EU सांसदों के दौरे पर प्रियंका गांधी ने उठाया सवाल- कहा, बिजनेस ब्रोकर की PMO में कैसे बनी पहुंच?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सवाल उठाए हैं कि बिजनेस ब्रोकर माडी शर्मा की PM ऑफिस में पहुंच कैसे बनी? पीएम पर वार करते हुए उन्होंने लिखा है कि किसानों-बेरोजगार युवाओं के लिए ये सुविधा नहीं है कि पीएम से मुलाकात हो सके.
नई दिल्लीः विपक्ष के निशाने पर यूरोपियन यूनियन के सांसदों का दौरा लगातार बना हुआ है. ईयू के सांसदों के कश्मीर दौरे पर अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सवाल उठाए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वार किया है. उन्होंने इस बारे में ट्वीट किया है और लिखा है कि भारत के किसानों-बेरोजगार युवाओं के लिए ये सुविधा नहीं है कि पीएम से मुलाकात हो सके, समस्याएं सुनी जा सकें, लेकिन, हाँ मादी शर्मा जैसे इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर बड़ी शान से लिख सकते हैं, भारत आइए हम आपका खर्चा भी उठाएंगे.
इसके अलावा एक और ट्वीट में प्रियंका गांधी ने सवाल उठाते हुए लिखा है कि PM ऑफिस में हमारी पहुँच है, हम आपको PM से भी मिलवाएँगे। इन बिजनेस ब्रोकर की PM ऑफिस में पहुँच बनी कैसे?
विदेशी सांसदों के कश्मीर दौरे को लेकर विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार से सवाल पूछ रही है कि जब भारतीय सांसदों को कश्मीर नहीं जाने दिया जा रहा है तो विदेशी को जाने की अनुमति क्यों दी गई? दरअसल ये खुलासा हुआ है कि सभी 27 यूरोपीय सांसदों को माडी शर्मा के एनजीओ ने न्योता भेजा था. माडी शर्मा ने ही सांसदों को पीएम से मिलवाने का प्रस्ताव दिया था.
कौन हैं माडी शर्मा
माडी शर्मा वूमंस इकोनॉमिक एंड सोशल थिंक टैंक (WESTT) नाम के एनजीओ की प्रमुख हैं. माडी शर्मा बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में रहनेवाली भारतीय मूल की ब्रिटिश नागरिक हैं. माडी शर्मा के ट्विटर हैंडल पर दी जानकारी में ये खुद को ‘सोशल कैपिटलिस्ट: इंटरनैशनल बिजनेस ब्रोकर, एजुकेशनल आंत्रप्रेन्योर ऐंड स्पीकर’ बताती हैं. दावा है कि माडी शर्मा ने ही यूरोपियन यूनियन के 30 सांसदों को चिट्ठी लिखकर पीएम मोदी, एनएसए अजीत डोभाल से मिलवाने और कश्मीर ले जाने का न्योता दिया था.