डिफेंस एक्सपो / मोदी ने कहा- भारत केवल एक बाजार ही नहीं, पूरे विश्व के लिए बड़ा अवसर भी है, डिफेंस एक्सपो दुनिया का भारत के प्रति विश्वास दिखाता है
डिफेंस एक्सपो में 40 देशों के रक्षामंत्री और एक हजार से भी अधिक कंपनियां शामिल होंगी इसमें पहली बार तिरंगे के निशान के साथ राफेल दिखेगा, यूएस एयरक्राफ्ट एफ-35 भी नजर आएगा लखनऊ में गोमती रिवर फ्रंट पर नेवी करतब दिखाएगी, वायुसैनिक भारत का बढ़ता कद दिखाएंगे
लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को 11वें डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन किया। मोदी ने कहा- भारत केवल एक बाजार ही नहीं है। भारत पूरे विश्व के लिए अपार अवसर भी है। यह डिफेंस एक्सपो दुनिया के भारत के प्रति विश्वास को प्रकट करता है।
उन्होंने कहा- दुनिया में भारत एक सशक्त भूमिका लेकर आगे बढ़ रहा है। आज का यह अवसर भारत की रक्षा और सुरक्षा करने के साथ-साथ देश के युवाओं के लिए बड़ा अवसर है। इसी बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक हुई। वे भाषण खत्म होने पर बाहर निकले तभी मानसिक रूप से विक्षिप्त किशोर उनकी तरफ दौड़ा। पुलिस ने उसे पकड़ा।
Speaking at @DefExpoIndia. Watch. https://t.co/i3qBH5GUeF
— Narendra Modi (@narendramodi) February 5, 2020
मोदी ने कहा- मेक इन इंडिया से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे
- ‘मेक इन इंडिया से भारत की सुरक्षा बढ़ेगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। आज का डिफेंस एक्सपो उसकी व्यापकता और विविधता और दुनिया में उसकी भागीदारी का जीता जागता सबूत है।’
- ‘रिसर्च में यंग टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए पांच नई यूनिट बनाई गईं। एफडीआई के नियम आसान किए गए ताकि 100% सीधे निवेश का रास्ता साफ हो।’
- ‘सरकार ने डिफेंस प्लानिंग कमेटी का गठन किया था। तमिलनाडु और यूपी में डिफेंस कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे।’
- ‘अमेठी के कोरबा में रायफल यूनिट का निर्माण रूस के साथ मिलकर शुरू हुआ, वहां एके-203 का उत्पादन होगा। 200 नए डिफेंस स्टार्टअप शुरू करने का लक्ष्य।’
- ‘आज दुनियाभर में 6000 से अधिक भारतीय सैनिक शांति अभियान का हिस्सा हैं। अफ्रीका में शांति स्थापना में हमारी सेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’
- ‘2014 के बाद इज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार हुआ। आधुनिक शस्त्रों के विकास के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर और निवेश के लिए उपयोगी माहौल पर काम जारी है।’
- ‘भारत में दुनिया के एयरोस्पेस हब बनने की क्षमता। यहां टैलेंट-टेक्नोलॉजी के अलावा डिमांड, डेमोक्रेसी और डिसिजनमेकिंग भी है। यहां लगा एक-एक पैसा आपको रिर्टन देगा।’
अंतिम दो दिन आमजन के लिए खोला जाएगा एक्सपो
5 से 9 फरवरी तक चलने वाले इस मेले में 70 देशों की रक्षा उपकरण बनाने वालीं 172 और भारत की 857 कंपनियां भाग ले रही हैं। इस रक्षा प्रदर्शनी में 40 देशों के रक्षामंत्री शामिल होंगे। डिफेंस एक्सपो 5 से 7 फरवरी तक आमंत्रित लोगों के लिए खुलेगा जबकि 8-9 फरवरी को इसे आम जनता के लिए खोला जाएगा। डिफेंस एक्सपो में 19 तकनीकी-व्यावसायिक सेमिनार होंगे। इसमें करीब 5 हजार छात्रों के शामिल होने की व्यवस्था की गई है। यहां दसौ एविएशन पहली बार तिरंगे के निशान वाले राफेल को एक्सपो में पेश करेगा।
रक्षामंत्रियों के गृह राज्य में होता है डिफेंस एक्सपो
डिफेंस एक्सपो पहले दिल्ली में होता था। मोदी सरकार में सभी डिफेंस एक्सपो रक्षामंत्रियों के गृह राज्य में हुए। 2016 में जब मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री थे, तब यह गोवा में हुआ था। पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री भी रह चुके थे। 2018 में डिफेंस एक्सपो तमिलनाडु में हुआ था, तब रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण थीं। सीतारमण तमिलनाडु से हैं। इस बार डिफेंस एक्सपो लखनऊ में हो रहा है क्योंकि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह लखनऊ से ही सांसद हैं। अमेरिका की कंपनी लॉकहीड मार्टिन भी एफ-35 लाइटनिंग सेकंड को पहली बार दुनिया के सामने लाएगी। अमेरिका यह विमान भारत को बेचना चाहता है।
वृंदावन मैदान में लगा हथियारों का मेला
थल सेना के हथियारों में- पिनाक मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, धनुष तोप, इंटीग्रेटेड मल्टीफंक्शन साइट, स्मॉल आर्म्स एडवांस्ड होलोग्राफिक साइट, आई सेफ लेजर, नाइट विजन डिवाइसेज, बॉर्डर सर्विलांस सिस्टम, लेजर ऑर्डिनेंस डिस्पोजल सिस्टम, लेजर डैजलर्स, ऑप्टिकल टारगेट लोकेटर और एक्सप्लोसिव डिटेक्टर प्रदर्शित किए जाएंगे। वहीं, फाइटर जेट्स – सुखोई 30 एमकेआई, जगुआर फाइटर प्लेन, चिनूक और चीता हेलीकॉप्टर भी लखनऊ एयरपोर्ट और बक्शी का तालाब एयरपोर्ट से उड़ान भरेंगे।