पंजाब: गरीब परिवार से आने वाले गोल्ड मेडलिस्ट की पढ़ाई का खर्चा उठाएगी सरकार, 1 .17 करोड़ की स्कॉलरशिप दी

2017 में भी सुरिंदरपाल स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई कर चुके हैं. लेकिन इस बार भारत सरकार ने उन्हें स्कॉलरशिप लिए चुना है.

नई दिल्ली: भारत सरकार की तरफ से उच्च शिक्षा के लिए प्रोसाहित करने के लिए होनहार छात्रों को स्कॉलरशिप दी गई है. जिससे गरीब परिवार से आने वाले छात्र भी उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए विदेश जा सकें. ऐसे ही एक छात्र हैं गुरदासपुर के गांव तुंग के रहने वाले सुरिंदरपाल. जो कि एक गरीब परिवार से आते हैं. सुरिंदरपाल को भारत सरकार की तरफ 1 करोड़ 17 लाख रुपये की स्कॉलरशिप दी गई है ताकि वह विदेश में जाकर उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने देश के लिए काम कर सकें.

 

अब सुरिंदरपाल 4 साल के लिए विदेश में जाकर पढ़ाई करेंगे और उनका सारा खर्च भारत सरकार की तरफ से किया जाएगा. वहीं भारत सरकार का धन्यवाद करते हुए नोजवान सुरिंदरपाल ने बताया कि वह काफी गरीब परिवार से हैं और (एम टैक) में गोल्ड मेडलिस्ट हैं. लेकिन उनकी इच्छा थी के वह उच्च शिक्षा के लिए विदेश में जाकर पढ़ाई करें लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह विदेश नहीं जा सके. पाल ने बताया कि उन्हें इंटरनेट के जरिए ये जानकारी पता चला कि भारत सरकार होनहार छात्रों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए विदेश भेजती है.

 

सुरिंदरपाल ने बताया कि स्कॉलरशिप के लिए मैंने 2017 में अप्लाई किया था लेकिन मुझे कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद भी मैंने हिम्मत नहीं हारी और अप्लाई करता रहा. आखिरकार अब भारत सरकार मुझे उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेज रही है जिसके लिए सरकार ने मुझे 1 करोड़ 17 लाख रुपए की स्कॉलरशिप दी है अब मैं विदेश में उच्च हासिल कर अपने देश के लिए काम करुंगा.

 

वहीं भारत सरकार की तरफ से स्कॉलरशिप दिए जाने पर सुरिंदरपाल की माता सुनीता देवी ने भारत सरकार का धन्यवाद किया और कहा कि उनके बेटे ने बहुत मेहनत की है और पढ़ाई में भी काफी हुशियार था. कई बार उसने भारत सरकार को स्कारलशिप के लिए अप्लाई किया था लेकिन इस बार भारत सरकार ने उच्च शिक्षा के उसे चुना है और पढ़ाई करने के लिए उसे विदेश भेज रहे हैं. इसलिए मैं भारत सरकार का धन्यवाद करती हूं.

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