दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक हुई सियासी हलचल, 11 दिनों बाद भी सरकार पर सस्पेंस बरकरार
महाराष्ट्र में 9 नवंबर तक सरकार गठन किया जाना है. लेकिन विधानसभा चुनाव नतीजों के 12 दिन बीत जाने के बाद भी अगली सरकार को लेकर तस्वीर साफ नहीं हुई है. इसकी एक बड़ी वजह मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच जारी विवाद है.
नई दिल्ली/मुंबई: महाराष्ट्र में किसकी और कैसे सरकार बनेगी इसको लेकर अब भी सस्पेंस बरकरार है. इस बीच सोमवार को दिल्ली से लेकर मुंबई तक बैठकों का दौर जारी रहा. गठबंधन सहयोगी शिवसेना से गतिरोध के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नई दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिले.
NCP Chief Sharad Pawar in Delhi: People have given us a mandate to sit in opposition. Neither have we spoken to Shiv Sena nor have they spoken to us. https://t.co/4XzNpTP0Dz
— ANI (@ANI) November 4, 2019
Delhi: Maharashtra Chief Minister Devendra Fadnavis leaves after meeting Union Minister Nitin Gadkari at latter's residence. pic.twitter.com/br9U1fhakE
— ANI (@ANI) November 4, 2019
शरद पवार ने क्या कहा?
बैठक के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने शिवसेना के साथ हाथ मिलाने की संभावना को खारिज नहीं किया. उन्होंने कहा कि पता नहीं कि आगे क्या होगा. पवार ने यह भी कहा कि कांग्रेस-राकांपा गठबधंन को विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है और सरकार बनाने की जिम्मेदारी बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की है.
Mumbai: Shiv Sena leaders Ramdas Kadam and Sanjay Raut met Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari. pic.twitter.com/p0T2XFZgL8
— ANI (@ANI) November 4, 2019
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार गठन के लिए कोई बाधा पैदा नहीं कर रही है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्यपाल को बताया कि नयी सरकार के गठन को लेकर राज्य में मौजूदा राजनीतिक हालात के लिए शिवसेना जिम्मेदार नहीं है.’’
संजय राउत ने कहा, ‘‘राज्यपाल ने हमें बताया कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए थोड़ा वक्त है. राज्यपाल ने बताया कि कोई भी राजनीतिक दल आगे आ सकता है और सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है.’’
अमित शाह से मुलाकात के बाद फडणवीस बोले- जल्द बनेगी सरकार, कौन क्या बोलता है इससे मतलब नहीं
इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य में जल्द से जल्द सरकार बनाने की जरूरत है. हालांकि उन्होंने और कोई बात नहीं की. गौरतलब है कि 21 अक्टूबर को 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए हुए चुनावों में बीजेपी ने 105 सीटों, शिवसेना ने 56, एनसीपी ने 54 और कांग्रेस ने 44 सीटों पर जीत दर्ज की. सदन में बहुमत का आंकड़ा 145 है.
बैक डोर बातचीत जारी
महाराष्ट्र में अगली सरकार बनाने को लेकर शिवसेना और बीजेपी में बैक डोर बातचीत जारी है. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना के लिए सभी दरवाजे खुले हुए हैं. सरकार बीजेपी और शिवसेना की ही बनेगी. सरकार बनाने को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच बैक डोर बातचीत जारी है. माना जा रहा है कि सोमवार को अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात में महाराष्ट्र में सरकार बनाने के फार्मूले पर बातचीत हुई.
सूत्रों के मुताबिक शिवसेना 17 मंत्री चाहती है जिसमें गृह मंत्रालय, वित्त मंत्रालय, लोक निर्माण मंत्रालय और राजस्व मंत्रालय जैसे अहम मंत्रालय की मांग भी शामिल है. हालांकि बीजेपी ने 16 मंत्रालय देने पर सहमति जता दी है लेकिन गृह मंत्रालय लोक निर्माण मंत्रालय और वित्त मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय वह शिवसेना को नहीं देना चाहती. केवल राजस्व मंत्रालय शिवसेना को दिया जाएगा.
मामला मलाईदार मंत्रालयों को लेकर ही अटका हुआ है. जिसको लेकर बैक डोर बातचीत जारी है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के आखिरी प्रस्ताव के बाद फिलहाल बातचीत रुकी हुई है. सूत्रों के मुताबिक इस फार्मूले में मुख्यमंत्री पद का ढाई-ढाई साल का कार्यकाल शामिल नहीं है.