नई दिल्ली. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद एनडीए के दो सहयोगी दलों बीजेपी-शिवसेना (BJP-Shiv Sena) में मुख्यमंत्री पद को लेकर शुरू हुई खींचतान आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) तक पहुंच गई है. महाराष्ट्र में हर दिन नया सियासी ड्रामा देखने को मिल रहा है. इस सब के बीच शनिवार सुबह महाराष्ट्र राजभवन की तस्वीरें देखकर देश चौंक गया.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhaga Singh Koshyari) ने बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को सीएम (CM) और एनसीपी (NCP) के अजित पवार (Ajit Pawar) को डिप्टी सीएम (Deputy CM) पद की शपथ दिला दी थी. हालांकि, शुक्रवार देर रात एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने कांग्रेस (Congress) और शिवसेना (Shiv Sena) की संयुक्त बैठक के बाद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा कर दी थी.
गोवा में 17 सीटों वाली कांग्रेस के बजाय 13 वाली बीजेपी ने बनाई सरकार
महाराष्ट्र के सियासी समीकरण रातो-रात पलटे गए थे. हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) कई बार ऐसे कारनामे कर देश को चौंका चुके हैं. साल 2014 के बाद मोदी सरकार के फैसले और सियासी उलटफेर पर नजर डालें तो पता चलता है कि ये जोड़ी इस काम में माहिर है. महाराष्ट्र से पहले गोवा में भी बीजेपी सरकार बनने से पहले आधी रात के बाद सियासी ड्रामा चला था. गोवा में 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए 2017 में हुए चुनाव में कांग्रेस 17 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. उम्मीद थी कि गोवा में कांग्रेस की सरकार बनेगी. अचानक बीजेपी नेता नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) सक्रिय हुए. फिर सरकार बनाई 13 सीट वाली BJP ने और मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री बनाए गए.
मणिपुर में पहली बार बीजेपी की सरकार बनवाने में मिली सफलता
पूर्वोत्तर की 60 सदस्यीय मणिपुर (Manipur) विधानसभा के लिए 2017 में चुनाव हुए. इसमें कांग्रेस ने 28 सीटों पर जीत हासिल की. बीजेपी के 21 विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे. यहां भी सभी को लगा कि कांग्रेस सरकार बनाएगी. लेकिन, एक रात में समीकरण बदल गए और राज्य में पहली बार बीजेपी की सरकार बन गई. राज्य में नगा पीपुल्स फ्रंट ने 4, नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 4, लोक जनशक्ति पार्टी ने 1, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस ने 1 और निर्दलीय उम्मीदवारों ने एक सीट पर जीत दर्ज की थी. यहां भी बीजेपी ने गठबंधन कर सरकार बनाई और पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी एन. बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री बनाया.
भारतीय सेना ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक कर दुनिया को चौंकाया
सियासी उलटफेर के अलावा मोदी सरकार ने देर लिए फैसलों से भी लोगों को चौंकाया है. ऐसे ही एक फैसले में 28-29 सितंबर 2016 की आधी रात भारतीय सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया. इससे देश ही नहीं दुनिया भर के लोग चौंक गए थे. उस समय मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री थे. दरअसल, सितंबर 2016 में जम्मू-कश्मीर के उड़ी में भारतीय सेना के कैंप पर आतंकी हमले के बाद देश में जबर्दस्त गुस्सा था. पीएम मोदी के नेतृत्व में सेना ने पाकिस्तान और आतंकियों को सबक सिखाने की रणनीति बनाई. पूरे ऑपरेशन के दौरान मनोहर पर्रिकर और पीएम मोदी जागकर पल-पल का अपडेट ले रहे थे.
पुलवामा हमले के 13वें दिन आधी रात को बालाकोट में की एयर स्ट्राइक
पुलवामा में 14 फरवरी 2019 को सीआरपीएफ के काफिले पर किए गए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए. इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तान से संचालित आतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली. देश में एक बार फिर गुस्से की लहर थी. सब पाकिस्तान से बदला लेने की बात कर रहे थे. इसी बीच पुलवामा हमले के 13वें दिन भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी, 2019 की दरम्यानी रात पाकिस्तान के बालाकोट में एयरस्ट्राइक की. भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया.
जीएसटी के साथ सामान्य वर्ग को आरक्षण का फैसला भी देर रात लिया था
मोदी सरकार ने वस्तु व सेवा कर (GST) को लागू कराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी. सबसे बड़ा आर्थिक सुधार कहे जाने वाले जीएसटी बिल पर 5 घंटे से भी ज्यादा राज्यसभा में चर्चा हुई थी. इसके पक्ष में 202 सदस्यों ने वोट किया था, जबकि 13 सदस्यों ने इसके खिलाफ वोट दिया. आजादी के बाद का सबसे बड़े टैक्स सुधार GST को 30 जून, 2017 की आधी रात को संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में लागू किया गया. इसके बाद 1 जुलाई 2017 से जीएसटी पूरे देश में प्रभावी हो गया. इसके अलावा सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को 10 फीसदी आरक्षण देने के संविधान संशोधन विधेयक को मंजूरी दिलाने के लिए 9 जनवरी, 2019 को देर रात तक संसद की कार्यवाही चली थी.