- बाजार खुलने के समय सेंसेक्स के 30 में से 18 और निफ्टी के 50 में से 42 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई
- 2015 में भी शनिवार को बजट पेश हुआ, उस दिन भी शेयर बाजार खुला था
Dainik Bhaskar
Feb 01, 2020, 12:58 PM IST
मुंबई. बजट की वजह से आज शेयर बाजार में शनिवार होने के बावजूद ट्रेडिंग हो रही है। बाजार में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 279 पॉइंट की गिरावट के बाद संभल गया। यह 182 अंक की बढ़त के साथ 40,905.78 तक पहुंचा। हालांकि, बजट भाषण के दौरान इसमें फिर मायूसी देखी जा रही है। यह 80 अंक की गिरावट के साथ 40,643 पर पहुंच गया। शुक्रवार को यह 40,723.49 पर बंद हुआ था। निफ्टी भी नीचे पहुंच गया है। यह 31.35 अंक की गिरावट के साथ 11930.75 पर कारोबार कर रहा है। बजट भाषण शुरू होने के कुछ देर बाद ही इसने 12,017.35 तक की ऊंचाई को छुआ। शुक्रवार को यह 11,962.10 पर बंद हुआ था।
Sensex at 40,688.28, down by 35.21 points pic.twitter.com/pao02OBySo
— ANI (@ANI) February 1, 2020
फिलहाल सेंसेक्स के 30 में से 20 शेयर घाटे में हैं। मारुति, हिंदुस्तान यूनीलीवर, बजाज फाइनेंस, टीसीएस, सन फार्मा, आईटीसी के शेयर हरे निशान पर हैं। वहीं, निफ्टी के 50 में से 35 शेयर घाटे में कारोबार कर रहे हैं। निफ्टी में शामिल गेल, मारुति, हिंदुस्तान यूनीलीवर, एम एंड एम और टीसीएस के शेयर फायदे में हैं।
आईआरसीटीसी की शेयर में खासी बढ़त
बजट से ठीक पहले आईआरसीटीसी के शेयर में अचानक तेजी देखी गई। एक समय यह 12.12% की बढ़त के साथ 1,235 पर पहुंच गया। यह शुक्रवार को 1,137.15 पर बंद हुआ था। अभी यह 6.28% की बढ़त के साथ 1,208.55 पर कारोबार कर रहा है।
बजार से जुड़े लोगों की अपील पर ट्रेडिंग का फैसला
बताया जा रहा है कि बाजार से जुड़े लोगों की अपील पर शनिवार को ट्रेडिंग का फैसला किया गया। क्योंकि, बजट की घोषणाओं से बाजार में काफी उतार-चढ़ाव आते हैं। 2015 में भी बजट के दिन शनिवार होने के बावजूद बीएसई पर ट्रेडिंग हुई थी। सामान्य तौर पर शनिवार-रविवार को शेयर बाजार बंद रहता है।
शेयर बाजार से जुड़े ऐलान संभव
सरकार लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स में राहत दे सकती है। शेयर खरीदने के एक साल बाद बेचने पर अगर एक लाख रुपए से ज्यादा मुनाफा होता है उस पर अभी 10% टैक्स लगता है। ऐसी अटकलें हैं कि इस टैक्स को खत्म किया जा सकता है या फिर इसका समय बढ़ाकर 2 साल किया जा सकता है। डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स के नियमों में भी बदलाव किए जा सकते हैं।
पिछले साल सरकार ने सुपर रिच पर सरचार्ज बढ़ाया, बाद में फैसला वापस लिया
बजट के दिन सेक्टर विशेष के लिए जो घोषणाएं होती हैं उनका सेक्टर विशेष की कंपनियों के शेयरों पर असर पड़ता है। मोदी सरकार के पिछले 6 पूर्ण बजटों की बात करें तो बजट के दिन 4 बार शेयर बाजार नुकसान में रहा। पिछले साल 5 जुलाई को बजट पेश किया गया था। उस दिन सेंसेक्स 1% और निफ्टी 1.14% नुकसान में रहा था। पिछले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सुपर रिच पर सरचार्ज बढ़ाने का ऐलान किया था। विदेशी निवेशकों को भी इसके दायरे में माना गया। इससे बाजार में गिरावट बढ़ गई थी। हालांकि, सरकार ने कुछ दिनों बाद सरचार्ज बढ़ोतरी का फैसला वापस ले लिया था।