मुंबई: महाराष्ट्र में एनसीपी के अजित पवार के समर्थन से बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर मुख्यमंत्री बन गए हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने अजित पवार का आभार भी जताया। उन्होंने कहा, ‘मैं एनसीपी के अजित पवार जी के प्रति आभार व्यक्त करना चाहता हूं, उन्होंने महाराष्ट्र में एक स्थिर सरकार देने और भाजपा के साथ आने के लिए यह निर्णय लिया।’ अजित पवार के साथ आने पर फडणवीस का 5 साल पुराना ट्वीट वायरल होने लगा।
दरअसल 5 साल पहले फडणवीस ने ट्वीट किया था कि एनसीपी के साथ बीजेपी कभी गठबंधन करेगी। उन्होंने कहा था, ‘बीजेपी कभी नहीं, कभी नहीं, कभी नहीं एनसीपी के साथ कोई गठबंधन करेगी। अफवाहें फैलाई जा रही हैं। हमने विधानसभा में उनके भ्रष्टाचार को उजागर किया। दूसरे चुप थे।’
शनिवार को अजित पवार के समर्थन से मुख्यमंत्री बनने पर उनका ये ट्वीट वायरल होने लगा और लोग सवाल करने लगे। इस साल के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी भाजपा ने अजित पवार पर तीखे हमले किए थे, जो कि महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान हुए 20,000 करोड़ रुपए के सिंचाई घोटाले में जांच का सामना कर रहे हैं।
2014 के चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एनसीपी पर तीखे हमले किए थे और उसे नेशनल करप्ट पार्टी बताया था। अब उपमुख्यमंत्री बनने पर पीएम मोदी ने पवार को बधाई दी।
BJP will never, never, never have any alliance with NCP. Rumours are motivated. We exposed their corruption in assembly. Others were silent.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) September 26, 2014
शनिवार को सुबह फडणवीस और पवार ने शपथ ली। यह शपथ ग्रहण ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के बीच मुख्यमंत्री पद के लिए शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नाम पर सहमति बनी थी। शिवसेना नेता संजय राउत ने भाजपा के साथ हाथ मिलाने का फैसला लेकर अजित पवार पर शिवसेना की पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाया। एनसीपी सांसद और अजित पवार की चचेरी बहन सुप्रिया सुले ने अपने व्हाट्सएप स्टेटस में लिखा कि परिवार और पार्टी बंट गई है। पवार 2010 में पहली बार राज्य के उप मुख्यमंत्री बने। उन पर सिंचाई घोटाले में शामिल होने के आरोप भी लगे और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग का एक मुकदमा भी दर्ज किया।