पाकिस्तान / मसूद अजहर आर्मी की कस्टडी से गायब, इसी हफ्ते एफएटीएफ टेरर फंडिंग के खिलाफ उठाए गए कदमों का मूल्यांकन करेगी

जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर यूएन द्वारा घोषित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी और पुलवामा हमले का मास्टर माइंड पेरिस में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की बैठक शुरू, भारत मसूद पर एक्शन के लिए पाकिस्तान पर दबाव बनाएगा

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लंदन. टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग पर नजर रखने वाली फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक से पहले ही प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का सरगना मसूद अजहर पाकिस्तान आर्मी की कैद से गायब हो गया है। एफएटीएफ की बैठक रविवार को पेरिस में शुरू हुई है। आईएमएफ, संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक और अन्य संगठनों समेत 205 देशों के 800 प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। एक रिपोर्ट में भारतीय राजनयिकों के हवाले से कहा गया कि भारत बैठक में पाकिस्तान पर मसूद अजहर पर एक्शन लेने के लिए दबाव बनाएगा।

पाकिस्तान की मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) पार्टी के प्रमुख अल्ताफ हुसैन ने एफएटीएफ की बैठक से पहले मसूद अजहर के गायब होने पर चिंता जाहिर की और पाकिस्तान की नीयत पर कई सवाल खड़े किए।

रावलपिंडी में हुए धमाकों में मसूद अजहर के घायल होने की खबर आई थी

मसूद अजहर और उसका परिवार कथित तौर पर पाकिस्तान की कस्टडी से लापता हो गया है। जैश सरगना संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया गया है। पुलवामा हमले का मास्टर माइंड भी मसूद अजहर ही है। पिछले साल जून में खबर आई थी कि रावलपिंडी में हुए धमाकों में मसूद जख्मी हो गया है। वह यहां आर्मी अस्पताल में किडनी के इलाज के लिए भर्ती किया गया था। इसके बाद से उसकी कोई खबर सामने नहीं आई।

एंटोनियो गुटेरेस की पाकिस्तान यात्रा पर चिंता जताई

हुसैन ने ट्वीट किया- मसूद अजहर और उसके परिवार के लापता होने की खबर पेरिस में एफएटीएफ के सत्र की शुरुआत से पहले आई। इस हफ्ते पेरिस स्थित दुनियाभर के आंतकी गतिविधियों और फंडिंग पर नजर रखने वाली संस्था इसका मूल्यांकन करेगी कि क्या पाकिस्तान ने टेरर फाइनेसिंग से निपटने के लिए पर्याप्त कदम उठाए हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस पाकिस्तान में चार दिनों की यात्रा के दौरान सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा के प्रांतों का दौरा करेंगे और वहां होने वाले अत्याचार की कहानियों को सुनेंगे।

हुसैन अभी लंदन में नजरबंद हैं। वे लगातार अपने टेलिफोनिक भाषणों में मुहाजिरों के उत्पीड़न के लिए पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की आलोचना करते हैं।

एफएटीएफ ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाला

एफएटीएफ ने जून 2018 में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया था। साथ ही ब्लैक लिस्ट से खुद को बचाने के लिए 27 सूत्रीय एक्शन प्लान सौंपा था। अगर संस्था को लगता है कि पाकिस्तान ने एक्शन प्लान को सही तरीके से लागू नहीं किया है तो उसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा।

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