Corona Virus: विदेश मंत्री बोले- भारत ने की थी चीन में फंसे सभी पड़ोसी देशों की मदद की पेशकश
बता दें कि चीन के वुहान शहर से मालदीव के 7 नागरिक भारत आए हैं. ये लोग कोरोना वायरस से प्रभावित वुहान शहर में काफी दिनों से फंसे हुए थे. इन 7 लोगों को बाहर निकालने के लिए मालदीव ने भारत का आभार जताया था. भारत के इस कदम के लिए खुद मालदीव के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर का शुक्रिया अदा किया था.
- मालदीव के 7 नागरिक भारत लाए गए हैं
- सकुशल जल्द उन्हें वापस भेज दिया जाएगा
राज्यसभा में शुक्रवार को कोरोना वायरस की स्थिति पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपना पक्ष रखा. विदेश मंत्री ने कहा कि हमने जब अपने छात्रों को वुहान (चीन) से लाने के लिए विमान भेजा तो खुले तौर पर अपने सभी पड़ोसियों को ये पेशकश दी थी कि उनके लोगों को निकलवाने में भी भारत मदद करेगा. मालदीव ने इस पेशकश पर सकारात्मक रुख दिखाया. इसके बाद हमने वहां के छात्रों और लोगों को सकुशल मालदीव पहुंचवाने की पहल करते हुए यहां ले आए हैं. जल्दी ही सबको उनके देश पहुंचा दिया जाएगा.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि विदेश मंत्रालय चीन में रह रहे स्टूडेंट्स के संपर्क में है. साथ ही चीनी अथॉरिटी से भी हम लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. इससे पहले राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस के प्रकोप और बचाव के लिए उठाए गए कदम पर अपना पक्ष रखा.
बता दें कि चीन के वुहान शहर से मालदीव के 7 नागरिक भारत आए हैं. ये लोग कोरोना वायरस से प्रभावित वुहान शहर में काफी दिनों से फंसे हुए थे. इन 7 लोगों को बाहर निकालने के लिए मालदीव ने भारत का आभार जताया था. भारत के इस कदम के लिए खुद मालदीव के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर का शुक्रिया अदा किया था.
लोकसभा में हुआ जमकर हंगामा
गौरतलब है कि बजट सत्र के दौरान शुक्रवार को लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर जमकर हंगामा हुआ. इस हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी. वहीं, राज्यसभा में कोरोना वायरस की स्थिति पर केंद्रीय मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने अपना पक्ष रखा. सदन की अगली कार्यवाही अब 10 फरवरी सुबह 11 बजे से शुरू होगी.