- दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली बड़ी हार
- मनोज तिवारी बोले- पार्टी की हार की जिम्मेदारी
- बीजेपी को 2015 के मुकाबले मिली है बढ़त
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के लिए निराशाजनक रहा. बीजेपी का प्रदर्शन दिल्ली में बेहद खराब रहा. बीजेपी को भले ही 2015 की तुलना में ज्यादा सीटें मिली हों लेकिन बीजेपी, आम आदमी पार्टी(AAP) से बहुत पीछे है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद दिल्ली भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि कई बार चुनाव के नतीजे पक्ष में नहीं होते तो निराश नहीं होते हैं. दिल्ली की जनता का फैसला मंजूर है. बीजेपी की 2015 की अपेक्षा बढ़त मिली है.
मनोज तिवारी ने अपने कार्यकर्ताओं को धन्यवाद कहा है. मनोज तिवारी ने कहा कि मेरे कार्यकर्ताओं ने कठिन मेहनत की है. दिल्ली में बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़त है. दिल्ली में नए युग की शुरूआत हो रही है, दो दलों के बीच. कांग्रेस पूरी तरह लुप्तप्राय पार्टी हो गई है. उनका वोट प्रतिशत आधा हो चुका है. हम लोग अपनी पूरी तन्मयता से काम करेंगे.
बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा
मनोज तिवारी ने कहा, ‘मतदाता को धन्यवाद देता हूं सभी कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत की थी. उनको साधुवाद देता हूं. मैं अरविंद केजरीवाल को बधाई देता हूं वो दिल्ली की अपेक्षाओं को पूरा करेंगे. हमारी अपेक्षा खरी नहीं उतरी, इसकी समीक्षा करेंगे. बीजेपी को सात सीट पर जीत रही है. बीजेपी का 2015 के मुकाबला वोट प्रतिशत बढ़ा है. बीजेपी का वोट प्रतिशत 40 प्रतिशत है.
मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली में नया ट्रेंड है. सिर्फ दो दलों के बीच है कांग्रेस लुप्त हो गई है. हम लोग नफरत की राजनीति नहीं करते है. सबका साथ सबका विश्वास है. चुनाव के अनुरूप बातें होती हैं. भविष्य में नहीं चाहेंगे कि 60 दिन तक रास्ता रोक दिया जाए. प्रदेश के अध्यक्ष होने की नाते हार की जिम्मेदारी मेरी है.
सीएम को जाना चाहिए शाहीन बाग
मनोज तिवारी ने कहा कि मेरा अनुमान गलत साबित हुआ है कि 48 सीटों पर सड़कें बुरी हैं. स्कूल अच्छे नहीं है. ये हमारी सोच थी. नई जिम्मेदारी मिलेगी. शाहीन बाग दिल्ली के मुख्यमंत्री आज भी जाना चाहिए. लोगों पर लाठी चार्ज न हो. जब मनोज तिवारी से यह पूछा गया कि क्या वे पद से इस्तीफा देंगे तो उन्होंने कहा कि आगे देखेंगे.