आपको बता सकता हूं….. एक ऐसी चीज है जो हम चाहते हैं, वह है अफगानिस्तान में शांति.”

‘कई आतंकी समूहों को अभी भी समर्थकों से मिल रहा है पैसा’
वहीं एफएटीएफ ने सोमवार को कहा था कि संस्था द्वारा आतंक के वित्त पोषण पर सख्ती के बावजूद गैरकानूनी गतिविधियों और दुनिया भर में समर्थकों से जुटाए गए धन से कई आतंकवादी समूहों को अभी भी फायदा मिल रहा है.

इस बारे में भारत का कहना है कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा (Laskhar-e-Taiba), जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammad) और हिजबुल मुजाहिदीन (Hizbul Mujahideen) जैसे आतंकवादी समूहों को नियमित रूप से समर्थन प्रदान करता है, जिनका मुख्य निशाना भारत है. भारत ने एफएटीएफ से इस्लामाबाद (Islamabad) के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा है.

पाकिस्तान पर साधा निशाना
पाकिस्तान का नाम लिए बिना एफएटीएफ ने एक बयान में कहा कि आतंकवादी धन पाने के लिए विभिन्न तरीकों का इस्तेमाल करते हैं, इसमें नए अनुयायियों की पहचान के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल और उनसे धन की मांग शामिल है.

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