विवाद / ढंढरियां वाले के विरोध में जमा हुए सिख संगठन तो माहौल हुआ तनावपूर्ण, दो जिलों की पुलिस तैनात; विरोधी गिरफ्तार

रणजीत सिंह ने एक कथा के दौरान कहा था-दरबार साहिब एक इमारत, सिख गुरु ग्रंथ साहिब की वाणी से जुड़ें नकि किसी इमारत के साथ अकाल की तरफ से 5 सदस्यीय कमेटी बनाकर रणजीत सिंह को पेश होने के लिए कहा गया, लेकिन वह पेश नहीं हो रहे

धनौला (बरनाला). सिख धर्म के कथावाचक संत रणजीत सिंह ढंढरियांवाले के जिला मानसा के गांव जोगा में चल रही दीवान के विरोध में बड़ी संख्या में दमदमी टकसाल से जुड़े सिख बरनाला जिले के गांव कोटदूना में जमा हुए। अगुवाई सरबत खालसा में नियुक्त किए गए तख्त श्री केशगढ़ साहिब के जथेदार अमरीक सिंह अजनाला कर रहे थे। करीब तीन घंटे तक तनावपूर्ण माहौल में सिख संगठन जोगा जाने की जिद्द पर अड़े रहे, लेकिन उन्हें वहीं पर रोके रखा। करीब 4 बजे मानसा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।

कथावाचक भाई रणजीत सिंह ढंढरियावाले ने अपनी कथा के दौरान कहा था कि दरबार साहिब एक इमारत है। सिख गुरु ग्रंथ साहिब की वाणी से जुड़ें नकि किसी इमारत के साथ। सिख दरवार साहिब जाते हैं, वहां से सरोवर से पानी भरकर लाते हैं। लोग पानी लाने की बजाय वहां से वाणी लेकर आएं। कई सिख संगठनों ने इसे सिख धर्म के सबसे बड़े तीर्थ स्थल श्री दरबार की मर्यादा के खिलाफ बताया। तभी से ये संघर्ष चल रहा है। अकाल की तरफ से 5 सदस्यीय कमेटी बनाकर रणजीत सिंह को पेश होने के लिए कहा गया, लेकिन वह पेश नहीं हो रहे। अब जबकि वह गांव जोगा में दीवान सजाए हुए हैं तो उसका विरोध किया जा रहा है। इसी के चलते शनिवार को मानसा जिले की सीमा से सटे गांव कोटदूना के गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब में दोपहर 12 बजे सिख संगठनों से जुड़े लोग जमा होना शुरू हो गए। कुछ समय बाद भाई अमरीक सिंह अजनाला पहुंच गए।

उधर, भनक लगते ही थाना धनौला के एसएचओ जगजीत सिंह पुलिस पार्टी सहित पहुंच गए। मानसा के डीएसपी संजीव गोयल भी मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए। पूरे इलाके को पुलिस छावनी में बदल दिया गया। विरोध करने वाले सिखों को वहीं पर रोक दिया गया। इसके बाद उन्होंने सड़क को जाम करने की भी कोशिश की। करीब तीन घंटे तक तनावपूर्ण माहौल में सिख संगठन जोगा जाने की जिद्द पर अड़े रहे, लेकिन उन्हें वही पर रोके रखा। करीब 4 बजे मानसा पुलिस की तरफ से उन्हें गिरफ्तार किया गया। जिला पुलिस मुखी हरजीत सिंह ने कहा कि हालात को काबू में कर लिया गया है। पुलिस नियमों के अनुसार काम कर रही है। किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

रणजीत सिंह पर अहंकारी होने का आरोप, कांग्रेस को भी बताया जिम्मेदार

एसजीपीसी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल और विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करने पहुंचे सरबत खालसा में तख्त श्री केशगढ़ के बनाए गए जत्थेदार अमरीक सिंह अजनाला ने कहा कि रणजीत सिंह अपने अहंकार में माहौल खराब कर रहे हैं। रणजीत सिंह की तरफ से सिख इतिहास को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। वह अमृतसर में बने श्री दरबार साहिब की सर्वोच्चता पर सवालिया निशान लगा रहे हैं। उन्हें कांग्रेस सरकार की पूरी शह है। कांग्रेस ने हमेशा सिख धर्म में फूट डालने की कोशिश की है। अब रणजीत सिंह का इस्तेमाल कर रही है।

दीवान में 20 हजार तो विरोध करने आते हैं 20 लोंग-भाई रणजीत सिंह

भाई रणजीत सिंह ने कहा कि उनके दीवान में कथा सुनने के लिए 20 हजार लोग आते हैं, जबकि विरोध करने वाले 20 लोग होते है। पहले उन्होंने तरनतारन, अमृतसर व गुरदासपुर में प्रशासन की अपील पर वहां दीवान रद्द कर दिए थे। अब अजनाला व उसके साथी के कुुछ लोग मालवा में आ गए हैं। वह सरेआम मारने की धमकियां देते हैं। इन पर सख्त कारवाई होनी चाहिए।

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