कोरोनावायरस / स्क्रीनिंग शुरू होने से पहले लौटे 17 भारतीय संक्रमण के लक्षण नजर आने पर अस्पताल में भर्ती; एशिया के बाहर फ्रांस में पहली मौत

स्वास्थ्य मंत्रालय, दिल्ली के मुताबिक 13 फरवरी तक प्रभावित देशों से लौटे 5700 यात्रियों की स्क्रीनिंग हुई चीन ने संक्रमण फैलने के डर से एहतियातन करंसी नोटों को वेयरहाउस में रखना शुरू किया डायमंड प्रिंसेस क्रूज पर सवार तीन संक्रमित भारतीयों की सेहत में सुधार, कोई नया मामला नहीं आया

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नई दिल्ली/बीजिंग/पेरिस. कोरोनावायरस से चीन में मरने वालों का आंकड़ा हर दिन बढ़ता जा रहा है। अब तक इस वायरस से यहां 1631 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 67 हजार से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। इस बीच, फ्रांस में शनिवार को कोरोनवायरस से चीनी पर्यटक की मौत हो गई। एशिया महाद्वीप के बाहर यह पहली मौत है, जो वायरस से हुई है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री एग्निस बुजिन ने इसकी पुष्टि की है। इसी बीच, दिल्ली के 17 लोगों में कोरोनावायरस के लक्षण नजर आने पर सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह सभी एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू होने से पहले चीन और कोरोनावायरस प्रभावित देशों से भारत लौटे हैं।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक 13 फरवरी तक प्रभावित देशों से लौटे 5700 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें 4707 लोगों में किसी तरह के लक्षण नहीं मिले।

बैंकों को निर्देश करंसी नोट सैनिटाइज करके दें

संक्रमण के मद्देनजर चीन की सरकार ने करेंसी को अस्थाई तौर पर वेयरहाउस में बंद कर दिया है, ताकि नोटों के लेन-देन से वायरस लोगों में न फैले। पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के वाइस-गवर्नर फैन यीफेई के मुताबिक, देशभर में कैश की सप्लाई को जारी रखा जाएगा। अब तक 4 अरब युआन (करीब 40 अरब रुपए) के नए नोट हुबेई भेजे जा चुके हैं। बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे ग्राहकों को नोट सैनिटाइज करके ही दें। लोगों को ऑनलाइन बैंकिंग, ई-शॉपिंग और ऑनलाइन पेमेंट सर्विस इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है।

चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा- पारंपरिक दवाईयों से मरीज ठीक हुए

चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह दावा किया कि हुबई प्रांत में कोरोनावायरस से संक्रमित आधे से ज्यादा मरीज पारंपरिक दवाईयों से ठीक हुए। चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन के उप-प्रमुख वैंग हिशैंग ने शनिवार को कहा कि सरकार शुरू से ही पारंपरिक के अलावा अंग्रेजी दवाईयों के जरिए मरीजों का इलाज कर रही है। इसके अच्छे नतीजे मिले हैं। देश में पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से जुड़े अस्पतालों के दो हजार से ज्यादा कर्मचारियों को वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित हुबई प्रांत में भेजा गया। वहीं, सामुदायिक स्तर पर भी कोविड-19 की रोकथाम और नियंत्रण के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बीच, चीनी सरकार ने कोरोनोवायरस संक्रमितों के इलाज के लिए प्रायोगिक अमेरिकी एंटीवायरल दवा, रेमेडिसिविर के फील्ड परीक्षण को भी मंजूरी दी है।

क्रूज पर संक्रमित तीनों भारतीयों की सेहत में सुधार

जापान के योकोहामा बंदरगाह पर खड़े डायमंड प्रिंसेज क्रूज में कोविड-19 से संक्रमित तीन भारतीयों की सेहत में सुधार हो रहा है। जापान स्थित भारतीय दूतावास ने शनिवार को कहा, “कोविड-19 से संक्रमित 3 भारतीयों की स्थिति में अब सुधार हो रहा है। जापानी क्रूज पर अब किसी भारतीय के संक्रमित होने का नया मामला सामने नहीं आया है।” इस महीने की शुरुआत में जापानी तट पर पहुंचे क्रूज में 138 भारतीय समेत 3711 लोग मौजूद थे। वहीं, आईटीबीपी ने बताया है कि उसके छावला स्थित सेंटर पर रोके गए सभी 406 लोग स्वस्थ हैं। इनके अंतिम नमूने ले लिए गए हैं, अगर वह रिपोर्ट निगेटिव आती है तो इन्हें अगले हफ्ते घर भेज दिया जाएगा।

गृह मंत्रालय ने सुरक्षाबलों को सावधानी बरतने को कहा

मृतकों और संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए गृह मंत्रालय ने नेपाल, भूटान और चीन के बॉर्डर पर तैनात आईटीबीपी और एसएसबी जवानों को ज्यादा सावधानी बरतने के लिए कहा है। मंत्रालय ने कहा था कि बॉर्डर चेकपॉइंट पर भी संदिग्धों की जांच के लिए एयरपोर्ट जैसी सुरक्षा रखें। वहीं, डीजीसीए ने एयरपोर्ट प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि वे चीन के अलावा जापान और दक्षिण कोरिया से आने वाले यात्रियों की भी जांच शुरू करें।

33 देश और 4 संगठनों ने चीन को मदद की पेशकश की

चीन से बाहर 580 नए मामले पाए गए हैं। फिलीपींस और हॉन्गकॉन्ग में एक-एक जबकि जापान में 80 साल की एक महिला संक्रमित पाई गईं। महामारी से निपटने के लिए चीन को 30 देशों और चार अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने मेडिकल संबंधी मदद दी। वहीं, टेक दिग्गज अलीबाबा ने भी इसकी दवा विकसित करने के लिए 1022 करोड़ रु. की मदद दी है।

डब्ल्यूएचओ अपनी टीम चीन भेजेगा
चीन में 1700 स्वास्थ्यकर्मी वायरस की चपेट में है। इनमें 6 स्वास्थकर्मियों की मौत हो गई। अस्पतालों में डॉक्टर बिना मास्क और सुरक्षा उपकरणों के बिना वहां दिन-रात जुटे हैं। वहीं, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि उसकी टीम के पूरे सदस्य हफ्ते के अंत तक चीन पहुंच जाएंगे। एक टीम पहले ही पहुंच चुकी है। इस टीम में दुनियाभर के 10 विशेषज्ञ हैं। यह टीम बीमारी रोकने के उपाय खोजेगी।

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