Exit Poll Results: 109-124 सीटों के साथ BJP नंबर 1, शिवसेना को 57-70 सीट

हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को वोट डाले गए. चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे, लेकिन उससे पहले आजतक एक्सिस माई इंडिया के EXIT POLL की बारी है. EXIT POLL के मुताबिक, महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस को दूसरी पारी मिलती दिख रही है. बीजेपी और शिवसेना गठबंधन को 166 से 194 सीटें मिल सकती हैं. बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आ रही है, जिसको 109 से 124 सीटें मिल सकती हैं. राज्य में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा सकता है. दोनों पार्टियां 100 के आंकड़े तक भी नहीं पहुंचती दिख रही हैं.

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  • महाराष्ट्र की 288 सीटों पर हुई वोटिंग, EXIT POLL में फडणवीस की फिर वापसी
  • बीजेपी-शिवसेना को 166-194 सीटें, अकेले बीजेपी को 109 से 124 सीटें
हाराष्ट्र में एनडीए की जबरदस्त वापसी के संकेत हैं. राज्य में बीजेपी एक बार फिर बड़े भाई की भूमिका में दिख रही है. बीजेपी और शिवसेना को एक्ज़िट पोल के हिसाब से जो नंबर मिल रहा है वो 166 से 194 सीटों का है. अकेले बीजेपी को 109 से 124 सीटें मिल सकती हैं. एक्ज़िट पोल संकेत कर रहा है कि देवेंद्र फडणवीस फिर से पांच साल के लिए मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं.
कांग्रेस के वसंत राव नाइक 11 साल सीएम बनने का रिकॉर्ड बना चुके हैं. अब फडणवीस के पांच साल सीएम बनने के संकेत हैं. यानी कि अब अगर वो पांच साल तक कार्यकाल पूरा कर लेते हैं तो फडणवीस दस साल तक इस पद पर बने रहेंगे.
हरियाणा विधानसभा चुनाव पर आजतक-एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल मंगलवार को आएगा, लेकिन सोमवार को दिखाए गए ज्यादातर एग्जिट पोल में हरियाणा में बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है. यहां बीजेपी को औसतन 63 सीटें मिलने का अनुमान है. सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 46 है. विधानसभा की कुल 90 सीटों में कांग्रेस को महज 16 सीटें मिलती दिख रही हैं.

महाराष्ट्र में फिर एक बार फडणवीस सरकार बन सकती है. बीजेपी-शिवसेना को 166-194 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं कांग्रेस-एनसीपी को 72 से 90 सीटें मिल सकती हैं. अकेले शिवसेना के खाते में 57 से 70 जा सकती हैं.जबकि बीजेपी को 109 से 124 सीटें मिल सकती हैं.कांग्रेस को 32 से 40 सीटें मिल सकती है. वहीं एनसीपी को 40 से 50 सीटें मिलने का अनुमान है. अन्य के खाते में 22 से 32 सीटें जा सकती हैं.

रिपब्लिक-जन की बात एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी को 52-63 और कांग्रेस को 15-19 सीटें मिल सकती हैं. दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी 5-9 सीटें हासिल कर सकती हैं. इनेलो की स्थिति ठीक नहीं बताई जा रही और उसे 0-1 सीट मिलने का अनुमान है. यहां अन्य पार्टियों को 7-9 सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है. एबीपी के एग्जिट पोल के मुताबिक हरियाणा में बीजेपी के खाते में 72 और कांग्रेस को 8 सीटें मिल सकती हैं. अन्य के खाते में 10 सीटें जा सकती हैं. सीएनएन-न्यूज18 इप्सोस एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटों में 75 तक जीत सकती है. कांग्रेस के खाते में 15 और इनेलो को शून्य सीट मिलने का अनुमान है.
बीजेपी प्रवक्ता सुंधाशु त्रिवेदी ने कहा कि नतीजे पोल से भी ज्यादा अच्छे होंगे. उन्होंने कहा कि नरेंद्र और देवेंद्र की जोड़ी के काम पर जनता ने मुहर लगाई है. संख्या 24 तारीख को साफ होगी लेकिन हमें दो-तिहाई सीटें मिलती दिख रही हैं. बीजेपी-शिवसेना का गठबंधन 1990 से चल रहा है और यह इतिहास का सबसे लंबा गठबंधन है. दोनों पार्टियां का वैचारिक और राजनीतिक आधार भी एक ही है. बीजेपी अपने सहयोगियों को समुचित स्थान देती आई है और आगे भी देगी. कश्मीर, 370, एनआरसी भले ही राष्ट्रीय मुद्दे हैं लेकिन हर चुनाव में भी यह मुद्दे हावी रहते हैं क्योंकि राज्य उससे अलग नहीं है. इन मुद्दों पर जनता पर असर पड़ता है. विधानसभा में स्थानीय मुद्दे अहम है लेकिन राष्ट्रीय मुद्दों का प्रभाव भी वहां होता है. राष्ट्रवाद के लिहाज से महाराष्ट्र का इतिहास काफी मजबूत है.
वरिष्ट पत्रकार आलोक मेहता ने कहा कि सैंपल सर्वे से जाहिर है कि यह नतीजों का काफी करीब है. विदर्भ में तो अलग राज्य की मांग करते थे लेकिन वहां भी बीजेपी को फायदा होता दिख रहा है. गांव में भी बीजेपी को फायदा मिलता दिख रहा है क्योंकि उनकी योजनाएं गांव पर केंद्रित रही हैं. आलोक मेहता ने कहा कि आंकड़े कुछ बढ़ भी सकते हैं. वहीं वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने कहा कि महाराष्ट्र में सत्तापक्ष का मुख्यमंत्री चेहरा तय था लेकिन विपक्ष ने तो कुछ दिन पहले अपना प्रदेश अध्यक्ष तक बदल दिया. जनआंदोलनों में विपक्ष ने क्यों अपनी भागदारी नहीं दिखाई. वहां सत्तापक्ष ही विपक्ष था. शशि शेखर ने कहा कि शिवसेना अपने वजूद के लिए संघर्ष कर रही थी. अगर ये पोल फाइनल रिजल्ट में बदला तो बीजेपी के सहयोगियों को परेशानी हो सकती है. इस नतीजे का असर बिहार जैसे राज्य पर हो सकता है अगर पोल सही साबित हो जाता है. लोकसभा चुनाव के बाद अगर सालभर के अंदर किसी राज्य में चुनाव होते हैं तो केंद्र में जीतने वाली ही पार्टी राज्य में जीतती है और 70 फीसदी केस में ऐसा हुआ है. सत्तापक्ष के लिए किसी प्रकार की चुनौती नहीं थी जबकि विपक्ष का सबसे बड़ा नेता गायब ही था.

दोनों राज्यों में कम मतदान पर वरिष्ठ पत्रकार शशि शेखर ने कहा कि  कम वोटिंग प्रतिशत से साफ है कि लोगों में निराशा का भाव है, क्योंकि वोटर को लगता है कि चुनाव चुनाव की तरह नहीं हो रहा है. विपक्ष का भटकाव इसकी सबसे बड़ी वजह है. विपक्ष संघर्ष नहीं करना चाहता और इससे वोटरों में भी उदासीनता है. चुनाव के वक्त कुछ लोग जमा होते हैं वरना जमीन पर विपक्ष बिखरा हुआ है.वहीं वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता के मुताबिक, लोगों के मन में यह बात भरना कि हम जीत रहे हैं ठीक नहीं है. मोदी लहर के अतिआत्मविश्वास से बाहर निकलने की जरूरत है. मतदान का दिन एक छुट्टी का दिन बन चुका है. सोशल मीडिया से वोट नहीं मिलता, बल्कि इसके लिए जमीन पर उतरना पड़ता है. सत्तारूढ़ पार्टी के लिए भी यह चिंता की बात है साथ ही विपक्ष कांग्रेस के लिए तो है ही क्योंकि पार्टी पहले ही डूबी हुई है.

क्या होता है एग्जिट पोल
एग्जिट पोल जारी करने के लिए पहले डेटा कलेक्ट किया जाता है. ये डेटा क्लेक्शन जिस दिन वोटिंग होती है उस दिन भी किया जाता है. आखिरी फेज की वोटिंग के दिन जब मतदाता वोट डालकर निकल रहा होता है तब उससे पूछा जाता है कि किसे वोट दिया. इस आधार पर किए गए सर्वेक्षण से जो नतीजे निकाले जाते हैं उसे ही एग्जिट पोल कहते हैं. आमतौर पर टीवी चैनल वोटिंग के आखिरी दिन एग्जिट पोल ही दिखाते हैं. बता दें, एग्जिट पोल के नतीजे हमेशा मतदान के आखिरी दिन ही जारी किए जाते हैं.

खट्टर एक बार फिर बन सकते हैं हरियाणा के सीएम, जानिए उनसे जुड़ी हर खास बात (एबीपी न्यूज)

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नई दिल्ली: हरियाणा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. इससे पहले एबीपी न्यूज़ और सी-वोटर ने एग्ज़िट पोल के जरिए जानने की कोशिश की है कि नतीजों का रुख क्या रहेगा. एबीपी न्यूज़ के एग्ज़िट पोल के आंकड़ों की बात करें तो हरियाणा में एक बार फिर खट्टर फैक्टर काम करता नजर आ रहा है. एग्जिट पोल के मुताबिक मनोहर लाल खट्टर के सिर एक बार फिर जीत का सेहरा बंधने जा रहा है.

2014 में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले तक किसी को अंदाजा नहीं था कि मनोहल लाल खट्टर हरियाणा के सीएम हो सकते हैं. लेकिन नतीजे आने के बाद बीजेपी ने सबको चौंकाते हुए मनोहर लाल खट्टर को राज्य का सीएम बनाया. मनोहर लाल खट्टर बीजेपी का सरप्राइज पैकेज इसलिए थे क्योंकि 2014 में ही उन्होंने अपनी जिंदगी का पहला चुनाव लड़ा और बड़ी जीत हासिल की.

हालांकि विधानसभा चुनाव लड़ने से पहले मनोहर लाल खट्टर ने संघ और राजनीति में एक लंबा सफर तय किया. खट्टर का जन्म 1954 में रोहतक जिले के बनियानी गांव में हुआ था. खट्टर का परिवार आजादी के बाद पाकिस्तान से आकर इस गांव में बसा था. खट्टर ने 12वीं तक की पढ़ाई रोहतक से की. इसके बाद ग्रेजुएशन करने के लिए खट्टर दिल्ली पहुंचे. दिल्ली से ग्रेजुएशन करने के दौरान खट्टर सदर बाजार में एक दुकान भी चलाया करते थे.

1977 में खट्टर ने आरएसएस को ज्वाइन करने का फैसला किया और वह संघ के फुल टाइम प्रचारक बन गए. 1994 में मनोहर लाल खट्टर बीजेपी के सदस्य बने. 2000 में खट्टर को हरियाणा का महासचिव बनाया गया. इसके बाद खट्टर 2014 लोकसभा चुनाव में हरियाणा इलेक्शन कमेटी के चेयरमैन भी रहे.

2014 के विधानसभा चुनाव में खट्टर को करनाल से विधानसभा टिकट दिया गया. चूंकि खट्टर रोहतक के रहने वाले थे इसलिए करनाल से टिकट मिलने पर उन्हें थोड़े विरोध का भी सामना करना पड़ा. विरोध के बावजूद खट्टर बड़े अंतर से चुनाव में जीत दर्ज करने में कामयाब रहे. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 90 में से 47 सीटों पर जीत मिली. मनोहर लाल खट्टर को सहमति के साथ सीएम चुनाव गया और वह राज्य में बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री बने.

देश के दो बड़े राज्यों के सबसे बड़े सियासी रण के नतीजे आज ईवीएम में कैद हो चुके हैं. ये नतीजे 24 अक्टूबर को सामने आएंगे लेकिन उससे पहले एबीपी न्यूज़ और सी वोटर ने एग्जिट पोल के जरिए जानने की कोशिश की है कि नतीजों का रुख क्या रहेगा? एबीपी न्यूज़ सी वोटर के एग्जिट पोल के आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए महाराष्ट्र और हरियाणा में विपक्ष को धूल चटा दिया है.

आपको एक जरूरी सूचना बता दें कि महाराष्ट्र- हरियाणा एग्जिट पोल के ये आंकड़े 3 बजे तक की वोटिंग के आधार पर हैं. आंकड़ों में बदलाव की संभावना है.


महाराष्ट्र का एग्जिट पोल

कुल सीट -288

किसे कितने वोट ?

बीजेपी + 46 %
कांग्रेस + 37 %
अन्य 17%

महाराष्ट्र का एग्जिट पोल
कुल सीट -288

 

किसे कितनी सीट ?

 

बीजेपी + 204
कांग्रेस + 69
अन्य- 15

 

हरियाणा का एग्जिट पोल

कुल सीट -90

 

किसे कितने वोट ?

 

बीजेपी 44 %
कांग्रेस 28%
जेजेपी 17%
अन्य- 11%

 


हरियाणा का एग्जिट पोल

कुल सीट – 90

 

किसे कितनी सीट ?

 

बीजेपी 72
कांग्रेस 8
अन्य- 10

 

इस सर्वे में हरियाणा में 14407 लोगों की और महाराष्ट्र में 41146 लोगों राय ली गई है.

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