दिल्ली-एनसीआर: एक्शन में प्रधानमंत्री कार्यालय, प्रदूषण से निपटने के लिए 300 टीमें बनीं

दिल्ली और आसपास के शहरों में रविवार को वायु प्रदूषण के स्तर में एक बार फिर बढ़ोतरी होनो के बाद केन्द्र सरकार को इस मामले में उच्च स्तर पर दखल देना पड़ा है.

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नई दिल्ली: देश में प्रदूषण पर बने इमरजेंसी हालात पर प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा ने उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई. प्रदूषण की वजह से दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों सहित पूरे उत्तर भारत में बने खतरनाक हालात पर करीबी नजर रखी जा रही है. इस बैठक में केंद्र के वरिष्ठ अधिकारियों के अतिरिक्त पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के अधिकारियों ने हिस्सा लिया पंजाब-हरियाणा अन्य राज्यों के अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में शामिल हुए.

 

केंद्र सरकार की तरफ से केबिनेट सेक्रेटेरिएट पूरे हालात पर नजर बनाए हुए हैं. राज्यों से रोजमर्रा की रिपोर्ट ली ज रही है. राज्यों के सचिवों से हालात पर नजर रखने और सभी जिलों की 24 घंटे निगरानी करने के लिए कहा गया है सरकार ने के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में 300 से ज्यादा टीमें प्रदूषण के स्तर को घटाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं प्रदूषण खत्म करने के लिए या कम करने के लिए जो भी जरूरी उपाय किए गए हैं.

 

प्रदूषण नियंत्रण के लिए जो भी जरूरी साजो सामान राज्यों को दिया जाना है वह दे दिया गया है. खासतौर पर उन इंडस्ट्रियल कलस्टर में और अधिक ट्रैफिक वाले कॉरिडोर पर जो कि दिल्ली और एनसीआर में आते हैं वहां विशेष नज़र रखी जा रही है. केंद्र सरकार लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं प्रदूषण फैलाने वाली यूनिट, कचरा जलाने वाली साइट्स और कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी यानि निर्माण के कार्यों को रोक दिया गया है और इन पर पैनी नजर रखी जा रही है.

बता दें कि दिल्ली और आसपास के शहरों में रविवार को वायु प्रदूषण के स्तर में एक बार फिर बढ़ोतरी होने के बाद केन्द्र सरकार को इस मामले में उच्च स्तर पर दखल देना पड़ा है. दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अधिकांश स्थानों पर रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में हवा की गुणवत्ता ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई.

 

नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 1045 हो चुका है. PM 2.5 का लेवल 830 है जो कि सेहत के लिए बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाला है. वहीं PM 10 का 1149 जैसे खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में EPCA निर्देश के बावजूद निर्माण करनेवालों पर कार्रवाई की जा रही है. एसडीएम ने दो बिल्डरों पर जुर्माना लगाया है वहीं तैंतीस लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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