चंद्र ग्रहण 2020: 10 जनवरी को लगने वाला है चंद्र ग्रहण, इससे जुड़ी ये हैं 10 महत्वपूर्ण बातें

चंद्रमा का संबंध व्यक्ति के मन से होता है. चंद्रमा मन का कारक है. हमारे जीवन में चंद्रमा की स्थिति का सीधा प्रभाव पड़ता है. चंद्रमा व्यक्ति को सबसे जल्दी प्रभावित करता है. पृथ्वी का ये सबसे नजदीकी उपग्रह है.

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नई दिल्ली: 10 जनवरी को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है. मांद्य चंद्र ग्रहण में हल्की सी छाया चंद्र पर पड़ती है ये चंद्र,सूर्य और पृथ्वी तीनों ग्रह एक सीधी लाइन में नहीं होते हैं. इसी कारण से इस दिन लगने वाले ग्रहण को मांद्य चंद्र ग्रहण भी कहा जा रहा है. आइए जानते हैं कि चंद्र ग्रहण से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें.

1-   भारत सहित कई देशों में दिखाई देगा

10 जनवरी को लगने वाले इस ग्रहण को भारत में भी देखा जाएगा. इसके अलावा यूरोप सहित दुनिया के कई अलग अलग स्थानों पर भी इस ग्रहण को देखा जा सकेगा. ग्रहण को ज्योतिष शास्त्र में एक अहम खगोलीय घटना के तौर पर देखा जाता है.

2-    मन का कारक है चंद्रमा

चंद्रमा का संबंध व्यक्ति के मन से होता है. चंद्रमा मन का कारक है. हमारे जीवन में चंद्रमा की स्थिति का सीधा प्रभाव पड़ता है. चंद्रमा व्यक्ति को सबसे जल्दी प्रभावित करता है. पृथ्वी का ये सबसे नजदीकी उपग्रह है. इसलिए इसका प्रभाव हमारे दैनिक जीवन में अधिक होता है.

3-    भारत पर नहीं होगा असर

चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई तो देखा लेकिन इसका असर नहीं होगा. ग्रहण से पूर्व सूतक काल का भी असर नहीं होगा. लेकिन सभी 12 राशियों पर इस ग्रहण का प्रभाव पड़ेगा. इस दिन लगने वाले ग्रहण को मांद्य चंद्र ग्रहण भी कहा जा रहा है.

4-  रात के समय लगेगा ग्रहण

भारत के समयानुसार ये चंद्रग्रहण रात्रि 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होगा और 2 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगा. पिछले 10 साल में इस तरह का यह छठवां चंद्र ग्रहण है.

5- पूर्णिमा को लगेगा ग्रहण

10 जनवरी को पूर्णिमा है. इसी दिन चंद्र ग्रहण लगेगा.

6-    नहीं लगेगा सूतक काल

मांद्य चंद्र ग्रहण होने के कारण इस ग्रहण का सूतक नहीं लगेगा. इस ग्रहण के दौरान किसी भी तरह के पूर्जा पाठ और कर्मकंठ संबंधी कार्य वर्जित नहीं हैं. जो लोग नियमित पूजा पाठ करते हैं वे अपने धार्मिक कार्यों को नियमित दिनों की तरह की पूर्ण कर सकते हैं.

7-    घटते बढ़ते क्रम में नहीं दिखाई देगा चंद्र ग्रहण

10 जनवरी को लगने वाले ग्रहण के दौरान चंद्रमा का आकार घटते बढ़ते क्रम में नहीं दिखाई देगा. लेकिन गौर से देखने पर चंद्रमा पर धूल की परत जैसा बिंब दिखाई देगा. क्योंकि ग्रहण के दौरान चंद्रमा पर तेज आंधी चलेगी.

8-    मिथुन राशि के पुर्नवसु नक्षत्र में लगेगा ग्रहण

यह चंद्र ग्रहण मिथुन राशि के पुर्नवसु नक्षत्र में लगेगा. मांद्य ग्रहण होने के कारण इसका प्रभाव अधिक नहीं होगा. मांद्य का अर्थ होता है धीमा. इसलिए इसमें सूतक काल का प्रभाव नहीं रहेगा.

9-    4 घंटा 50 मिनट तक रहेगा ग्रहण

ग्रहण का मध्य 12:40 बजे होगा,मोक्ष रात 2 बजकर 42 मिनट पर होगा. ये ग्रहण 4 घंटे 50 मिनट का रहेगा.

10-    ऐसा लगता है चंद्र ग्रहण

जब पृथ्वी और सूर्य एक सीधी लाइन में आ जाते हैं तो पृथ्वी की वजह से चंद्र पर सूर्य की किरणें सीधे नहीं पहुंचती है. पृथ्वी की छाया पूर तरह से चंद्र पर पड़ती है. इस स्थिति को ही चंद्र ग्रहण कहते हैं.

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