तरनतारन (पंजाब). तरनतारन में शनिवार को धार्मिक आयोजन के दौरान पटाखों की ट्रॉली में विस्फोट हो गया। इस घटना में 2 लोगों की मौत हो गई और 11 लोग घायल हो गए। हादसा शनिवार की दोपहर तब हुआ, जब नगर कीर्तन में शामिल श्रद्धालु बाबा दीप सिंह के जन्मस्थान टाहला जा रहे थे। इस कार्यक्रम में आतिशबाजी के लिए ही ट्रॉली में पटाखे रखे गए थे। तरनतारन एसएसपी ने पहले इस घटना में 10 से ज्यादा लोगों की मौत की जानकारी दी थी, लेकिन अब अमृतसर रेंज के आईजी ने सुधार करते हुए 2 लोगों के मारे जाने की बात कही।
अमृतसर बॉर्डर रेंज के आईजी सरिंदरपाल सिंह परमार ने कहा- इस दुर्घटना में 2 लोगों की मौत हुई है और 11 घायल हुए हैं। तरनतारन के एसएसपी ने मृतकों का जो आंकड़ा बताया था, वह प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से दिया गया था। इससे पहले तरनतारन एसएसपी ध्रुव दहिया ने कहा था- नगर कीर्तन के दौरान आतिशबाजी की जा रही थी। इसी दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉली में विस्फोट हो गया। गंभीर रूप से घायल 3 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पाकिस्तान की सीमा से सटा है तरनतारन
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि धमाका क्यों हुआ, इसकी जांच जारी है। तरनतारन पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है, ऐसे में धमाके के पीछे आतंकी घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। इस आधार पर भी घटना की जांच की जा रही है।
पिछले साल अमृतसर में 2 धार्मिक आयोजनों में हादसे
- अक्टूबर 2018 में अमृतसर के धोबीघाट में दशहरा उत्सव देख रहे लोगों को ट्रेन ने रौंद दिया था। इस घटना में 65 लोगों की मौत हुई थी और 70 लोग जख्मी हुए थे।
- नवंबर 2018 में अमृतसर के पास निरंकारी भवन पर हमला हुआ था। हमले में 3 लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हो गए थे। मामले के तार खालिस्तानी आतंकियों से जुड़े थे। जांच में पता चला था कि दो युवकों ने निरंकारी भवन में विस्फोटक सामग्री फेंकी थी।
- पुलिस बल के साथ-साथ आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस का कहना है कि अभी उनका ध्यान राहत एवं बचाव कार्य पर है। धमाका कैसे हुआ अभी इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। बता दें, तरनतारन सीमांत जिला है। इसकी सीमा पाकिस्तान से सटी है। घटनास्थल पाक सीमा से लगभग 40 किलोमीटर दूर है। धमाका आतंकी घटना भी हो सकती है।
नगर कीर्तन में शामिल होने के लिए दू-दूर से लोग पहुंचे हुए थे। इनमें कई बच्चे, महिलाएं व बूढ़े भी शामिल थे। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में रखवा दिया गया है। घायलों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। धमाका इतना जबरदस्त था कि मृतकों को अंग टूट कर दूर जा गिरे। मौके पर खून ही खून दिख रहा है।
बता दें, इससे पहले भी नवंबर 2018 में अमृतसर के पास एर निरंकारी भवन में भी हमला हुआ था। हमले में तीन लोगों की मौत व कई लोग घायल हो गए थे। मामले के तार खालिस्तानी आतंकी से जुड़े थे। हमले के दौरान दो युवक निरंकारी भवन के पास पहुंचे और विस्फोटक सामग्री फेंक दी थी।