कमलेश तिवारी के दोनों हत्यारे गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से गिरफ्तार, जल्द यूपी पुलिस लेगी कस्टडी
शुक्रवार, 18 अक्टूबर को लखनऊ के नाका इलाके में हिंदू समाज पार्टी के नेता कम लेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी. आज दोनों मुख्य आरोपियों को गुजरात राजस्थान बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया गया है.
गांधीनगर: लखनऊ के चर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड में हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अशफाक और मोइनुद्दीन को गुजरात एटीएस ने गुजरात और राजस्थान के बॉर्डर से गिरफ्तार किया. गुजरात एटीएस के डीआईजी हिमांशु शुक्ला ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हमें पुख्ता जानकारी मिली थी कि ये दोनों गुजरात आने की फिराक में हैं. हमने जाल बिछाया और फिर इन्हें श्यामला जी इलाके से गिफ्तार किया है.
उन्होंने कहा कि इनकी तलाश में कई टीमें लगी थीं लेकिन जब हमें पता चला कि ये गुजरात की तरफ आ रहे तो हमने सारा फोकस इधर लगा दिया. जल्द ही कानूनी प्रक्रिया का पालन करने के बाद इन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया जाएगा. बता दें कि शुक्रवार, 18 अक्टूबर को लखनऊ के नाका इलाके में हिंदू समाज पार्टी के नेता कम लेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी.
यूपी पुलिस ने हत्यारों पर था रखा पांच लाख का इनाम
कमलेश तिवारी के हत्यारों की तलाश के लिए पुलिस लगातार अलग अलग शहरों में दबिश दे रही थी. उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कमलेश तिवारी की हत्या के दो आरोपियों पर ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. दोनों की लताश के लिए 6 टीमें बनाई गईं थीं जो दिल्ली, लखनऊ, सूरत, शाहजहांपुर समेत कई शहरों लगातार छापेमारी कर रही थीं.
मिठाई के डिब्बे में पुलिस के हाथ लगा था सुराग
पुलिस ने जो जानकारी साझा की थी उसके मुताबिक कमलेश तिवारी की हत्या में दो शामिल दोनों आरोपियों ने पहले कमरे में चाय पी और इसके बाद कमलेश तिवारी पर हमला कर दिया. हमलावर अपने साथ मिठाई के डिब्बे में बंदूक और चाकू लेकर पहुंचे थे. एक ने गला रेता और दूसरे ने गोली मार दी. कमलेश पर चाकू और बंदूक दोनों से वार किया गया. पुलिस को मौके से एक पिस्तौल भी मिली थी. जिस मिठाई के डिब्बे में आरोपी हथियार लाए थे वो उस पर गुजरात के सूरत की एक दुकान का पता लिखा था. इसी से पुलिस को सबसे बड़ा सुराग हाथ लगा.
लखनऊ के खालसा इन होटल में रुके थे हत्यारे, कई अहम सुराग मिले
पुलिस ने बताया कि दोनों हत्यारे लखनऊ के खालसा इन होटल में रुके थे. उन्होंने अपने असली नाम से ही होटल में कमरा बुक कराया था. वहां जिन आईडी पर होटल की बुकिंग की गई थी वो संदिग्धों अशफाक और मोइनुद्दीन की ही होने की आशंका है. दोनों संदिग्ध होटल के रूम नंबर G 103 में रुके थे. पुलिस को होटल के इस कमरे से भी कई अहम सुराग मिले थे. होटल के रूम में अलमारी में बैग, लोअर, लाल रंग का कुर्ता, भगवा रंग का कुर्ता, जिओ मोबाइल का नया बॉक्स, शेविंग किट, चश्मे का बॉक्स मिला. कुर्ते के साथ साथ होटल में मिली तौलिया पर भी खून के निशान मिले थे.