जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद होगा पहला पंचायत चुनाव, तारीखों का हुआ ऐलान
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में 1011 पंचायतों (Panchayat Election) में 5-20 मार्च तक चुनाव कराए जाएंगे. जम्मू-कश्मीर में होने वाले इन चुनावों को आठ फेस में कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है.
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) से आर्टिकल 370 (Article-370) हटाए जाने के बाद से पहली बार राज्य में पंचायत चुनावों (Panchayat Election) का ऐलान किया गया है. जम्मू-कश्मीर में 1011 पंचायतों में 5-20 मार्च तक चुनाव कराए जाएंगे. जम्मू-कश्मीर में होने वाले इन चुनावों को आठ फेस में कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है. बता दें कि कश्मीर के कुछ इलाकों में चुनाव नहीं कराए जा सके थे. इनमें पंच, सरपंच और वीडीसी सदस्य शामिल हैं.
जम्मू कश्मीर के मुख्य चुनाव आयुक्त शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि प्रदेश की एक हजार से ज्यादा सरपंचों की खाली सीटों के लिए चुनावों की घोषणा कर दी गई है. बताया जाता है कि 5 मार्च को पहले चरण का चुनाव कराया जाएगा. जम्मू में चार चरणों में चुनाव कराए जाएंगे. चुनाव आयुक्त ने बताया कि पिछली बार हुए चुनाव में 1011 सीटों पर चुनाव नहीं कराए जा सके थे. इन सीटों पर चुनाव कराने के लिए लंबे समय से बात की जा रही थी.
गौरतलब है कि पिछले साल 5 अगस्त को संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने का ऐलान किया था. इसी के साथ उन्होंने बताया था कि जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित किया गया है. बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद संविधान द्वारा प्रदेश को मिला विशेष राज्य का दर्जा निरस्त हो गया था.
8 चरणों में होगी वोटिंग
पिछले पंचायत चुनावों के बाद कश्मीर की कुल पंचायत सीटों में से 60 प्रतिशत सीटें खाली रह गईं. इन खाली सीटों को अब भरा जाएगा. शैलेन्द्र कुमार ने गुरुवार को घोषणा की और जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनावों की तारीखों का ऐलान किया. मार्च में 8 चरणों में पंचायत चुनाव होंगे. मतदान 5, 7, 9, 12, 14, 16, 18 और 20 मार्च को होंगे. पहली अधिसूचना 15 फरवरी को जारी की जाएगी.उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख ने अभी तक हमें चुनाव संचालन के लिए अनुरोध नहीं भेजा है, इसलिए हमने लद्दाख को शामिल नहीं किया है. लद्दाख इस वक्त बर्फ से घिरा हुआ है और वहां बहुत ठंड है, इसलिए इस समय चुनाव होना संभव नहीं है. उन्होंने जम्मू इलाके में 4 चरणों में चुनाव होंगे और कश्मीर इलाके में 8 चरणों में वोट डाले जाएंगे.