पाकिस्तान में बैठे दानिश कनेरिया ने कहा- जय श्रीराम! जरा आप भी सुनिए…

पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के हुक्मरानों और यहां के क्रिकेट बोर्ड को आड़े हाथों लेने के लिए यू ट्यूब वीडियो जारी किया है.

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  • 39 साल के इस पूर्व क्रिकेटर ने ऐसे किया अपने फैंस का स्वागत

  • नमस्कर, सलाम, जय श्रीराम कहने के बाद अपने मुद्दे पर उतरे

पाकिस्तान के पूर्व लेग स्पिनर दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के हुक्मरानों और यहां के क्रिकेट बोर्ड को आड़े हाथों लेने के लिए यू ट्यूब वीडियो जारी किया है. 39 साल के इस पूर्व क्रिकेटर ने वीडियो की शुरुआत में अपने प्रशंसकों का अभिवादन न सिर्फ नमस्कार और सलाम कहकर किया, बल्कि जय श्रीराम भी कहा.

कनेरिया को वीडियो में अपनी बात रखने से पहले ऐसा सुना जा सकता है- ‘नमस्कर, सलाम, जय श्रीराम!’ हाथ जोड़े कनेरिया कहते हैं- ‘सबसे पहले मैं सबका बहुत-बहुत शुक्रिया और धन्यवाद कहना चाहता हूं.’ इसके बाद वह अपने मुद्दे पर उतर आते हैं.

कनेरिया ने कहा, ‘जो लोग यह कह रहे हैं कि मैंने यह सब अपने यू ट्यूब चैनल के लिए सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए किया है, उन्हें बता दूं कि इस बात की शुरुआत मैंने नहीं की, बल्कि शोएब अख्तर ने नेशनल टेलीविजन पर इसका पहली बार जिक्र किया था.’ दरअसल शोएब अख्तर ने गुरुवार को दावा किया था कि कुछ पाकिस्तानी क्रिकेटर कनेरिया के साथ खाना खाने से भी हिचकते थे क्योंकि वह हिंदू है.

किसी का नाम लिए बगैर कनेरिया ने कहा कि कई खिलाड़ी ऐसे हुए हैं, जिन्होंने मैच फिक्स किए और देश को ‘बेच दिया’ लेकिन इसके बावजूद आज वे टीम में हैं और देश के लिए खेल रहे हैं. कनेरिया ने कहा, ‘लोग कह रहे हैं कि मैं पाकिस्तान के लिए 10 साल खेला, लेकिन मैं 10 साल अपने खून की कीमत पर खेला. मैंने क्रिकेट पिच पर अपना खून दिया. मैंने तब भी गेंदबाजी जारी रखी, जब मेरी अंगुलियों से खून निकलता रहता था. यहां तो कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपने देश को ही बेच दिया और आज वे टीम में खेल रहे हैं. मैंने पैसे के लिए कभी अपने देश को नहीं बेचा.’

इस बीच पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने साफ किया है कि कनेरिया के संबंध में दिए गए उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. अख्तर के मुताबिक उन्होंने यह कभी नहीं कहा कि हिंदू होने के नाते पाकिस्तानी टीम में कनेरिया के साथ गलत व्यवहार होता था. अख्तर ने कहा कि पाकिस्तानी टीम में कभी भी इस तरह की संस्कृति नहीं रही है और खासतौर पर धर्म के आधार पर कभी भी किसी खिलाड़ी के साथ भेदभाव नहीं किया गया.

ख्तर ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि पाकिस्तानी टीम में कुछ खिलाड़ी थे जो उन्हें टीम में नहीं चाहते थे, क्योंकि वह हिंदू थे. इसके बाद स्पॉट फिक्सिंग के कारण प्रतिबंध झेल रहे कनेरिया ने कहा था कि कुछ खिलाड़ी थे, जिन्होंने उन्हें निशाने पर लिया था, लेकिन उन पर कभी भी धर्म परिवर्तन का दबाव नहीं था. शनिवार को पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने भी कहा कि कनेरिया उनकी कप्तानी में खेले और इस दौरान उनके साथ किसी भी तरह के गलत व्यवहार की उन्हें कोई जानकारी नहीं.

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