नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार प्रसार का दौर जारी है. आम आदमी पार्टी, बीजेपी समेत सभी राजनीति दल चुनाव में जीत हासिल करने के लिए एड़ी से चोटी का दम लगा रहे हैं. इस चुनाव में बीजेपी की तरफ से 5000 छोटी बड़ी सभाएं की जाएंगी. इनमें से दो बड़ी रैली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर सकते हैं.
दिल्ली में बीजेपी के 278 से ज्यादा सांसद, केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री दिल्ली में 5000 छोटी बड़ी सभाएं करेंगे. इनमें से अमित शाह और जेपी नड्डा 70 विधानसभा क्षेत्रों में 70 -70 रैलियां करेंगे. वहीं इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दो रैलियां कर सकते हैं.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में बीजेपी ने जहां राष्ट्रवाद और शाहीन बाग के मुद्दे को अब अपना हथियार बना लिया है, वहीं हर घर तक पहुंचने के लिए बीजेपी ने माइक्रोमैनेजमेंट का मेगा प्लान तैयार किया है. इसके लिए बीजेपी छोटी-बड़ी तकरीबन 5000 से ज्यादा नुक्कड़ सभाएं करेगी. इसके लिए बीजेपी ने अपने सांसदों, मंत्रियों, पूर्व मंत्री और संगठन के पदाधिकारियों की पूरी सूची तैयार की है.
पीएम मोदी कर सकते हैं रैली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक से दो रैली दिल्ली में कर सकते हैं हालांकि अभी यह रैलियां कहां होंगी और कब होंगी इसको लेकर आखरी फैसला नहीं लिया गया है. गृह मंत्री अमित शाह हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक सभा करेंगे. अब तक वह 32 सभाएं कर चुके हैं और 38 सभाएं और करेंगे. कुल मिलाकर वे 70 विधानसभा क्षेत्रों में 70 सभाएं या रोड शो करेंगे. ठीक इसी तर्ज पर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी 70 विधानसभा क्षेत्रों में 70 सभाएं या रोड शो करेंगे.
बीजेपी नेतओं को दिए गए निर्देश
पार्टी के शीर्ष नेताओं में राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी के अलावा सभी बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री 100 से 200 लोगों की छोटी-छोटी सभाएं करेंगे. राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सभाएं उस राज्य के निवासियों के बहुलता वाले इलाकों में करवाई जाएंगी. साथ ही राज्यों के बड़े नेताओं या केंद्रीय मंत्रियों की भी सभाएं होंगी. इसके लिए सभी मुख्यमंत्रियों और बड़े नेताओं को दिल्ली में कम से कम एक हफ्ता समय देने के निर्देश दिए गए हैं.
घर-घर जाकर भी करेंगे प्रचार
बीजेपी के मेगा प्लान के तहत 5000 से ज्यादा छोटी-बड़ी सभाएं, रैलियां, रोड शो, नुक्कड़ सभाएं, नुक्कड़ नाटक होंगे और उसके बाद चुनाव खत्म होने के आखिरी चार दिन से पहले बीजेपी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिछले पांच साल के कामकाज और उपलब्धियों के अलावा राष्ट्रवाद और शाहीन बाग जैसे मुद्दों के बारे में लोगों को बताएंगे.
शुरुआत में यह माना जा रहा था कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव एकतरफा है और अरविंद केजरीवाल के सामने कांग्रेस और बीजेपी की चुनौती ना के बराबर है लेकिन जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है और भी ज्यादा दिलचस्प होता जा रहा है.