जिस हाइवे पर हुआ था हैदराबाद गैंगरेप, उसी पर चारों आरोपियों का एनकाउंटर
हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ जो दरिंदगी हुई उस मामले में बड़ा अपडेट आया है. हैदराबाद पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में दिशा केस के चारों आरोपियों को ढेर कर दिया गया है. शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ हैदराबाद के NH-44 में मुठभेड़ हुई और आरोपी ढेर हो गए. बता दें कि इस वक्त हैदराबाद पुलिस की कमान ऐसे व्यक्ति के हाथ में है जो एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते हैं, साइबराबाद पुलिस के कमिश्नर वी. जे. सज्जनार.
हैदराबाद में जिस हाइवे एनएच 44 पर 27 नवंबर की रात लेडी डॉक्टर का गैंगरेप हुआ, उसी हाइवे पर तेलंगाना पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है. हैदराबाद पुलिस चारों आरोपियों को उस जगह लेकर गई थी जहां लेडी डॉक्टर की जली हुई बॉडी मिली थी. पुलिस आरोपियों को मौके पर इसलिए लेकर गई थी जिससे घटना का रिक्रिएशन किया जा सका. यह एनकाउंटर शुक्रवार सुबह हुआ.
उससे पहले हैदराबाद में महिला डॉक्टर से हैवानियत के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे थे. सड़कों पर उतरकर लोग महिला सुरक्षा पर सवाल कर रहे थे. पुलिस की जांच में कई खुलासे हुए थे और आरोपियों का वीडियो और पूरी कुंडली सामने आ गई थी. उधर आरोपियों को हैदराबाद की केरलाकुल्ली जेल में बंद किया गया था.
#WATCH Hyderabad: Reaction of girl students when news of encounter of the accused in murder and rape of woman veterinarian broke out pic.twitter.com/z238VVDsiC
— ANI (@ANI) December 6, 2019
हैदराबाद में जब पुलिस आरोपियों को लेकर थाने पहुंची तो उसकी भनक लोगों को लग गई थी. इसके बाद कुछ ही देर में सैकड़ों लोगों ने थाना घेर लिया था. इसके बाद पुलिस ने उस थाने की सुरक्षा बढ़ा दी थी और बाद में उन्हें हैदराबाद की जेल में ले जाया गया था. चारों आरोपियों को केरलाकुल्ली सेंट्रल जेल के अलग-अलग बैरक में रखा गया था. बताया जा रहा है कि उन्हें अलग इसलिए रखा गया है ताकि वे एक दूसरे को नुकसान ना पहुंचा सकें और वे कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे जांच प्रभावित हो.
इससे पहले पुलिस ने वारदात की जांच में कई खुलासे किए थे. इस खुलासे के बाद आरोपियों का वीडियो और पूरी कुंडली सामने आ गई थी. चारों आरोपी बचपन के दोस्त थे. आरोपी मोहम्मद आरिफ ट्रक ड्राइवर था, बाकी तीनों क्लीनर थे.
पुलिस के मुताबिक 27 नवंबर की रात को महिला डॉक्टर को ट्रक ड्राइवर और उसके साथियों ने अगवा किया. आरोपी पीड़िता को सुनसान जगह पर ले गए और उसे जबरन शराब पिलाई और गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था.
एक आरोपी ने मुंह और नाक दबाकर पीड़िता की जान ली. इसके बाद वहां से 27 किलोमीटर दूर ले जाकर पेट्रोल डालकर उसका शव जला दिया. शव के पास ही पीड़िता का फोन, घड़ी सब छिपा दिया था.
पुलिस की रिमांड कॉपी के अनुसार, 27 नवंबर की रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक पूरी वारदात को अंजाम दिया गया था. पुलिस की गिरफ्त में आए चारों आरोपियों को 14 दिन की रिमांड पर भेजा गया था.
हैदराबाद गैंगरेप की इसी घटना का रिक्रिएशन करने के लिए पुलिस चारों आरोपियों को मौके पर लेकर गई थी. पुलिस के अनुसार, वहां से चारों आरोपियों ने भागने की कोशिश की, इसलिए चारों का एनकाउंटर कर दिया गया.
Hyderabad: Senior Police officials arrive at the site of the encounter. All four accused in the rape and murder of woman veterinarian in Telangana were killed in an encounter with the police when the accused tried to escape while being taken to the crime spot. https://t.co/TB4R8EuPyr pic.twitter.com/7fuG87MP0m
— ANI (@ANI) December 6, 2019
पीड़िता के पिता ने की थी जल्द सजा की मांग
महिला डॉक्टर के पिता ने कहा था कि दोषियों को जितना जल्दी संभव हो सजा देनी चाहिए. कई कानून बनाए गए लेकिन उनका पालन नहीं हो रहा है. उन्होंने निर्भया केस के दोषियों को अबतक फांसी नहीं दिए जाने का हवाला देते हुए मांग की है कि गुनहगारों को जल्द से जल्द सजा दी जाए. पीड़िता के पिता का कहा था कि अपराध करने वालों की उम्र बेहद कम है, लेकिन उन्होंने बड़ा काम किया है. वे अपराधी हैं और उन्हें जल्द से जल्द सजा मिलनी चाहिए. पीड़िता की मां का कहना है कि बेटी को जिस तरह से जलाया गया उसी तरह अपराधियों को भी जलाया जाए.
हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ जो दरिंदगी हुई उस मामले में बड़ा अपडेट आया है. हैदराबाद पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में दिशा केस के चारों आरोपियों को ढेर कर दिया गया है. शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ हैदराबाद के NH-44 में मुठभेड़ हुई और आरोपी ढेर हो गए. बता दें कि इस वक्त हैदराबाद पुलिस की कमान ऐसे व्यक्ति के हाथ में है जो एनकाउंटर स्पेशलिस्ट माने जाते हैं, साइबराबाद पुलिस के कमिश्नर वी. जे. सज्जनार.
दिशा केस, 2019
हैदराबाद में बीते दिनों जब महिला डॉक्टर दिशा (बदला हुआ नाम) के साथ रेप और फिर जिंदा जलाने की घटना आई तो पूरे देश को झकझोर गया. लेकिन आठ दिन के अंदर पुलिस के साथ हुई एक मुठभेड़ में इन चारों आरोपियों को ढेर कर दिया गया.
वारंगल केस
तेलंगाना के वारंगल में इससे पहले जब एक कॉलेज गर्ल के ऊपर तेजाब छिड़का गया था, तब भी वहां पर काफी विवाद हुआ था. लेकिन कुछ ही समय बाद 3 आरोपियों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया था. ये मामला 2008 का था, हिरासत में रहने के दौरान तीनों आरोपियों पर पुलिस वालों पर हमला कर दिया था लेकिन बाद में पुलिस के साथ एनकाउंटर में आरोपी ढेर हो गए.
सिर्फ रेप आरोपी ही नहीं बल्कि उन्होंने कई माओवादियों के एनकाउंटर में भी वह टीम का हिस्सा रहे थे. हैदराबाद में बतौर पुलिस कमिश्नर उन्होंने डेढ़ साल पहले ही कमान संभाली थी. हालांकि, अभी इस एनकाउंटर की मजिस्ट्रेट जांच होनी बाकी है, क्योंकि हर पहलू को देखा जाएगा कि क्या एनकाउंटर करना जरूरी था या नहीं.
आपको बता दें कि हैदराबाद में 27 नवंबर को स्कूटी से जा रही महिला डॉक्टर के साथ चार आरोपियों ने रेप किया था और उसके बाद उसे जिंदा जला दिया था.
हैदराबाद के दरिंदों के एनकाउंटर पर बोलीं निर्भया की मां- वो इसी लायक थे…
आजतक से बात करते हुए निर्भया की मां ने कहा, ‘हैदराबाद पुलिस की दरियादिली की वह दाद देती हैं, उनका बहुत शुक्रिया करती हैं. ये आरोपी इसी लायक थे क्योंकि उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया था.’
उन्होंने कहा कि आप ये सोचिए कि आरोपियों के मन में इतना जुर्म भरा हुआ था कि वह पुलिस कस्टडी से भागने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन आज परिवार को इंसाफ मिला, मैं भी सात साल से संघर्ष कर रही हूं लेकिन आज भी निर्भया के आरोपियों को फांसी नहीं दी गई है.’