मुंबई: NCB की छापेमारी से ड्रग्स रैकेट का खुलासा, देश सहित विदेश में भी गिरोह के तार

नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने मुंबई में एक कुरियर कंपनी पर छापेमारी कर ड्रग्स रैकेट का खुलासा किया है. इस रैकेट के तार देश सहित विदेशों से भी जुड़े हुए हैं.

मुंबई: नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) को मुंबई में एक बड़ी सफलता मिली है. एनसीबी की टीम ने मुंबई में एक कुरियर कंपनी पर छापेमारी कर ड्रग्स रैकेट का खुलासा किया है. यह कुरियर कंपनी मुंबई के अंधेरी इलाके में स्थित है और यहीं से ड्रग्स के पार्सल को भारत से ऑस्ट्रेलिया पहुंचाया जाता था.

 

नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को जानकारी मिली कि ड्रग्स की एक खेप पुणे से मुंबई और मुंबई से ऑस्ट्रेलिया भेजी जा रही है. इस जानकारी के आधार पर जब कुरियर कंपनी पर रेड की गई तो 12 किलो प्युसडोमैफिड्रीन नामक ड्रग्स का पैकेट मिला. जब इसके तार खंगाले गए तो एनसीबी की टीम पुणे पहुंची. यहां पार्सल भेजने वाले शख्स को हिरासत में लिया गया. हिरासत में आए 42 साल के कालूराम महापुरे के घर में जब जांच की गई तो उसके घर से 38 किलो प्युसडोमैफिड्रीन ड्रग्स बरामद हुआ.

 

ऑस्ट्रेलिया तक फैला है रैकेट का तार

 

यह रैकेट महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों से पुणे, पुणे से मुंबई और मुंबई से सिडनी, ऑस्ट्रेलिया तक फैला हुआ है. कालूराम महापुरे को गिरफ्तार कर लिया गया है. जांच में उसने बताया कि हर सफल पार्सल कुरियर के बदले मोटी रकम मिलती है. एनसीबी सूत्रों के मुताबिक कालूराम एक बड़े ड्रग्स रैकेट का छोटा प्यादा है.

 

दवाई कंपनी के नाम पर बनाई जा रही ड्रग्स

 

जांच टीम, पकड़े गए इस ड्रग्स के स्रोत, ड्रग्स के कारोबार में लिप्त लोगो के खिलाफ सबूत जुटा रही है. एनसीबी को आशंका है कि महाराष्ट्र के औद्योगिक ठिकानों पर दवाई कंपनी के नाम पर यह प्रतिबंधित ड्रग्स बनाया जा रहा है. एनसीबी के मुताबिक आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां संभव है.

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