फीस वृद्धि के खिलाफ JNU में छात्रों का हल्लाबोल, प्रशासनिक बिल्डिंग पर जमाया कब्जा
हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी को लेकर जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट का प्रदर्शन जारी है. इस बीच प्रदर्शन कर रहे छात्र प्रशासनिक भवन में घुस गए हैं और अंदर बैठकर नारेबाजी कर रहे हैं.
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छात्रों ने की फीस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग
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वीसी से मुलाकात पर अड़े छात्र, कर रहे हैं नारेबाजी
नई दिल्ली। हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी को लेकर जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के स्टूडेंट का प्रदर्शन जारी है. इस बीच प्रदर्शन कर रहे छात्र प्रशासनिक भवन में घुस गए हैं और अंदर बैठकर नारेबाजी कर रहे हैं. प्रशासनिक भवन में ही वाइस चांसलर समेत जेएनयू प्रशासन के सभी अधिकारियों के दफ्तर हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक वाइस चांसलर छात्रों से नहीं मिलेंगे, तब तक हम बिल्डिंग से बाहर नहीं आएंगे.
Students in JNU occupying the administration building as the VC remains silent on where and when the Executive Council meeting will happen which will decide the fees hike matter and was scheduled for today. Students now in occupation of the admin building.#FeesMustFall pic.twitter.com/XSepZWzhbS
— JNU Voice (@jnu_voice) November 13, 2019
माही होस्टल के कमरों में रहने वालों से फीस बढ़ोतरी को लेकर बातचीत की. कोई पीएचडी कर रहा है, कोई मास्टर्स. सभी का कहना है कि नामी प्राइवेट यूनिवर्सिटी छोड़कर हम यहां पढ़ने आए, क्योंकि ये सेंट्रल यूनिवर्सिटी है, सस्ता है और अच्छी शिक्षा मिलती है, लेकिन अब हमें अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ कर जाना पड़ेगा. कमरा देखिये कुछ खास भी नहीं है, अब तक सर्विस चार्ज सरकार देती थी, वो भी हमें देना होगा.
हॉस्टल फीस में 400 फीसदी की वृद्धि
इससे पहले छात्रों ने मंगलवार को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि जेएनयू प्रशासन ने छात्रावास, मेस और सुरक्षा फीस में 400 प्रतिशत की वृद्धि की है. वहीं, जेएनयू प्रशासन का दावा है कि हॉस्टल के चार्ज में 19 साल के बाद इजाफा किया गया है. जेएनयू के नए मैनुअल के मुताबिक अब विजिटर्स को रात 10:30 के बाद हॉस्टल से निकलना होगा. हॉस्टल के नियमों का पालन न करने पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगेगा.
#उत्तिष्ठ_भारत @ABVPVoice की पुरजोर मांग है कि JNU में छात्रों की जायज मांगो को मानना चाहिए।
आज abvp का प्रतिनिधिमंडल #UGC के अधिकारियों से मिलेगा
साथ ही JNU EC को भी ज्ञापन दिया है कि BPL छात्रो सहित सभी छात्रों के जायज मुद्दों का समाधान करे।#SaveJNU— Shri Niwas (@shriniwas_hr) November 13, 2019
UGC भवन तक मार्च निकालेगा ABVP
जेएनयू प्रशासन के खिलाफ सभी संगठनों के छात्र एकजुट हैं. बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) जेएनयू से यूजीसी भवन तक मार्च निकालेगा. दूसरी ओर, तमाम छात्र संगठन आने वाले दिनों में मंडी हाउस पर बड़ा प्रदर्शन करेंगे. छात्रों का आरोप है कि प्रशासन उनकी बातें सुनने को तैयार नहीं है.
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में बुधवार को एक्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक के बाद नये हॉस्टल मैनुअल पर मुहर लगाने की तैयारी हो रही है. इस नये मैन्युअल से फीस वृद्धि ही नहीं हॉस्टल में रहने वाले छात्रों पर और भी कई पाबंदियां लग सकती हैं. जिसे लेकर बीते करीब 15-20 दिनों से विरोध जारी है. आइए जानें- आखिर जेएनयू प्रशासन की ओर से लगाई जा रही किन पाबंदियों के खिलाफ स्टूडेंट का गुस्सा सड़कों पर आ गया है.
जेएनयू कैंपस की नाइट लाइफ दूसरे विश्वविद्यालयों से एकदम जुदा है. यहां के ढाबों में रातों में चलने वाली बहसों में बड़ी संख्या में स्टूडेंट हिस्सा लेते हैं. रातों में प्रदर्शन और चर्चा-परिचर्चा कैंपस लाइफ का हिस्सा रहे हैं. लेकिन जेएनयू प्रशासन ने छात्रावास के लिए जो नई नियावली तैयार की है. इसके मसौदे के अनुसार रात 11 बजे के बाद कोई भी छात्र छात्रावास से बाहर नहीं रह सकेगा. वहीं, पुस्तकालय बंद होने के आंधे घंटे के बाद छात्रों को वापस छात्रावास में आना होगा.
नए प्रस्तावित नियमों के तहत अगर कोई छात्र देर तक छात्रावास से बाहर रहना चाहता है, या रात भर बाहर रहना चाहता है तो इसके लिए उसे संबंधित वॉडर्न को लिखित में सूचित करना होगा. इसके अलावा हॉस्टल में आईडी कार्ड के जरिए ही एंट्री मिलेगी.
नये मैन्युअल के अनुसार कोई भी अतिथि (गेस्ट) किसी भी छात्र के छात्रावास में रात 10:30 बजे के बाद नहीं ठहर सकता है. ऐसा न होने पर छात्र पर तीन से 20 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाने के साथ ही छात्रावास खाली करने का आदेश भी दिया जा सकता है.
धरना भी दंडनीय होगा: छात्रावास के नए प्रस्तावित नियमों के तहत विश्वविद्यालय परिसर में रह रहे प्रतिनिधि के घर का घेराव या धरना देना दंडनीय होगा. जेएनयू से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2005 के बाद नियामवली में बदलाव के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है.
बता दें कि फीस बढ़ने के खिलाफ लेफ्ट संगठन ही नहीं भाजपा के छात्र संगठन एबीवीपी के छात्र भी बुधवार को साबरमती ढाबा से यूजीसी कार्यालय तक मार्च निकाल रहे हैं. वहीं जेएनयू छात्र संघ लगातार हॉस्टल टाइमिंग का भी विरोध कर रहा है.
बुधवार को ईसी (एक्जीक्यूटिव काउंसिल) की बैठक से ठीक पहले ही छात्रसंघ ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. छात्रसंघ जेएनयू प्रशासन पर बिना जानकारी दिए ईसी बैठक का स्थान बदलने का आरोप लगा रहा है.