दिल्ली / जेएनयू ने फीस बढ़ोतरी का फैसला वापस लिया, मेस चार्ज और हॉस्टल किराया भी नहीं बढ़ेगा
11 नवंबर को जेएनयू छात्रों ने दीक्षांत समारोह के दौरान विरोध प्रदर्शन किया था छात्रों का कहना था कि हम 15 दिनों से विरोध कर रहे हैं, लेकिन कुलपति हमसे बात करने को तैयार नहीं छात्रों का रूम किराया 10 रु. से बढ़ाकर 300 रु. किया गया, मैस की सुरक्षा निधि 12 हजार रु. की गई थी
नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने छात्रों की फीस बढ़ाने का फैसला वापस ले लिया है। जेएनयू प्रशासन ने मेस फीस और हॉस्टल किराया भी नहीं बढ़ाने की बात कही है। छात्रों ने फीस, मेस चार्जेस और हॉस्टल किराया बढ़ाने के खिलाफ प्रदर्शन किया था।
फीस बढ़ाई थी
14 साल बाद हॉस्टल फीस में बदलाव
10 रु. किराया था सिंगल सीटर कमरे का, 300 रु. कर दिया गया
20 रु. किराया था डबल सीटर कमरे का, 600 रु. कर दिया गया
5500 रु. थी वन टाइम मेस सिक्योरिटी फीस, 12,000 कर दी गई थी
यह प्रतिबंध लगाए थे
अधिकतम रात 11:30 बजे के बाद छात्रों को हॉस्टल के भीतर रहना होगा।
डाइनिंग हॉल में उचित कपड़े पहन कर आना होगा।
छात्रों ने दीक्षांत समारोह के दौरान उग्र प्रदर्शन किया था
जेएनयू के विद्यार्थियों का विरोध प्रदर्शन बीते 15 दिनों से जारी था। सोमवार को एआईसीटीई में हुए दीक्षांत समारोह के दौरान भी छात्रों ने प्रदर्शन किया था। इस वजह से मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल छह घंटे तक कैंपस में फंसे रहे थे। मंत्री पोखरियाल को अपने पूर्व निर्धारित 2 कार्यक्रम भी निरस्त करने पड़े थे। छात्रों का उग्र प्रदर्शन देखते हुए उपराष्ट्रपति पहले ही कार्यक्रम स्थल से रवाना हो गए थे। पुलिस ने छात्रों पर वाटर कैनन का प्रयोग भी किया था।